अर्थतंत्र की खबरें: पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने से शेयर मार्केट में गिरावट और खुदरा महंगाई दर की आई रिपोर्ट

पश्चिम एशिया में जारी तनाव के बीच वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख के बीच बाजार नुकसान में रहा।

फोटोः IANS
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नवजीवन डेस्क

स्थानीय शेयर बाजार में बृहस्पतिवार को गिरावट आई और बीएसई सेंसेक्स 823 अंक लुढ़क गया। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 25,000 अंक से नीचे आ गया। पश्चिम एशिया में जारी तनाव के बीच वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख के बीच बाजार नुकसान में रहा।

तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 823.16 अंक यानी एक प्रतिशत की गिरावट के साथ 81,691.98 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 991.98 अंक तक का गोता लगा गया था।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 253.20 अंक यानी 1.01 प्रतिशत टूटकर 24,888.20 अंक पर बंद हुआ। इसके साथ, पिछले छह कारोबारी सत्रों से निफ्टी में जारी तेजी थम गयी।

कारोबारियों ने कहा कि विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी ने भी निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया।

सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में टाटा मोटर्स, टाइटन, इटर्नल (पूर्व में जोमैटो), पावर ग्रिड, टाटा स्टील, लार्सन एंड टुब्रो, महिंद्रा एंड महिंद्रा और हिंदुस्तान यूनिलीवर प्रमुख रूप से नुकसान में रहीं।

दूसरी तरफ लाभ में रहने वाले शेयरों में बजाज फिनसर्व, एशियन पेंट्स और टेक महिंद्रा शामिल हैं।

जियोजीत इन्वेस्टमेंट लि. के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘घरेलू बाजार में गिरावट का रुख चौतरफा होता जा रहा है। मूल्यांकन संबंधी चिंताएं और पश्चिम एशिया में तनाव के कारण कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों से निवेशक जोखिम लेने से बच रहे हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका, कई प्रमुख व्यापार साझेदारों पर एकतरफा शुल्क वृद्धि पर विचार कर रहा है। इससे भी अनिश्चितता बढ़ने की आशंका है। इस बारे में निर्णय अगले एक से दो सप्ताह के भीतर होने की संभावना है।’’

मझोली कंपनियों से संबंधित बीएसई मिडकैप सूचकांक 1.52 प्रतिशत टूटा, जबकि छोटी कंपनियों का बीएसई स्मॉलकैप 1.38 प्रतिशत नीचे आया।

बीएसई में 2,729 शेयरों में गिरावट रही, जबकि 1,282 शेयर लाभ में रहे। 140 शेयरों के भाव स्थिर रहे।

रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘इजराइल और ईरान के बीच नए सिरे से तनाव, कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि... समेत कई कारणों से बिकवाली हुई। इन घटनाक्रमों ने निवेशकों को अधिक सतर्क बना दिया है।’’

इस बीच, 242 यात्रियों और चालक दल को लेकर लंदन जा रहा एयर इंडिया का विमान बृहस्पतिवार को अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद रिहायशी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसमें कई लोगों के मारे जाने की आशंका है।

विमान विनिर्माता कंपनी बोइंग के शेयर में बृहस्पतिवार को बाजार खुलने से पहले (प्री-मार्केट) के कारोबार में करीब आठ प्रतिशत की गिरावट आई।

एशिया के अन्य बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और चीन का शंघाई कम्पोजिट बढ़त में रहे, जबकि जापान का निक्की और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे।

यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में गिरावट का रुख रहा। बुधवार को अमेरिकी बाजार गिरावट के साथ बंद हुए थे।

शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को 446.31 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।

वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.43 प्रतिशत टूटकर 68.77 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।

बीएसई सेंसेक्स बुधवार को 123.42 अंक के लाभ में रहा था, जबकि एनएसई निफ्टी में 37.15 की तेजी रही थी।

भारत में खुदरा महंगाई दर मई में 6 वर्षों के निचले स्तर पर रही

भारत की खुदरा महंगाई दर मई में कम होकर 2.82 प्रतिशत हो गई है, जो कि पिछले साल मई में 4.8 प्रतिशत थी। सरकार की ओर से गुरुवार को जारी किए गए डेटा में यह जानकारी दी गई थी।

खुदरा महंगाई दर का यह फरवरी 2019 के बाद सबसे निचला स्तर है। इस साल अप्रैल में खुदरा महंगाई दर 3.16 प्रतिशत थी।

सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय की ओर से जारी किए गए डेटा में बताया गया कि खाद्य महंगाई दर मई में कम होकर 0.99 प्रतिशत हो गई है, जो कि अक्टूबर 2021 के बाद सबसे निचला स्तर है। खाद्य महंगाई दर बीते सात महीने से लगातार कम हो रही है। इसकी वजह कृषि उत्पादन का बढ़ना है।

आधिकारिक बयान के अनुसार, मई के दौरान खुदरा महंगाई में बड़ी गिरावट मुख्य रूप से दालों, सब्जियों, फलों, अनाजों, घरेलू वस्तुओं एवं सेवाओं, चीनी और अंडों की कीमतों में गिरावट के कारण हुई है।

ईंधन की कीमतों में नरमी के कारण भी महंगाई में कमी आई है।

रिजर्व बैंक के गवर्नर संजय मल्होत्रा ​​ने बीते शुक्रवार को आरबीआई ने 2025-26 के लिए महंगाई के अपने पूर्वानुमान को भी 4 प्रतिशत से घटाकर 3.7 प्रतिशत कर दिया है।

उन्होंने कहा, "सभी कारकों को ध्यान में रखते हुए और सामान्य मानसून को देखते हुए वित्त वर्ष 2025-26 के लिए सीपीआई मुद्रास्फीति अब 3.7 प्रतिशत रहने का अनुमान है। महंगाई पहली तिमाही में 2.9 प्रतिशत, दूसरी तिमाही में 3.4 प्रतिशत, तीसरी तिमाही में 3.9 प्रतिशत और चौथी तिमाही में 4.4 प्रतिशत रहने का अनुमान है।"

मल्होत्रा ने कहा कि पिछले छह महीनों में मुद्रास्फीति में काफी कमी आई है, जो अक्टूबर 2024 में टोलरेंस बैंड से ऊपर थी और अब लक्ष्य से काफी नीचे आ गई है। इसमें व्यापक आधार पर नरमी के संकेत हैं।

उन्होंने बताया कि इस वर्ष मार्च-अप्रैल में सीपीआई हेडलाइन महंगाई में गिरावट जारी रही, जिसमें अप्रैल 2025 में यह लगभग सालाना आधार पर छह साल के निचले स्तर 3.2 प्रतिशत पर आ गई थी।


सोना 850 रुपये उछला, चांदी में गिरावट

विदेशी बाजारों में बहुमूल्य धातुओं की कीमतों में तेजी के बीच बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में सोने की कीमत 850 रुपये उछलकर 99,340 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई।

अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत 800 रुपये बढ़कर 98,800 रुपये प्रति 10 ग्राम (सभी करों सहित) पर पहुंच गई।

हालांकि, बृहस्पतिवार को चांदी की कीमत 100 रुपये घटकर 1,07,000 रुपये प्रति किलोग्राम (सभी करों सहित) रही।

रिलायंस सिक्योरिटीज के वरिष्ठ शोध विश्लेषक श्रीराम अय्यर ने कहा, ‘‘अमेरिका-ईरान के बीच बढ़ते तनाव ने सुरक्षित निवेश की मांग को फिर से बढ़ा दिया। इसके साथ अमेरिका में उम्मीद से कमजोर मुद्रास्फीति के आंकड़ों ने फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावना को बढ़ा दिया है, जिससे बृहस्पतिवार को सोने की कीमतों में तेजी आई।’’

इस बीच, अंतरराष्ट्रीय बाजारों में हाजिर सोना 15.74 डॉलर प्रति औंस यानी 0.47 प्रतिशत बढ़कर 3,370.87 डॉलर प्रति औंस हो गया।

कोटक सिक्योरिटीज की एवीपी (जिंस शोध) कायनात चैनवाला ने कहा, ‘‘अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा दो सप्ताह के भीतर एकतरफा शुल्क लगाए जाने की घोषणा के बाद सुरक्षित निवेश की मांग बढ़ी है जिससे सोने में तेजी देखी जा रही है।’’

वैश्विक स्तर पर हाजिर चांदी 0.54 प्रतिशत गिरकर 36.05 डॉलर प्रति औंस रही।

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) सौमिल गांधी के अनुसार, बाजार प्रतिभागियों को अमेरिकी आर्थिक रिपोर्ट का इंतजार है, जिसमें उत्पादक मूल्य सूचकांक और साप्ताहिक प्रारंभिक बेरोजगारी दावों के आंकड़े शामिल हैं।

विमान हादसे पर अधिक जानकारी जुटाने में लगी बोइंग, शेयर धड़ाम

विमान विनिर्माता कंपनी बोइंग ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह एयर इंडिया के बेड़े में शामिल अपने एक विमान के अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त होने के बारे में जानकारी जुटाने की कोशिश में लगी है।

दिग्गज अमेरिकी कंपनी ने विमान हादसे की खबर आने के बाद अपनी त्वरित प्रतिक्रिया में कहा कि वह इस बारे में आई शुरुआती रिपोर्ट से अवगत है और इस संबंध में अधिक जानकारी जुटाने की कोशिश कर रही है।

इस बीच, विमान हादसे की खबर आते ही बोइंग कंपनी के शेयर बाजार खुलने से पहले के कारोबार में करीब नौ प्रतिशत लुढ़क गया।

एयर इंडिया का बोइंग 787-8 विमान भारतीय समयानुसार दोपहर एक बजकर 38 मिनट पर उड़ान भरने के पांच मिनट बाद ही अहमदाबाद के हवाई अड्डे के पास एक आवासीय क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

एयर इंडिया ने कहा कि यह विमान अहमदाबाद से लंदन गैटविक हवाई अड्डे के लिए रवाना हुआ था और उसमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, सात पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक सवार थे।


रुपया सात पैसे टूटकर 85.60 प्रति डॉलर पर

घरेलू शेयर बाजारों में भारी गिरावट और कच्चे तेल की वैश्विक कीमतों में बढ़ोतरी के बीच बृहस्पतिवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया सात पैसे टूटकर 85.60 (अस्थायी) पर बंद हुआ।

हालांकि, विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले कमजोर डॉलर ने नुकसान को सीमित कर दिया।

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 85.43 पर खुला। यह 85.43 और 85.65 के दायरे में कारोबार करने के बाद 85.60 (अस्थायी) पर बंद हुआ, जो पिछले बंद से सात पैसे की गिरावट है।

बुधवार को रुपया 85.53 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।

फिनरेक्स ट्रेजरी एडवाइजर्स एलएलपी के ट्रेजरी प्रमुख और कार्यकारी निदेशक अनिल कुमार भंसाली ने कहा, “कच्चे तेल की कीमतें 70 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंचने के बाद तेल कंपनियों द्वारा डॉलर खरीदने से भारतीय रुपया 85.43 प्रति डॉलर पर पहुंचने के बाद आज (बृहस्पतिवार) गिर गया।”

इस बीच, विश्व की छह प्रमुख प्रतिस्पर्धी मुद्राओं की तुलना में डॉलर की मजबूती को मापने वाला, डॉलर सूचकांक 0.43 प्रतिशत घटकर 99.20 पर रहा।

घरेलू शेयर बाजार में 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 823.16 अंक टूटकर 81,691.98 अंक पर, जबकि निफ्टी 253.20 अंक गिरकर 24,888.20 अंक पर बंद हुआ।

वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 0.09 प्रतिशत गिरकर 66.81 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।

शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को शुद्ध आधार पर 446.31 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।

बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने खुदरा कर्ज पर ब्याज दर में 0.5 प्रतिशत की कटौती की

सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ महाराष्ट्र (बीओएम) ने रेपो आधारित कर्ज पर ब्याज दर में 0.50 प्रतिशत की कटौती की है। इस कटौती से रेपो दर से जुड़े घर, कार, शिक्षा और अन्य खुदरा कर्ज सस्ते होंगे।

बैंक का यह कदम भारतीय रिजर्व बैंक के पिछले सप्ताह प्रमुख नीतिगत दर रेपो में की गई कटौती के अनुरूप है। नई दरें 10 जून से प्रभावी हो गयी हैं।

बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने बृहस्पतिवार को बयान में कहा कि दर में कटौती के साथ, अब उसका आवास ऋण 7.35 प्रतिशत और कार ऋण 7.7 प्रतिशत से शुरू होता है। यह बैंकिंग उद्योग में सबसे कम ब्याज दर में से एक है।

बैंक ने कहा कि ब्याज दरों में कमी का यह लाभ उसके सभी ग्राहकों को बेहतर वित्तपोषण समाधान प्रदान करने और उनके सपनों को पूरा करने में मदद करने की बैंक की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

इस बीच, बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) ने भी एक महीने से एक वर्ष तक की विभिन्न अवधियों के लिए कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (एमसीएलआर) में 0.05 प्रतिशत की कमी की है।

आरबीआई के कदम के बाद, कई बैंकों ने कर्ज के पर देय ब्याज दर में कटौती की।

उल्लेखनीय है कि आरबीआई ने पिछले सप्ताह प्रमुख नीतिगत दर रेपो को 0.5 प्रतिशत घटाकर 5.5 प्रतिशत कर दिया था। साथ ही आर्थिक गतिविधियों को गति देने के मकसद से बैंकों को उधार देने के लिए अधिक राशि उपलब्ध कराने को नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) एक प्रतिशत कम कर तीन प्रतिशत करने की घोषणा की थी।

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