अर्थजगत की खबरें: शेयर बाजार में कोहराम, निवेशकों के 2.5 खरब रुपए डूबे, थोक महंगाई दर चार माह के उच्चतम स्तर पर

बेंचमार्क सूचकांकों में भारी गिरावट की वजह से इक्विटी निवेशकों ने सोमवार को करीब ढाई खरब यानी 2.5 लाख करोड़ रुपये गंवा दिए। राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में सोमवार सुबह पेट्रोल की कीमत बढ़कर 123 रुपये प्रति लीटर हो गई। जिससे यह देश में सबसे महंगा पेट्रोल वाला शहर बन गया।

फोटोः IANS
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नवजीवन डेस्क

शेयर बाजार में कोहराम, सेंसेक्स 1172, तो निफ्टी 362 अंक टूटा

आईटी और टेक कंपनियों में भारी बिकवाली के बीच थोक महंगाई के नकारात्मक आंकड़े निवेश धारणा के लिए प्रतिकूल साबित हुए, जिससे सोमवार को घरेलू शेयर बाजार भारी गिरावट के साथ लाल निशान में बंद हुए। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक 2.01 प्रतिशत यानी 1,172.19 अंक की तेज गिरावट में 57,166.74 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 1.73 प्रतिशत यानी 302.00 अंक फिसलकर 17,173.65 अंक पर बंद हुआ।

इंफोसिस के शेयरों में 7.27 प्रतिशत की तेज गिरावट रही। एचडीएफसी में 4.81 प्रतिशत और एचडीएफसी बैंक में 4.74 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स की 30 में से 20 कंपनियां लाल निशान में रहीं और 10 हरे निशान में। विश्लेषकों के अनुसार, बाजार पर इंफोसिस के शेयरों की बिकवाली के साथ ही रूस-यूक्रेन युद्ध और थोक महंगाई के आंकड़े का भी असर रहा।

देश की जनता को राहत नहीं, थोक महंगाई दर चार माह के उच्चतम स्तर पर पहुंची

रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण पैदा हुए आपूर्ति संकट और ईंधन के दामों में आई तेजी का असर देश के थोक मूल्य सूचकांक पर दिखा और मार्च में थोक महंगाई दर चार माह के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी मार्च के थोक मूल्य सूचकांक के मुताबिक, गत माह थोक महंगाई 14.55 प्रतिशत पर पहुंच गई जबकि फरवरी में यह आंकड़ा 13.11 प्रतिशत और मार्च 2021 में 7.89 प्रतिशत रहा था। यह लगातार 12वां महीना है जब थोक महंगाई दहाई अंकों में बढ़ी है।

मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, साल दर साल आधार पर थोक मूल्य सूचकांक में शामिल प्राथमिक वस्तुओं के समूह में 8.71 प्रतिशत, ईंधन और बिजली में 23.52 प्रतिशत, विनिर्मित उत्पादों में 10.71 प्रतिशत और खाद्य सूचकांक में 8.71 प्रतिशत की तेजी रही। फरवरी की तुलना में मार्च में थोक महंगाई में 2.69 प्रतिशत की तेजी देखी गयी।


सेंसेक्स में गिरावट के कारण निवेशकों ने गंवाए 2.5 खरब रुपए

बेंचमार्क सूचकांकों में भारी गिरावट की वजह से इक्विटी निवेशकों ने सोमवार को करीब ढाई खरब यानी 2.5 लाख करोड़ रुपये गंवा दिए। बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का अखिल भारतीय बाजार पूंजीकरण (ऑल इंडिया मार्केट कैपिटलाइजेशन) फिलहाल 2,69,58,392 करोड़ है, जो 13 अप्रैल को 27,212,168 करोड़ था। डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर जयंती/महावीर जयंती और गुड फ्राइडे के कारण गुरुवार और शुक्रवार को इक्विटी बाजार बंद रहे थे।

सुबह के सत्र से अपने डाउनट्रेंड यानी लगातार हो रही गिरावट को जारी रखते हुए, बेंचमार्क सेंसेक्स और निफ्टी सूचकांकों ने खबर लिखे जाने तक लगभग 2 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की।
मुद्रास्फीति (महंगाई) में वृद्धि के साथ-साथ वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों में ताजा उछाल ने निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया है। विश्लेषकों का कहना है कि एचडीएफसी बैंक और इंफोसिस की चौथी तिमाही में बाजार की उम्मीदों से कम आय से निवेशकों का भरोसा टूटा है।

राजस्थान के श्रीगंगानगर में पेट्रोल की कीमत 123 रुपये लीटर पहुंची

राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में सोमवार सुबह पेट्रोल की कीमत बढ़कर 123 रुपये प्रति लीटर हो गई। जिसके बाद यह देश भर में सबसे महंगा पेट्रोल की कीमत वाला शहर बन गया। पेट्रोल पंप मालिकों ने पुष्टि की है कि अभूतपूर्व वृद्धि ने 80 प्रतिशत से अधिक पेट्रोल पंपों को बंद होने के कगार पर ला दिया है। वास्तव में, यहां डीजल की कीमत 105.31 रुपये प्रति लीटर है, जो अभी भी भारत में सबसे अधिक कीमतों में से एक है।

राजस्थान के पेट्रोल उपभोक्ताओं को पंजाब के फिलिंग स्टेशनों पर लाइन लगाते देखा जा सकता है, जबकि श्रीगंगानगर में बहुत सीमित उपभोक्ता हैं। श्रीगंगानगर जिला पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष आशुतोष गुप्ता ने कहा कि वास्तव में, ईंधन लागत में इस भारी अंतर के प्रभाव के रूप में 80 प्रतिशत पेट्रोल पंप बंद होने के कगार पर हैं। उन्होंने कहा कि हमारा जिला देश का सबसे महंगा पेट्रोल बेच रहा है। इसका कारण यह है कि इस जिले से डिपो 500 किमी से अधिक दूर है और इसलिए लगभग 1,100 किमी की दूरी तय करनी पड़ती है, जिससे यहां अतिरिक्त लागत आती है।


स्विगी, जोमैटो ने रेस्टोरेंट मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म अर्बनपाइपर में किया निवेश

रेस्तरां प्रबंधन प्लेटफॉर्म अर्बनपाइपर ने सोमवार को घोषणा की कि उसने मौजूदा निवेशकों सेक्वॉया कैपिटल इंडिया और टाइगर ग्लोबल और नए निवेशकों स्विगी और जोमैटो के नेतृत्व में 24 मिलियन डॉलर जुटाए हैं। मंच का लक्ष्य अपने उत्पाद और इंजीनियरिंग टीमों को बढ़ाने के लिए धन का उपयोग करना है और अगले दो वर्षों में वैश्विक स्तर पर 200,000 से अधिक रेस्तरां स्थानों में विस्तार करना चाहता है।

अर्बनपाइपर के सीईओ सौरभ गुप्ता ने कहा, "इस निवेश के साथ हम अपनी प्लेटफॉर्म क्षमता को मजबूत करने के साथ-साथ रेस्तरां पारिस्थितिकी तंत्र में कई और डिजिटल अवसरों को पूरा करने के लिए अर्बनपाइपेर की पेशकशों का विस्तार करना जारी रखेंगे।" अर्बनपाइपर के उपयोगकर्ता आधार में मैकडॉनल्ड्स, पिज्जा हट, केएफसी, सबवे, क्योर फूड्स, टैको बेल, रिबेल फूड्स आदि जैसी रेस्तरां चेन हैं।

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