अर्थतंत्र की खबरें: शेयर बाजार में चार दिनों से जारी तेजी थमी और सोना इतने रुपए हुआ सस्ता

रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजीत मिश्रा ने कहा, "बाजार में सुस्ती रही और यह लगभग अपरिवर्तित बंद हुआ। मिश्रित वैश्विक संकेतों के बीच निवेशक थोड़े सतर्क बने हुए हैं

भारतीय शेयर बाजार
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नवजीवन डेस्क

मिले-जुले वैश्विक संकेतों के बीच बैंक और ऊर्जा शेयरों में मुनाफावसूली होने से स्थानीय शेयर बाजार में चार दिनों से जारी तेजी मंगलवार को थम गई। उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में मानक सूचकांक सेंसेक्स 53 अंक गिरकर बंद हुआ जबकि निफ्टी लगभग स्थिर रहा।

बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स 53.49 अंक यानी 0.06 प्रतिशत की गिरावट के साथ 82,391.72 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के 14 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए जबकि 15 लाभ में रहे और एक अपरिवर्तित रहा।

सेंसेक्स बढ़त के साथ खुला और सुबह के कारोबार में 235.58 अंक चढ़कर 82,680.79 पर पहुंच गया था। लेकिन दोपहर के सत्र में दिग्गज कंपनियों रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक में मुनाफावसूली होने के कारण यह अपनी बढ़त गंवा बैठा।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों वाला सूचकांक निफ्टी महज 1.05 अंक की बढ़त के साथ 25,104.25 पर बंद हुआ।

पिछले चार कारोबारी सत्रों में निफ्टी ने 560 अंक यानी 2.27 प्रतिशत से अधिक की छलांग लगाई जबकि सेंसेक्स 1,707.7 अंक यानी 2.11 प्रतिशत चढ़ा।

रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजीत मिश्रा ने कहा, "बाजार में सुस्ती रही और यह लगभग अपरिवर्तित बंद हुआ। मिश्रित वैश्विक संकेतों के बीच निवेशक थोड़े सतर्क बने हुए हैं और सूचकांक के दिग्गजों के बीच अलग-अलग रुझान समग्र धारणा को प्रभावित कर रहे हैं।"

सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में से एशियन पेंट्स, बजाज फाइनेंस, टाटा स्टील, बजाज फिनसर्व, आईसीआईसीआई बैंक, मारुति, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक और महिंद्रा एंड महिंद्रा में गिरावट आई।

दूसरी तरफ, टेक महिंद्रा, टाटा मोटर्स, इन्फोसिस, एचसीएल टेक, इंडसइंड बैंक और अल्ट्राटेक सीमेंट के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए।

विश्लेषकों का कहना है कि निवेशक लंदन में आयोजित अमेरिका-चीन व्यापार वार्ता के नतीजों का इंतजार कर रहे हैं।

छोटी कंपनियों का बीएसई स्मालकैप सूचकांक 0.33 प्रतिशत चढ़ गया जबकि मझोली कंपनियों से संबंधित मिडकैप सूचकांक में 0.04 प्रतिशत की तेजी रही।

क्षेत्रवार सूचकांकों में सूचना प्रौद्योगिकी खंड 1.58 प्रतिशत चढ़ गया जबकि जन-केंद्रित खंड में 1.11 प्रतिशत और ऊर्जा खंड में 0.95 प्रतिशत की तेजी रही। वहीं रियल्टी खंड 1.18 प्रतिशत के नुकसान में रहा।

बीएसई पर सूचीबद्ध 2,232 कंपनियां बढ़त में रहीं जबकि 1,805 शेयरों में गिरावट रही और 135 अन्य अपरिवर्तित रहे।

इस बीच, म्यूचुअल फंड निकाय एम्फी के आंकड़ों से पता चला है कि मई में इक्विटी म्यूचुअल फंड में शुद्ध प्रवाह 21.66 प्रतिशत घटकर 19,013.12 करोड़ रुपये पर आ गया, जो 12 महीने का सबसे निचला स्तर है। इक्विटी फंड में निवेश घटने का यह लगातार पांचवां महीना रहा।

सैमको म्यूचुअल फंड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विराज गांधी ने कहा, "मई के पूरे महीने में घरेलू इक्विटी बाजार भू-राजनीतक चिंताओं और मुनाफावसूली के कारण नरम रहा। शेयरों के चढ़े दाम को देखकर निवेशकों ने सतर्कता बरती जिसका नतीजा इक्विटी प्रवाह में सुस्ती के रूप में देखने को मिला।"

शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को 1,992.87 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध खरीदारी की।

एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की 225 सूचकांक सकारात्मक क्षेत्र में बंद हुए जबकि चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग मामूली रूप से गिरकर बंद हुए।

यूरोपीय बाजार मिले-जुले रुख के साथ कारोबार कर रहे थे। सोमवार को अधिकांश अमेरिकी बाजार बढ़त के साथ बंद हुए थे।

वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.39 प्रतिशत चढ़कर 67.19 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।

रुपया चार पैसे की तेजी के साथ 85.62 प्रति डॉलर पर बंद

मजबूत विदेशी पूंजी प्रवाह के साथ अंतरबैंक विदेशीमुद्रा विनिमय बाजार में मंगलवार को रुपया, अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले चार पैसे की तेजी के साथ 85.62 (अस्थायी) पर बंद हुआ।

विदेशी मुद्रा कारोबारियों के अनुसार, हालांकि, घरेलू शेयर बाजारों की मिश्रित धारणा, वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों में तेजी और प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने से रुपये में आगे के सुधार को सीमित कर दिया।

शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को शुद्ध आधार पर 1,992.87 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे थे।

अंतरबैंक विदेशीमुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 85.62 पर खुला और 85.51 के दिन के उच्चतम स्तर और 85.68 का निम्नतम स्तर को छूने के बाद कारोबार के अंत में डॉलर के मुकाबले 85.62 (अस्थायी) पर बंद हुआ, जो पिछले बंद से चार पैसे की तेजी है।

सोमवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 85.66 पर बंद हुआ था।

कोटक सिक्योरिटीज के मुद्रा एवं जिंस मामलों के प्रमुख अनिंद्य बनर्जी ने कहा, ‘‘डॉलर-रुपया हाजिर कीमत 85.00 से 86.00 की सीमित सीमा में रहने का अनुमान है। बाजार प्रतिभागी निर्णायक बाजार संकेतकों की प्रतीक्षा कर रहे हैं। नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) में कमी के बाद मुद्रा बाजार में संतोषजनक नकदी की स्थिति के कारण भारत और अमेरिका के बीच ब्याज दर अंतर कम होने से अग्रिम प्रीमियम में नरमी आई है। इसने निर्यातकों के लिए ‘अग्रिम हेजिंग’ को कम आकर्षक बना दिया है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि रिजर्व बैंक अत्यधिक अस्थिरता को रोकने के लिए विदेशी मुद्रा बाजार में सक्रिय रहेगा। घरेलू मोर्चे पर, भारत के अपेक्षाकृत स्थिर वृहद आर्थिक बुनियाद रुपये को मजबूती प्रदान करते रहेंगे।’’

घरेलू शेयर बाजार में, 30 शेयरों पर आधारित बीएसई सूचकांक 53.49 अंक टूटकर 82,391.72 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 25,104.25 पर बंद हुआ।

इस बीच, विश्व की छह प्रमुख प्रतिस्पर्धी मुद्राओं की तुलना में डॉलर की मजबूती को मापने वाला, डॉलर सूचकांक 0.15 प्रतिशत बढ़कर 99.09 पर रहा।

वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 0.18 प्रतिशत बढ़कर 67.16 डॉलर प्रति बैरल हो गया।


महाराष्ट्र के पहले ग्रीन बॉन्ड की बीएसई पर हुई लिस्टिंग

महाराष्ट्र के पहले ग्रीन बॉन्ड की बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर मंगलवार को लिस्टिंग हुई। यह ग्रीन बॉन्ड पिंपरी चिंचवड महानगरपालिका (पीसीएमसी) की ओर से जारी किया गया है।

पिंपरी चिंचवड महानगरपालिका के आयुक्त शेखर सिंह ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत करते हुए कहा कि पीसीएमसी के लिए यह बहुत बड़ा दिन है। आज महाराष्ट्र के पहले और देश के तीसरे या चौथे ग्रीन बॉन्ड की लिस्टिंग हुई है।

उन्होंने आगे कहा कि पीसीएमसी का यह दूसरा बॉन्ड इश्यू है। इस ग्रीन बॉन्ड को निवेशकों से शानदार प्रतिक्रिया मिली है और यह 5.1 गुना सब्सक्राइब हुआ। वहीं, इसका कूपन रेट 7.85 प्रतिशत रहा है।

शेखर सिंह ने बताया कि पीसीएमसी एक एए प्लस रेटेड कॉरपोरेशन है और हमारे बॉन्ड को एए प्लस रेटिंग मिली है।

उन्होंने आगे कहा कि इस बॉन्ड के जरिए हमने हरित सेतु प्रोजेक्ट के लिए फंड जुटाया है।

पीसीएमसी के ग्रीन बॉन्ड की लिस्टिंग को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ऐतिहासिक और इसे भारत के शहरी विकास और फाइनेंशियल इनोवेशन में एक निर्णायक क्षण बताया।

महानगरपालिका की फंडिंग में इस लिस्टिंग को मील का पत्थर बताते हुए फडणवीस ने पीसीएमसी की तारीफ करते हुए कहा, "मुझे बताया गया कि जारी होने के कुछ ही समय बाद 100 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य के बॉन्ड सब्सक्राइब हो गए थे और बाद में सब्सक्रिप्शन बढ़कर 5 गुना तक पहुंच गया था।"

फडणवीस ने नगर निगमों की पूंजी बाजार तक पहुंच को सक्षम बनाने का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन को दिया। साथ ही कहा कि पीसीएमसी की उपलब्धि स्थानीय शासन को सशक्त बनाने के केंद्र के व्यापक लक्ष्य के अनुरूप है।

उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री की दूरदर्शिता के कारण नगर निगमों के पास अब सतत विकास के लिए सीधे पूंजी जुटाने के साधन हैं और पिंपरी चिंचवड ने पहला कदम उठाया है।"

सस्ते में सोना खरीदने का मौका, करीब 1,300 रुपए कम हुई कीमत

सोना खरीदारों के लिए खुशखबरी है। पीली धातु की कीमत में सोमवार को करीब 1,300 रुपए की गिरावट देखने को मिली है।

इंडिया बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) के मुताबिक, 24 कैरेट के 10 ग्राम सोने का दाम 1,281 रुपए कम होकर 95,864 रुपए हो गया है, जो कि पहले 97,145 रुपए था।

22 कैरेट के सोने का दाम कम होकर 87,811 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गया है, जो कि पहले 88,985 रुपए था। वहीं, 18 कैरेट के सोने की कीमत 72,859 रुपए प्रति 10 ग्राम से कम होकर 71,898 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गई है।

सोने के विपरीत चांदी की कीमतों में तेजी देखने को मिली है। चांदी का दाम 275 रुपए बढ़कर 1,05,560 रुपए प्रति किलो हो गया है, जो कि पहले 1,05,285 रुपए प्रति किलो था।

वायदा बाजार में सोने और चांदी में विपरीत कारोबार देखने को मिली है।

मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर सोने के 5 अगस्त 2025 के कॉन्ट्रैक्ट की कीमत 0.27 प्रतिशत गिरकर 96,776 रुपए और चांदी के 4 जुलाई 2025 के कॉन्ट्रैक्ट की कीमत 0.67 प्रतिशत बढ़कर 1,06,164 रुपए थी।

एलकेपी सिक्योरिटीज के जतिन त्रिवेदी ने कहा कि अमेरिका-चीन बातचीत के कारण सोने का प्रदर्शन कमजोर रहा। एमसीएक्स में सोने की कीमतें लगभग 600 रुपए की गिरावट के साथ 96,400 रुपए के करीब कमजोर खुलीं। हालांकि, शुरुआती कमजोरी ने गिरावट-खरीदारी को आकर्षित किया, जिससे कीमतों को 96,800 रुपए तक पहुंचने में मदद मिली।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने और चांदी दोनों में विपरीत कारोबार हो रहा है। खबर लिखे जाने तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोना करीब 0.40 प्रतिशत गिरकर 3,332.95 डॉलर प्रति औंस और चांदी 0.81 प्रतिशत बढ़कर 36.44 डॉलर प्रति औंस पर थी।

1 जनवरी से अब तक 10 ग्राम 24 कैरेट सोने का दाम 76,162 रुपए से 19,702 रुपए या 25.86 प्रतिशत बढ़कर 95,864 रुपए पर पहुंच गया है। वहीं, चांदी का भाव भी 86,017 रुपए प्रति किलो से 19,543 रुपए या 22.71 प्रतिशत बढ़कर 1,05,560 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गया है।

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