अर्थतंत्र की खबरें: सोने में फिर लौटी तेजी, कीमत 1.20 लाख रुपए के पार और शेयर बाजारों में लगातार दूसरे दिन गिरावट
इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) के मुताबिक, 24 कैरेट के 10 ग्राम सोने की कीमत 1,20,770 रुपए पर हो गई है। इससे पहले गुरुवार को सोने की 1,19,619 रुपए प्रति 10 ग्राम थी। 24 कैरेट के सोने में 24 घंटों में 1,151 रुपए प्रति 10 ग्राम की तेजी आई है।

सोने की कीमतों में शुक्रवार को तेजी देखने को मिली, जिससे पीली धातु का दाम फिर से 1.20 लाख रुपए प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच गया है।
इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) के मुताबिक, 24 कैरेट के 10 ग्राम सोने की कीमत 1,20,770 रुपए पर हो गई है। इससे पहले गुरुवार को सोने की 1,19,619 रुपए प्रति 10 ग्राम थी। 24 कैरेट के सोने में 24 घंटों में 1,151 रुपए प्रति 10 ग्राम की तेजी आई है।
22 कैरेट के 10 ग्राम सोने की कीमत बढ़कर 1,10,625 रुपए हो गई है, जो कि इससे पहले 1,09,571 रुपए प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई थी। वहीं, 18 कैरेट के 10 ग्राम सोने का दाम बढ़कर 90,578 रुपए हो गया है, जो कि पहले 89,714 रुपए प्रति 10 ग्राम था।
सोने के साथ चांदी की कीमतों में भी तेजी देखने को मिली है और बीते 24 घंटों में कीमत 2,342 रुपए बढ़कर 1,49,125 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गई है, जो कि पहले 1,46,783 रुपए प्रति किलो थी।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर सोने के 05 दिसंबर 2025 के कॉन्ट्रैक्ट का दाम 0.44 प्रतिशत बढ़कर 1,22,039 रुपए और चांदी के 05 दिसंबर 2025 के कॉन्ट्रैक्ट का दाम 0.46 प्रतिशत बढ़कर 1,49,520 रुपए पर पहुंच गया है।
एलकेपी सिक्योरिटीज के जतिन त्रिवेदी ने कहा कि सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिला और हालांकि, यह दिन के अंत में सकारात्मक बंद हुआ। रिस्क सेंटीमेंट में वृद्धि बुलियन मार्केट को सपोर्ट कर रही है। सोने के लिए सपोर्ट 1,18,000 रुपए और रुकावट का स्तर 1,24,000 रुपए पर है।
उन्होंने आगे कहा कि बाजार अमेरिका-चीन और अमेरिका-भारत ट्रेड डील पर स्पष्टता का इंतजार कर रहा है और यह व्यापार समझौते आने वाले समय में सोने को दिशा देने में अहम भूमिका निभाएंगे।
शेयर बाजारों में लगातार दूसरे दिन गिरावट, सेंसेक्स 466 अंक फिसला
निजी बैंकों के शेयरों में बिकवाली और वैश्विक बाजारों में कमजोरी के बीच शुक्रवार को स्थानीय बाजार लगातार दूसरे दिन नुकसान में रहे। सेंसेक्स लगभग 466 अंक गिर गया जबकि निफ्टी में 156 अंकों की गिरावट रही।
बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स 465.75 अंक यानी 0.55 प्रतिशत टूटकर 83,938.71 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 498.8 अंक गिरकर 83,905.66 अंक तक आ गया था। इसके 25 शेयरों में गिरावट और पांच शेयरों में तेजी रही।
एनएसई का 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 155.75 अंक या 0.60 प्रतिशत गिरकर 25,722.10 पर आ गया।
विश्लेषकों के मुताबिक, विदेशी निवेशकों की बिकवाली, कंपनियों के मिलेजुले नतीजे और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों पर स्पष्टता की कमी ने निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया।
सेंसेक्स की कंपनियों में इटर्नल, एनटीपीसी, कोटक महिंद्रा बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, बजाज फिनसर्व, पावर ग्रिड, ट्रेंट और एचडीएफसी बैंक में उल्लेखनीय गिरावट हुई।
हालांकि, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, लार्सन एंड टुब्रो, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, आईटीसी और भारतीय स्टेट बैंक बढ़त के साथ बंद हुए।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 6.9 अरब डॉलर घटकर 695.35 अरब डॉलर रहा
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 24 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में 6.92 अरब डॉलर घटकर 695.35 अरब डॉलर रह गया। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। इसके एक सप्ताह पहले देश का विदेशी मुद्रा भंडार 4.49 अरब डॉलर बढ़कर 702.28 अरब डॉलर हो गया था।
आरबीआई की तरफ से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, 24 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार का प्रमुख घटक विदेशी मुद्रा आस्तियां 3.86 अरब डॉलर घटकर 566.54 अरब डॉलर रह गईं।
डॉलर के संदर्भ में व्यक्त विदेशी मुद्रा आस्तियों में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी इकाइयों के मूल्यवृद्धि या मूल्यह्रास का प्रभाव शामिल होता है।
आरबीआई ने कहा कि आलोच्य सप्ताह के दौरान स्वर्ण भंडार का मूल्य 3.01 अरब डॉलर घटकर 105.536 अरब डॉलर रह गया। इस दौरान विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) भी 5.8 करोड़ डॉलर घटकर 18.66 अरब डॉलर रह गए।
केंद्रीय बैंक के आंकड़ों के अनुसार, समीक्षाधीन सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में भारत का आरक्षित भंडार 60 लाख डॉलर बढ़कर 4.608 अरब डॉलर हो गया।
रुपया गिरावट से उबरकर 88.69 प्रति डॉलर पर सपाट बंद
रुपया शुक्रवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले दिनभर गिरावट में रहने के बाद 88.69 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर स्थिर बंद हुआ। घरेलू शेयर बाजारों में कमजोरी और अमेरिकी डॉलर में मजबूती इसकी मुख्य वजह रही।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 88.60 प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के दौरान इसने 88.59 प्रति डॉलर के उच्च और 88.78 प्रति डॉलर के निम्न स्तर को छुआ। कारोबार के अंत में अपने पिछले बंद स्तर से अपरिवर्तित 88.69 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। रुपया बृहस्पतिवार को 47 पैसे टूटकर 88.69 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.04 प्रतिशत की बढ़त के साथ 99.39 पर आ गया।