अर्थतंत्र की खबरें: सोने के दाम गिरे, लेकिन चांदी में आया उछाल और शेयर बाजार में लगातार पांचवें दिन गिरावट
सर्राफा बाजार में चांदी की कीमत 1,000 रुपये की तेजी के साथ 1.40 लाख रुपये प्रति किलोग्राम के नए शिखर पर पहुंच गई। अखिल भारतीय सर्राफा संघ ने यह जानकारी दी। पिछले कारोबारी सत्र में चांदी 1,39,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर रही थी।

मजबूत वैश्विक संकेतों के बीच बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में चांदी की कीमत 1,000 रुपये की तेजी के साथ 1.40 लाख रुपये प्रति किलोग्राम के नए शिखर पर पहुंच गई। अखिल भारतीय सर्राफा संघ ने यह जानकारी दी। पिछले कारोबारी सत्र में चांदी 1,39,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर रही थी।
स्थानीय सर्राफा बाजार में 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 630 रुपये की गिरावट के साथ 1,17,370 रुपये प्रति 10 ग्राम (सभी करों सहित) रहा। पिछले कारोबार में यह 1,18,000 रुपये प्रति 10 ग्राम था।
सर्राफा संघ के अनुसार, 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत बृहस्पतिवार को 700 रुपये घटकर 1,16,700 रुपये प्रति 10 ग्राम (सभी करों सहित) रही। बुधवार को यह 1,17,400 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी।
अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में, हाजिर सोना 21.40 डॉलर या 0.57 प्रतिशत बढ़कर 3,757.54 डॉलर प्रति औंस हो गया।
हाजिर चांदी दो प्रतिशत से अधिक बढ़कर 45.03 डॉलर प्रति औंस के उच्च स्तर पर पहुंच गई। यह 14 साल के उच्चतम स्तर के करीब है
शेयर बाजार में लगातार पांचवें दिन गिरावट, सेंसेक्स 556 अंक लुढ़का
घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट का सिलसिला लगातार पांचवें दिन बृहस्पतिवार को भी जारी रहा। विदेशी संस्थागत निवेशकों की लगातार निकासी और अमेरिकी एच-1बी वीजा शुल्क से जुड़ी चिंताओं के कारण सेंसेक्स 556 अंक टूट गया जबकि निफ्टी में 166 अंक की गिरावट रही।
बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स 555.95 अंक यानी 0.68 प्रतिशत टूटकर 81,159.68 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 622.74 अंक गिरकर 81,092.89 अंक पर आ गया था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों वाला सूचकांक निफ्टी भी 166.05 अंक यानी 0.66 प्रतिशत गिरकर 24,890.85 अंक पर आ गया।
यह शेयर बाजारों में गिरावट का लगातार पांचवां सत्र रहा। इस दौरान सेंसेक्स में कुल 1,854.28 अंक यानी 2.23 प्रतिशत और निफ्टी में 532.75 अंक यानी दो प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है।
विश्लेषकों ने कहा कि वैश्विक बाजारों में कमजोर रुख ने निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया।
सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में से ट्रेंट, पावर ग्रिड, टाटा मोटर्स, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, एशियन पेंट्स, एनटीपीसी, अदाणी पोर्ट्स और बजाज फाइनेंस में गिरावट का रुख रहा।
दूसरी तरफ, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, एक्सिस बैंक और भारती एयरटेल के शेयरों में तेजी दर्ज की गई।
आयकर विभाग ने ऑडिट रिपोर्ट जमा करने की समय सीमा 31 अक्टूबर तक बढ़ाई
आयकर विभाग ने बृहस्पतिवार को वित्त वर्ष 2024-25 के लिए कर ऑडिट रिपोर्ट दाखिल करने की अंतिम तिथि एक महीना बढ़ाकर 31 अक्टूबर कर दी।
बड़ी कंपनियों, ट्रस्ट और व्यापारियों को अपना वार्षिक ऑडिट जमा करने के लिए पहले 30 सितंबर तक की समय सीमा रखी गई थी।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने एक बयान में कहा कि आयकर रिटर्न का ई-फाइलिंग पोर्टल सुचारू रूप से काम कर रहा है और 23 सितंबर तक 7.57 करोड़ से अधिक आयकर रिटर्न दाखिल किए जा चुके हैं।
सीबीडीटी के मुताबिक, 24 सितंबर तक करीब 4.02 लाख कर ऑडिट रिपोर्ट अपलोड की जा चुकी हैं। इनमें से 60,000 से अधिक ऑडिट रिपोर्ट बुधवार को ही अपलोड की गईं।
आयकर विभाग ने बताया कि चार्टर्ड अकाउंटेंट संगठनों समेत विभिन्न पेशेवर संस्थाओं ने समय पर ऑडिट रिपोर्ट पूरा करने में आ रही समस्याओं को रेखांकित किया था। देश के कुछ हिस्सों में आई बाढ़ और प्राकृतिक आपदाओं से सामान्य कारोबारी एवं पेशेवर गतिविधियां प्रभावित होना प्रमुख कारण रहा है। इस मुद्दे पर कुछ उच्च न्यायालयों में भी सुनवाई हुई है।
डॉलर के मुकाबले रुपया सात पैसे चढ़कर 88.68 पर बंद
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बृहस्पतिवार को रुपया सीमित दायरे में कारोबार करते हुए अमेरिकी डॉलर के मुकाबले सात पैसे बढ़कर 88.68 (अस्थायी) पर बंद हुआ। डॉलर में मजबूती और कमजोर घरेलू बाजारों के बीच रिजर्व बैंक के संभवत: हस्तक्षेप के कारण रुपये में मजबूती आई।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि एच1बी वीजा शुल्क में बढ़ोतरी और कच्चे तेल की कीमतों में तेजी ने रुपये पर दबाव डाला। हालांकि, निर्यातकों द्वारा डॉलर की बिकवाली और रिजर्व बैंक के हस्तक्षेप की खबरों ने रुपये में तेज गिरावट पर रोक लगा दी।
इसके अलावा, निवेशक, वैश्विक व्यापार अनिश्चितताओं और अमेरिकी वीजा शुल्क वृद्धि के भारत के आईटी सेवा निर्यात पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर चिंतित रहे।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में, रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 88.65 पर खुला और कारोबार के दौरान 88.60 के उच्चतम स्तर और 88.70 के निम्नतम स्तर पर रहा।
घरेलू मुद्रा अंततः 88.68 (अस्थायी) पर बंद हुई, जो पिछले बंद भाव से सात पैसे की बढ़त है।
बुधवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले दो पैसे की गिरावट के साथ 88.75 के अपने अब तक के सबसे निचले स्तर पर बंद हुआ था।
मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘हमारा अनुमान है कि अमेरिकी डॉलर में सुधार और रूस तथा यूक्रेन के बीच भू-राजनीतिक तनाव से वैश्विक बाजारों में जोखिम से बचने की प्रवृत्ति के कारण रुपया कमजोर बना रहेगा।’’
चौधरी ने कहा, ‘‘अमेरिकी वीजा शुल्क वृद्धि का मुद्दा और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें, रुपये पर और दबाव डाल सकती हैं। हालांकि, निर्यातकों द्वारा डॉलर की बिकवाली से निचले स्तरों पर रुपये को सहारा मिल सकता है। व्यापारी दूसरी तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी), साप्ताहिक बेरोजगारी दावों और अमेरिका से टिकाऊ वस्तुओं के ऑर्डर के आंकड़ों से संकेत ले सकते हैं। डॉलर/रुपये की हाजिर कीमत 88.40 से 89.10 के बीच रहने की संभावना है।’’
इस बीच, छह मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर इंडेक्स 0.07 प्रतिशत की गिरावट के साथ 97.80 पर रहा।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 0.39 प्रतिशत की गिरावट के साथ 69.04 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।
घरेलू शेयर बाजार में, सेंसेक्स 555.95 अंक टूटकर 81,159.68 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 166.05 अंक की गिरावट के साथ 24,890.85 पर बंद हुआ।
एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एमआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने बुधवार को 2,425.75 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
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