अर्थतंत्र की खबरें: चांदी के भाव में तूफान, रिकॉर्ड तोड़ कीमत चढ़ी सातवें आसमान और लगातार चौथे दिन बाजार में गिरावट

चांदी बुधवार को 7,300 रुपये उछलकर पहली बार दो लाख रुपये प्रति किलोग्राम को पार कर 2,05,800 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

चांदी को राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में 1,800 रुपये उछलकर 2,07,600 रुपये प्रति किलोग्राम के नए सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई। इसका कारण कारोबारियों की निरंतर खरीदारी है। अखिल भारतीय सर्राफा संघ ने यह जानकारी दी।

चांदी बुधवार को 7,300 रुपये उछलकर पहली बार दो लाख रुपये प्रति किलोग्राम को पार कर 2,05,800 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी।

इस वृद्धि के साथ, चांदी की कीमत इस साल एक जनवरी को दर्ज की गई 90,500 रुपये प्रति किलोग्राम से 1,17,100 रुपये किलो यानी 129.4 प्रतिशत बढ़ चुकी है।

सर्राफा संघ के अनुसार, स्थानीय सर्राफा बाजार में, 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत 1,36,500 रुपये प्रति 10 ग्राम (सभी करों सहित) पर स्थिर रहा।

अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में, हाजिर सोना 13.16 डॉलर यानी 0.31 प्रतिशत घटकर 4,325.02 डॉलर प्रति औंस रह गया।

रिलायंस सिक्योरिटीज के वरिष्ठ अनुसंधान विश्लेषक जिगर त्रिवेदी ने कहा, ‘‘सोना बृहस्पतिवार को लगभग 4,330 डॉलर प्रति औंस तक गिर गया, लेकिन अक्टूबर में पहुंचे रिकॉर्ड उच्च स्तर के करीब बना रहा। इसका कारण अमेरिकी दर में कटौती की उम्मीदों और चल रहे भू-राजनीतिक जोखिमों से सोने को समर्थन मिलना है।’’

इस बीच, बाजार की धारणा फेडरल रिजर्व के गवर्नर क्रिस्टोफर वालर की टिप्पणियों से प्रभावित हुई। उन्होंने बुधवार को अतिरिक्त ब्याज दर में कटौती का समर्थन किया, जबकि यह भी कहा कि नीति निर्माता सावधानी से आगे बढ़ सकते हैं।

उनकी टिप्पणियां अमेरिकी श्रम डेटा के बाद आईं, जो आगे नरमी का संकेत दे रहा था। इसमें बेरोजगारी दर चार साल के उच्च स्तर पर पहुंच गई और नवंबर में नौकरियों में वृद्धि अक्टूबर में देखी गई नरमी की भरपाई करने में विफल रही।

विदेशी बाजारों में हाजिर चांदी 0.25 प्रतिशत घटकर 66.04 डॉलर प्रति औंस रह गई। पिछले सत्र में, चांदी 3.13 डॉलर यानी 4.91 प्रतिशत बढ़कर 66.88 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई थी।

मौजूदा वर्ष में, चांदी की कीमतें दो जनवरी, 2025 को दर्ज किए गए 29.56 डॉलर प्रति औंस से 37.32 डॉलर यानी 126.3 प्रतिशत बढ़ी हैं।

रिलायंस सिक्योरिटीज के जिगर त्रिवेदी ने कहा, ‘‘इस साल चांदी सालाना आधार पर लगभग 130 प्रतिशत चढ़ी है। उसे कम होते भंडार और मजबूत खुदरा और औद्योगिक मांग, खासकर तेजी से बढ़ते सौर, इलेक्ट्रिक वाहन और डेटा सेंटर सेक्टर से भी समर्थन मिला है।’’

विश्लेषकों ने कहा कि चांदी लगातार पांचवें साल आपूर्ति की कमी देख रही है और यह रुख जारी रहने का अनुमान है।

लगातार चौथे दिन बाजार में गिरावट, सेंसेक्स 78 अंक फिसला

स्थानीय शेयर बाजार में बृहस्पतिवार को लगातार चौथे दिन गिरावट आई। अमेरिका के साथ व्यापार समझौते को लेकर अनिश्चितता और वैश्विक बाजारों में नरम रुख से सेंसेक्स 78 अंक के मामूली नुकसान में रहा जबकि निफ्टी स्थिर बंद हुआ।

बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स 77.84 अंक यानी 0.09 प्रतिशत टूटकर 84,481.81 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 84,780.19 अंक के ऊपरी और 84,238.43 अंक के निचले स्तर तक भी गया। इस तरह इसमें 541.76 अंक की घट-बढ़ हुई।

एनएसई का 50 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक निफ्टी तीन अंक यानी 0.01 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ 25,815.55 अंक पर स्थिर रहा।।

सेंसेक्स में शामिल शेयरों में सन फार्मा, टाटा स्टील, पावर ग्रिड, एशियन पेंट्स, एनटीपीसी और भारती एयरटेल प्रमुख रूप से नुकसान में रहें।

दूसरी तरफ, लाभ में रहने वाले शेयरों में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, टेक महिंद्रा, इन्फोसिस, अदाणी पोर्ट्स, एक्सिस बैंक और एचसीएल टेक शामिल हैं।

रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजीत मिश्रा ने कहा, "वैश्विक संकेतों और रुपये से जुड़ी चिंताओं का निवेशक धारणा पर असर बना रहा। इसकी वजह से कारोबारियों ने सतर्कता बरती।"

व्यापक बाजार में मझोली कंपनियों का बीएसई मिडकैप सूचकांक 0.05 प्रतिशत चढ़ गया जबकि छोटी कंपनियों के स्मालकैप सूचकांक में 0.28 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।

क्षेत्रवार सूचकांकों में बिजली खंड में सर्वाधिक 1.01 प्रतिशत की गिरावट रही जबकि तेल एवं गैस खंड में 0.81 प्रतिशत, पूंजीगत उत्पाद खंड में 0.80 प्रतिशत और उपयोगिता खंड में 0.75 प्रतिशत की गिरावट रही।

इसके उलट, फोकस आईटी खंड 1.24 प्रतिशत उछल गया और आईटी खंड में भी 1.10 प्रतिशत की तेजी रही।

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लि. के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘शेयर बाजार में शुरुआती बढ़त का कारण निचले मूल्य पर खरीदारी और केंद्रीय बैंक के हस्तक्षेप से रुपये में आई मजबूती थी। हालांकि, अमेरिका-भारत व्यापार समझौते पर बनी अनिश्चितता ने बाजार धारणा को कमजोर किया और मुनाफावसूली देखने को मिली।’’

शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) कई दिनों के बाद खरीदार बने और उन्होंने बुधवार को 1,171.71 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने भी पिछले कारोबार में 768.94 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।


रुपया 12 पैसे मजबूत होकर 90.26 प्रति डॉलर पर बंद

रुपया बृहस्पतिवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 12 पैसे मजबूत होकर 90.26 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के संभावित हस्तक्षेप से विदेशी बाजार में अमेरिकी मुद्रा की व्यापक मजबूती के बावजूद घरेलू मुद्रा को बढ़त में रहा।

विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि ब्रेंट क्रूड की कीमत 59 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल के आसपास बनी रहने से घरेलू मुद्रा को निचले स्तर पर समर्थन मिला। हालांकि, डॉलर सूचकांक में सुधार और घरेलू बाजारों की कमजोरी ने तेज बढ़त को सीमित कर दिया।

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 90.35 पर खुला। फिर कुछ हद तक उबरकर 90.04 प्रति डॉलर के दिन के उच्च स्तर पर पहुंच गया जो पिछले बंद भाव से 34 पैसे की बढ़त दर्शाता है।

अंत में यह 90.26 प्रति डॉलर पर बंद हुआ जो पिछले बंद भाव से 12 पैसे अधिक है। रुपया बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 90.38 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।

मीराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘ भारतीय रिजर्व बैंक के डॉलर की बिक्री से अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में मजबूती आई है। बताया जा रहा है कि आरबीआई ने विदेशी मुद्रा बाजारों में हस्तक्षेप किया और रुपये में और गिरावट को रोकने के लिए डॉलर बेचे।’’

चौधरी ने कहा कि अमेरिकी डॉलर/भारतीय रुपये की हाजिर कीमत 90 से 90.60 के दायरे में रहने का अनुमान है।

इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.16 प्रतिशत की बढ़त के साथ 98.52 पर रहा।

घरेलू शेयर बाजार के मोर्चे पर सेंसेक्स 77.84 अंक टूटकर 84,481.81 अंक पर जबकि निफ्टी तीन अंक फिसलकर 25,815.55 अंक पर बंद हुआ।

अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.35 प्रतिशत की बढ़त के साथ 59.89 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) बुधवार को लिवाल रहे थे और उन्होंने शुद्ध रूप से 1,171.71 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।