अर्थतंत्र की खबरें: इस कारण भारतीय शेयर बाजार हुआ बमबम और दिसंबर में आम आदमी को मिल सकती है राहत
बाजार में चौतरफा तेजी देखी गई। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 513.45 अंक या 0.61 प्रतिशत की बढ़त के साथ 85,186.47 और निफ्टी 142.60 अंक या 0.55 प्रतिशत की तेजी के साथ 26,052.65 पर बंद हुआ।

भारतीय शेयर बाजार बुधवार के कारोबारी सत्र में हरे निशान में बंद हुआ। बाजार में चौतरफा तेजी देखी गई। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 513.45 अंक या 0.61 प्रतिशत की बढ़त के साथ 85,186.47 और निफ्टी 142.60 अंक या 0.55 प्रतिशत की तेजी के साथ 26,052.65 पर बंद हुआ।
बाजार की तेजी का नेतृत्व आईटी शेयरों ने किया। निफ्टी आईटी इंडेक्स 2.97 प्रतिशत की तेजी के साथ बंद हुआ। निफ्टी पीएसयू बैंक 1.16 प्रतिशत, निफ्टी कंजप्शन 0.40 प्रतिशत और निफ्टी हेल्थकेयर 0.48 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ। दूसरी तरफ निफ्टी एनर्जी 0.25 प्रतिशत, निफ्टी कमोडिटीज 0.38 प्रतिशत और निफ्टी पीएसई 0.35 प्रतिशत की कमजोरी के साथ बंद हुआ।
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में मिलाजुला कारोबार हुआ। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 127.05 अंक या 0.21 प्रतिशत की बढ़त के साथ 60,949.05 पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 78.80 अंक या 0.43 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 18,075.95 पर था।
सेंसेक्स पैक में एचसीएल टेक, इन्फोसिस, टीसीएस, एचयूएल, सन फार्मा, टाइटन, एसबीआई, टेक महिंद्रा, आईसीआईसीआई बैंक, एमएंडएम, कोटक महिंद्रा, बीईएल, भारती एयरटेल, एलएंडटी, टाटा स्टील, एक्सिस बैंक, पावर ग्रिड और एचडीएफसी बैंक गेनर्स थे। टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल, मारुति सुजुकी, बजाज फाइनेंस, एशियन पेंट्स, एनटीपीसी, आईटीसी, ट्रेंट और अल्ट्राटेक सीमेंट लूजर्स थे।
बाजार के जानकारों ने कहा कि केंद्रीय वाणिज्य मंत्री की ओर से भारत-अमेरिका ट्रेड डील पर सकारात्मक कमेंट ने बाजार में जोश भरने का काम किया है। लार्जकैप ने स्मॉलकैप और मिडकैप से अच्छा प्रदर्शन किया है। फेड की ओर से ब्याज दरों में कमी की संभावना ने आईटी शेयरों में तेजी को बढ़ाने का काम किया है। निवेशकों का ध्यान अब एफओएमसी मिनट्स और अन्य ग्लोबल आर्थिक संकेतों पर होगा।
तीन दिन की गिरावट के बाद फिर बढ़े सोना-चांदी के दाम
सोना-चांदी की कीमतों में पिछले तीन कारोबारी सत्रों से गिरावट देखी जा रही थी वहीं गुरुवार को कीमती धातुओं की कीमत में उछाल दर्ज किया गया है। 1 किलोग्राम चांदी की कीमत में 4000 रुपए से ज्यादा का उछाल आया है, वहीं 24 कैरेट सोने की कीमत 1,23,800 प्रति 10 ग्राम के पार बनी हुई है।
इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) के मुताबिक, 24 कैरेट के 10 ग्राम सोने की कीमत 1,23,884 रुपए दर्ज की गई है, जो कि इससे पहले कारोबारी दिन बुधवार को 1,22,180 रुपए प्रति 10 ग्राम बनी हुई थी। बीते 24 घंटों में सोने के दाम में 1,704 रुपए प्रति 10 ग्राम की तेजी देखी गई है। इसी तरह, 22 कैरेट सोना भी 1,561 रुपए प्रति 10 ग्राम बढ़कर 1,13,478 रुपए प्रति 10 ग्राम पर आ गया है। 18 कैरेट सोने के दाम की बात करें तो यह भी 1,278 रुपए प्रति 10 ग्राम बढ़कर 92,913 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गया है।
वहीं, एक किलोग्राम चांदी का भाव बढ़कर 1,58,120 रुपए पर आ गया है, जो कि इससे पहले 1,53,706 रुपए प्रति किलोग्राम दर्ज किया गया था। चांदी की कीमत में 4014 रुपए प्रति किलोग्राम की तेजी दर्ज की गई है।
इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन की ऑफिशियल वेबसाइट पर सोना-चांदी की कीमतों को कारोबारी सत्र में दो बार अपडेट किया जाता है। सोना-चांदी की कीमतें एक बार सुबह अपडेट होने के बाद शाम को अपडेट की जाती हैं।
दिसंबर में आम आदमी को मिल सकती है राहत, ब्याज दरें 0.25 प्रतिशत घटने की उम्मीद : मॉर्गन स्टेनली
दुनिया की दिग्गज वित्तीय कंपनियों में से एक मॉर्गन स्टेनली का मानना है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) दिसंबर में ब्याज दरों में 25 आधार अंक की कटौती कर सकता है, जिससें रेपो रेट घटकर 5.25 प्रतिशत हो जाएगी।
आरबीआई की मौद्रिक नीति कमेटी (एमपीसी) की बैठक 3-5 दिसंबर के बीच प्रस्तावित है और इसमें ब्याज दरों को लेकर समीक्षा की जाएगी।
मॉर्गन स्टेनली का कहना है कि मौद्रिक नीति का रुख विवेकपूर्ण बना रहने की उम्मीद है। हालांकि, इस कटौती के बाद केंद्रीय बैंक आगे के फैसले लेने के लिए डेटा पर निर्भर हो सकता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि आरबीआई द्वारा ब्याज दरों, तरलता की स्थिति और नियामक उपायों को शामिल करते हुए अपने त्रि-आयामी सहजता चक्र का मूल्यांकन करते समय वेट एंड वॉच की स्थिति अपनाने की उम्मीद है। इससे आरबीआई को भविष्य में कोई भी कदम उठाने से पहले यह आकलन करने का अवसर मिलेगा कि ये बदलाव घरेलू विकास पैटर्न और मुद्रास्फीति संकेतकों के साथ कैसे तालमेल बिठाते हैं।
देश की राजकोषीय नीति के संबंध में, रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार राजकोषीय व्यावहारिकता का पालन जारी रखेगी, पूंजीगत व्यय को प्राथमिकता देते हुए क्रमिक समेकन पर ध्यान केंद्रित करेगी। साथ ही कहा कि मध्यम अवधि के आर्थिक विस्तार को बनाए रखने के लिए ये उपाय आवश्यक हैं।
रुपया दो पैसे की बढ़त के साथ 88.58 प्रति डॉलर पर
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बुधवार को डॉलर के मुकाबले रुपया दो पैसे बढ़कर 88.58 (अस्थायी) पर बंद हुआ। घरेलू शेयर बाजारों में लिवाली गतिविधियों में आई तेजी और विदेशों में कच्चे तेल की कीमतों के गिरावट के कारण रुपये में यह तेजी देखी गई।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि मजबूत अमेरिकी मुद्रा और विदेशी पूंजी की निकासी ने रुपये में तेज बढ़त को रोक दिया, जबकि निवेशक प्रस्तावित भारत-अमेरिका व्यापार समझौते की प्रगति को लेकर चिंतित थे।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में, रुपया 88.57 पर खुला और इसने डॉलर के मुकाबले 88.41 के दिन के उच्चतम स्तर को छुआ। अंत में रुपया दिन के कारोबार में डॉलर के मुकाबले 88.58 (अस्थायी) पर बंद हुई, जो अपने पिछले बंद स्तर से दो पैसे की मामूली बढ़त है।
मंगलवार को रुपया, अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले एक पैसे की गिरावट के साथ 88.60 पर बंद हुआ था।
मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि वैश्विक बाजारों में जोखिम उठाने की क्षमता बढ़ने और व्यापार समझौतों को लेकर आशावाद के चलते रुपया थोड़े सकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा। हालांकि, मजबूत डॉलर और ब्याज दरों में कटौती की कम होती उम्मीदें इस बढ़त को सीमित कर सकती हैं। आयातकों की डॉलर मांग और विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की निकासी से रुपये पर उच्च स्तर पर दबाव पड़ सकता है। डॉलर-रुपये की हाजिर कीमत 88.25 रुपये से 88.70 रुपये के बीच रहने की उम्मीद है।’’
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