अर्थजगत की खबरें: पाकिस्तान को फिर झटका, फिच ने रेटिंग घटाई, डॉलर के मुकबले 80 रुपये पर पहुंचा भारतीय रुपया

माइक्रोसॉफ्ट, मेटा और गूगल के बाद एप्पल साल 2023 के लिए हायरिंग धीमा करने वाली अगली बड़ी टेक कंपनी बन गई है। साल 2022 की पहली छमाही खत्म होने पर मुंबई के अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर जनवरी से जून के बीच यात्रियों की आवाजाही की संख्या में भारी वृद्धि देखी गई।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

फिच ने आर्थिक तंगी झेल रहे पाकिस्तान की रेटिंग घटाई

इस साल की शुरुआत से खराब होती लिक्विडिटी और सीमित बाहरी फंडिंग को देखते हुए फिच रेटिंग्स ने पाकिस्तान के आउटलुक को स्थिर से नकारात्मक कर दिया है। स्थानीय मीडिया ने मंगलवार को यह जानकारी दी है। द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, फिच रेटिंग्स ने एक बयान में कहा कि आउटलुक को नकारात्मक पर रखना पाकिस्तान की एक्सटर्नल लिक्विडिटी और वित्त पोषण की स्थिति में 2022 की शुरुआत से एक महत्वपूर्ण गिरावट को दर्शाता है।

फिच की ओर से जारी बयान में कहा गया कि हम आईएमएफ के साथ पाकिस्तान के नए स्टाफ-स्तरीय समझौते के आईएमएफ बोर्ड की मंजूरी मानते हैं, लेकिन इसके कार्यान्वयन के लिए काफी जोखिम देख रहे हैं और एक कठिन आर्थिक और राजनीतिक माहौल में जून 2023 में कार्यक्रम की समाप्ति के बाद वित्तपोषण तक पहुंच जारी रखते हैं। अंतर्राष्ट्रीय क्रेडिट रेटिंग एजेंसी ने कहा कि नए सिरे से राजनीतिक अस्थिरता को बाहर नहीं किया जा सकता और यह अधिकारियों के वित्तीय और बाहरी समायोजन को कमजोर कर सकता है, जैसा कि 2022 और 2018 की शुरूआत में हुआ था, विशेष रूप से धीमी वृद्धि और उच्च मुद्रास्फीति यानी बढ़ती महंगाई दर के मौजूदा माहौल में यह बात कही जा सकती है।

डॉलर के मुकबले 80 रुपये पर पहुंचा भारतीय रुपया

भारतीय मुद्रा रुपये की खस्ता हालत जारी है। मंगलवार को शेयर बाजार में गिरावट के बीच रुपये ने गिरने का नया रिकॉर्ड बनाया और एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 80 रुपये पर जा पहंचा। इसके साथ ही रुपया अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया। शुरुआती कारोबार में यह डॉलर के मुकाबले 80.0175 पर कारोबार कर रहा था। इससे पहले सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 79.9775 पर बंद हुआ था। इंटरबैंक फॉरेक्स एक्सचेंज के कारोबार में रुपया शुरुआत में ही गिरकर डॉलर के मुकाबले 80 से नीचे खुला। रुपये के लिए 80 के स्तर को अहम साइकोलॉजिकल सपोर्ट माना जा रहा था।

बता दें कि डॉलर के मुकाबले लगातार रुपया बेहद खराब दौर से गुजर रहा है। रुपये की कीमत पिछले काफी समय से बड़ी तेजी से गिरी है। रुपया लगातार एक के बाद एक निचले स्तर पर जाने का रिकॉर्ड बना रहा है। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा हाल में की गई कोशिशों के बावजूद रुपया संभल नहीं रहा है। आंकड़ों के मुताबिक, इस साल अब तक रुपया करीब 7 प्रतिशत कमजोर हो चुका है।


अब एप्पल भी 2023 के लिए हायरिंग को धीमा करेगी

माइक्रोसॉफ्ट, मेटा और गूगल के बाद, एप्पल कथित तौर पर कठिन वैश्विक मैक्रोइकॉनॉमिक परिस्थितियों के कारण 2023 के लिए हायरिंग को धीमा करने वाली अगली बड़ी टेक कंपनी बन गई है। ब्लूमबर्ग के अनुसार, एप्पल में हायरिंग में बदलाव सभी टीमों को प्रभावित नहीं करेगा, लेकिन कुछ वर्टिकल में अगले साल हायरिंग गतिविधियों में कमी आएगी। सोमवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी कुछ पदों को भी नहीं भर सकती है। एप्पल अगले साल जनवरी में अपने बहुप्रतीक्षित संवर्धित वास्तविकता (एआर) -मिश्रित वास्तविकता (एमआर) हेडसेट को जारी करने की संभावना है।

पिछले हफ्ते, सत्या नडेला द्वारा संचालित माइक्रोसॉफ्ट 'पुनर्गठन' की प्रक्रिया के तहत कर्मचारियों की छंटनी करने वाली पहली तकनीकी दिग्गज बन गई। माइक्रोसॉफ्ट में छंटनी कथित तौर पर अपने कार्यालयों और उत्पाद प्रभागों में अपने 1,80,000-मजबूत कर्मचारियों के लगभग 1 प्रतिशत को प्रभावित कर रही है। माइक्रोसॉफ्ट ने विंडोज, टीम्स और ऑफिस ग्रुप्स में हायरिंग को भी धीमा कर दिया है। गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने इस साल कर्मचारियों को काम पर रखने में मंदी के बारे में सूचित किया है, जबकि मेटा (पूर्व में फेसबुक) ने कर्मचारियों को 'गंभीर समय' की चेतावनी दी है और कुछ भूमिकाओं के लिए हायरिंग फ्रीज जारी किया है। ट्विटर ने भी अपनी भर्ती टीम में 30 प्रतिशत की कटौती की है, जबकि एलन मस्क द्वारा संचालित टेस्ला सैकड़ों कर्मचारियों की छंटनी कर रही है।

आर्थिक मंदी के बीच वैश्विक स्मार्टफोन शिपमेंट इस तिमाही 9 प्रतिशत गिरा

इस साल दूसरी तिमाही में वैश्विक स्मार्टफोन शिपमेंट में 9 प्रतिशत (वर्ष दर वर्ष) की गिरावट आई है। सैमसंग 21 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ सबसे आगे है। एक नई रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई है। आईफोन 13 की मांग अधिक रहने से एप्पल 17 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ दूसरे स्थान पर रहा। शोध फर्म कैनालिस के अनुसार, शाओमी, ओप्पो और विवो को क्रमश: 14 प्रतिशत, 10 प्रतिशत और 9 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी लेने के लिए दोहरे अंकों की गिरावट का सामना करना पड़ा।

रिपोर्ट में कहा गया है कि आर्थिक बाधाओं और क्षेत्रीय अनिश्चितता के बाद मांग घटने लगी है। कैनालिस के रिसर्च एनालिस्ट रनर ब्योरहोवडे ने कहा, "विक्रेताओं को दूसरी तिमाही में अपनी रणनीति की समीक्षा करने के लिए मजबूर होना पड़ा, क्योंकि स्मार्टफोन बाजार अधिक सतर्क हो गया है।" आर्थिक प्रतिकूलता, सुस्त मांग और इन्वेंट्री पाइलअप के चलते वेंडर 2022 के बाकी हिस्सों के लिए अपनी पोर्टफोलियो रणनीतियों का तेजी से पुनर्मूल्यांकन कर रहे हैं।


मुंबई एयरपोर्ट पर यात्रियों की आवाजाही में भारी उछाल

वर्ष 2022 की पहली छमाही समाप्त होने के साथ ही, मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर जनवरी से जून के बीच यात्रियों की संख्या में भारी वृद्धि देखी गई है। लगभग 1 करोड़ 70 लाख लोगों ने इस दौरान यात्रा की। दुनिया भर में सबसे व्यस्त हवाई अड्डों में से एक, मुंबई एयरपोर्ट ने पहली छमाही के लिए इसी दौरान 2021 की तुलना में 132 प्रतिशत की उछाल दर्ज की। 2022 में संचालन कोविड के पहले के वक्त की ओर तेजी से बढ़ रहा है।

वर्ष की पहली छमाही में, छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लगभग 16.84 मिलियन यात्री आए। लगभग 1,30,000 घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भरी गई। कुल 13.36 मिलियन घरेलू यात्रियों ने 97,460 उड़ानों से यात्रा की। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 24,910 उड़ानों में 3.48 मिलियन से अधिक यात्रियों ने उड़ान भरी, जो 2021 की पहली छमाही की तुलना में 97 प्रतिशत अधिक है। इसके अलावा, मुंबई एयरपोर्ट पर जून 2022 में 8,30,000 यात्रियों ने अंतरराष्ट्रीय यात्रा की जो जनवरी 2022 के बाद से 124 प्रतिशत अधिक है।

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