अर्थतंत्र की खबरें: सस्ते में सोना और चांदी खरीदने का मौका और फेस्टिव सीजन में जमकर चला यूपीआई
इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) के मुताबिक, 24 कैरेट के 10 ग्राम सोने की कीमत घटकर 1,23,907 रुपए हो गई है। इससे पहले सोने की कीमत 1,27,633 रुपए प्रति 10 ग्राम थी, जो सोने की कीमतों में 3,726 रुपए की कमी को दर्शाता है।

सोना और चांदी की कीमतों में बुधवार को बड़ी गिरावट देखी गई। 24 कैरेट के 10 ग्राम सोने की कीमतों में 3,700 रुपए से अधिक और चांदी की कीमतों में करीब 10,600 रुपए प्रति किलो की गिरावट देखी गई।
इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) के मुताबिक, 24 कैरेट के 10 ग्राम सोने की कीमत घटकर 1,23,907 रुपए हो गई है। इससे पहले सोने की कीमत 1,27,633 रुपए प्रति 10 ग्राम थी, जो सोने की कीमतों में 3,726 रुपए की कमी को दर्शाता है।
22 कैरेट के 10 ग्राम सोने की कीमत कम होकर 1,13,499 रुपए हो गई है, जो कि इससे पहले 1,16,912 रुपए प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई थी। वहीं, 18 कैरेट के 10 ग्राम सोने का दाम कम होकर 92,930 रुपए हो गया है, जो कि पहले 95,725 रुपए प्रति 10 ग्राम था। सोने के साथ चांदी की कीमतों में भी गिरावट देखी गई है।
चांदी की कीमत 10,549 रुपए घटकर 1,52,501 रुपए प्रति किलो हो गई है, जो कि पहले 1,63,050 रुपए प्रति किलो थी।
दीपावली की छुट्टी के चलते मंगलवार बुलियन बाजार बंद रहा था। इसे पहले आखिरी बार कीमतें सोमवार को जारी की गई थीं।
हाजिर बाजार के साथ वायदा बाजार में भी सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर सोने के 05 दिसंबर 2025 के कॉन्ट्रैक्ट की कीमत 5.21 प्रतिशत कम होकर 1,21,590 रुपए हो गई है। चांदी के 05 दिसंबर 2025 के कॉन्ट्रैक्ट की कीमत 3.09 प्रतिशत कम होकर 1,45,680 रुपए हो गई है।
फेस्टिव सीजन में जमकर चला यूपीआई
यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) लेनदेन में फेस्टिव सीजन में बढ़त दर्ज की गई है और औसत प्रतिदिन लेनदेन की वैल्यू सितंबर के मुकाबले अक्टूबर में 13 प्रतिशत बढ़कर 94,000 करोड़ रुपए पर पहुंच गई है। यह जानकारी नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) की ओर से दी गई।
यूपीआई का इस्तेमाल बढ़ने की वजह दशहरा और फिर दीपावली जैसे बड़े त्योहारों पर खरीदारी के लिए यूपीआई का अधिक इस्तेमाल होना है। इस महीने में एक हफ्ते से अधिक का समय बचा हुआ है। ऐसे में माना जा रहा है कि अक्टूबर में देश में यूपीआई का इस्तेमाल अपने अब तक के सबसे उच्चतम स्तर पर पहुंच जाएगा।
देश में सभी प्रकार के डिजिटल भुगतान में यूपीआई की हिस्सेदारी 85 प्रतिशत हो गई है और प्रतिदिन औसत लेनदेन की संख्या भी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है।
दीपावली की पूर्व संध्या पर, यूपीआई के माध्यम से एक ही दिन में 74 करोड़ लेनदेन हुए थे, जो कि यूपीआई से एक दिन में लेनदेन का अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है।
इस महीने अब तक प्रतिदिन औसत लेनदेन की संख्या 69.5 करोड़ रही है, जो सितंबर के रिकॉर्ड 65.4 करोड़ से 6 प्रतिशत अधिक है।
त्योहारी सीजन हमेशा से यूपीआई के इस्तेमाल में वृद्धि का एक प्रमुख प्रेरक रहा है। पिछले साल भी दशहरा और दीपावली दोनों ने डिजिटल भुगतान गतिविधि को बढ़ावा दिया था।
इस साल 20 अक्टूबर तक, यूपीआई लेनदेन की वैल्यू ने छह दिन एक लाख करोड़ रुपए की सीमा को पार किया है, जो कि सितंबर के मुकाबले दोगुना है।
आमतौर पर, ज्यादातर भुगतान प्लेटफॉर्म महीने की शुरुआत में वेतन और ईएमआई भुगतान के कारण सबसे अधिक सक्रिय होते हैं, जिसके बाद खर्च कम हो जाता है।
ओपनएआई की सफलता का ईनाम!
माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला को वित्त वर्ष 2024-25 में रिकॉर्ड 96.5 मिलियन डॉलर का वेतन मिला है, जो कि एक दशक पहले कंपनी के सीईओ बनने के बाद से अब तक का सबसे अधिक भुगतान है। इससे पिछले वित्त वर्ष में नडेला को 79.1 मिलियन डॉलर का वेतन मिला था।
माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ के वेतन में बढ़त की वजह, उनके नेतृत्व में आर्टिफिशिल इंटेलिजेंस (एआई) में कंपनी द्वारा मजबूती से आगे बढ़ना है।
शेयरधारकों को लिखे एक नोट में, कंपनी के बोर्ड ने कहा कि नडेला और उनकी लीडरशीप टीम ने "पीढ़ीगत तकनीकी बदलाव" के दौरान माइक्रोसॉफ्ट को एआई के क्षेत्र में एक ग्लोबल लीडर के रूप में सफलतापूर्वक स्थापित किया है।
कंपनी की नियामक फाइलिंग से पता चलता है कि नडेला का लगभग 90 प्रतिशत वेतन माइक्रोसॉफ्ट के शेयरों के रूप में आता है, इसके अलावा उनका मूल वेतन 2.5 मिलियन डॉलर है।
नडेला 2014 में स्टीव बाल्मर और सह-संस्थापक बिल गेट्स के बाद माइक्रोसॉफ्ट के तीसरे सीईओ बने थे।
कंपनी की फाइलिंग में नडेला के साथ अन्य शीर्ष अधिकारियों के वेतन में भी बढ़ोतरी का खुलासा हुआ है। चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर एमी हूड को 29.5 मिलियन डॉलर मिले, जबकि माइक्रोसॉफ्ट के कमर्शियल बिजनेस के जडसन अल्थॉफ को 28.2 मिलियन डॉलर का वेतन मिला है।
इस साल माइक्रोसॉफ्ट के शेयरों में लगभग 23 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, जो इसके एज्योर क्लाउड कंप्यूटिंग कारोबार में लगातार वृद्धि के कारण है, जो अमेजन वेब सर्विसेज जैसे प्रतिस्पर्धियों से बेहतर प्रदर्शन कर रहा है।
सीईओ बनने के बाद से, नडेला ने माइक्रोसॉफ्ट को एक क्लाउड-प्रमुख और एआई-संचालित कंपनी में बदल दिया है।
क्लाउड कंप्यूटिंग पर उनके शुरुआती दांव ने एज्योर को वैश्विक बाजार में शीर्ष खिलाड़ियों में से एक बनने में मदद की।
उन्होंने लिंक्डइन, गिटहब और गेमिंग दिग्गज एक्टिविजन ब्लिजार्ड सहित प्रमुख अधिग्रहणों के माध्यम से माइक्रोसॉफ्ट के पोर्टफोलियो का विस्तार किया, जिससे सॉफ्टवेयर, पेशेवर नेटवर्किंग और मनोरंजन के क्षेत्र में कंपनी की उपस्थिति मजबूत हुई।
नडेला के सबसे महत्वपूर्ण कदमों में से एक ओपनएआई को सपोर्ट करना था, जब यह अभी भी एक छोटा स्टार्टअप था। ओपनएआई में माइक्रोसॉफ्ट का शुरुआती 1 अरब डॉलर का निवेश एक और गहरी साझेदारी में बदल गया।
रिजर्व बैंक का स्वर्ण भंडार सितंबर तक 880 टन के पार
भारतीय रिजर्व बैंक का स्वर्ण भंडार वित्त वर्ष 2025-26 की पहली छमाही में 880 टन के स्तर को पार कर गया। इस भंडार में केंद्रीय बैंक ने सितंबर के अंतिम सप्ताह में 0.2 टन सोना जोड़ा।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, 26 सितंबर, 2025 तक सोने का कुल मूल्य 95 अरब डॉलर था।
बढ़ती वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच, हाल के महीनों में सुरक्षित निवेश माने जाने वाले सोने की मांग में वृद्धि हुई है।
सितंबर में समाप्त छमाही में, रिजर्व बैंक ने 0.6 टन (600 किलोग्राम) सोना खरीदा। रिजर्व बैंक के नवीनतम बुलेटिन के अनुसार, सितंबर और जून में क्रमशः कुल 0.2 टन (200 किलोग्राम) और 0.4 टन (400 किलोग्राम) सोना खरीदा गया।
रिजर्व बैंक के पास कुल स्वर्ण भंडार सितंबर के अंत तक बढ़कर 880.18 टन हो गया, जो वित्त वर्ष 2024-25 के अंत तक 879.58 टन था। वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान, रिजर्व बैंक ने 54.13 टन सोना जोड़ा था।
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