अर्थतंत्र की खबरें: अमेरिका, चीन में व्यापार विवादों को सुलझाने के लिए रूपरेखा पर सहमति बनी और शेयर बाजार में तेजी

यह स्पष्ट नहीं है कि अमेरिका के साथ चीन के बड़े व्यापार अधिशेष पर अधिक बुनियादी मतभेदों पर कोई प्रगति हुई या नहीं।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

अमेरिका और चीन के वरिष्ठ वार्ताकारों ने अपनी व्यापार वार्ता को पटरी पर लाने के लिए एक रूपरेखा पर सैद्धांतिक रूप से सहमति बनने की घोषणा की है।

यह घोषणा ब्रिटेन की राजधानी लंदन में दो दिन की वार्ता के अंत में की गई। यह वार्ता मंगलवार देर रात समाप्त हुई। दो दिन चलीं बैठकें खनिज एवं प्रौद्योगिकी निर्यात पर विवादों को हल करने का तरीका खोजने पर केंद्रित थीं जिससे पिछले महीने जिनेवा में व्यापार पर हुए नाजुक समझौते को हिला दिया था।

यह स्पष्ट नहीं है कि अमेरिका के साथ चीन के बड़े व्यापार अधिशेष पर अधिक बुनियादी मतभेदों पर कोई प्रगति हुई या नहीं।

अमेरिकी वाणिज्य मंत्री हॉवर्ड लुटनिक ने बैठकों के बाद पत्रकारों से कहा, ‘‘ पहले हमें नकारात्मकता को दूर करना था और अब हम आगे बढ़ सकते हैं।’’

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच पिछले सप्ताह फोन पर हुई बातचीत के बाद यह वार्ता हुई।

चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, वाणिज्य उपमंत्री और चीन के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार प्रतिनिधि ली चेंगगांग ने कहा कि दोनों पक्ष फोन पर बातचीत और जिनेवा में वार्ता के दौरान बनी सहमति को अमलीजामा पहनाने के लिए एक रूपरेखा पर सैद्धांतिक रूप से सहमत हो गए हैं।

अगले दौर की वार्ता की संभावित योजना सहित अन्य विवरण तत्काल उपलब्ध नहीं है।

वैश्विक स्तर पर मजबूत रुख से शेयर बाजार में तेजी, सेंसेक्स 123 अंक चढ़ा

स्थानीय शेयर बाजार में बुधवार को तेजी रही और बीएसई सेंसेक्स 123 अंक चढ़ गया। अमेरिका और चीन के बीच व्यापार वार्ता को लेकर उम्मीद तथा विदेशी संस्थागत निवेशकों के पूंजी प्रवाह से वैश्विक बाजारों में बढ़त के बीच घरेलू बाजार में मजबूती रही।

तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 123.42 अंक यानी 0.15 प्रतिशत की बढ़त के साथ 82,515.14 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान, एक समय यह 391.79 अंक तक चढ़ गया था।

पचास शेयरों पर आधारित एनएसई निफ्टी में छठे दिन भी तेजी रही और यह 37.15 अंक यानी 0.15 प्रतिशत की बढ़त के साथ 25,141.40 अंक पर बंद हुआ।

छह कारोबारी सत्रों में निफ्टी 598 अंक यानी 2.42 प्रतिशत मजबूत हुआ है।

सेंसेक्स में शामिल शेयरों में एचसीएल टेक, इन्फोसिस, टेक महिंद्रा, रिलायंस इंडस्ट्रीज, बजाज फिनसर्व, आईसीआईसीआई बैंक, टाटा मोटर्स और इटर्नल (पूर्व में जोमैटो) प्रमुख रूप से लाभ में रहे।

दूसरी तरफ, नुकसान में रहने वाले शेयरों में पावर ग्रिड, अदाणी पोर्ट्स, इंडसइंड बैंक, नेस्ले, एचडीएफसी बैंक और हिंदुस्तान यूनिलीवर शामिल हैं।

जियोजीत इन्वेस्टमेंट लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘घरेलू बाजार में उच्च मूल्यांकन के कारण छोटी एवं मझोली कंपनियों में मुनाफावसूली जारी है। हालांकि, संस्थागत निवेशकों द्वारा स्थिर आय परिदृश्य वाली कंपनियों को तरजीह दिए जाने के कारण बड़ी कंपनियों से जुड़े सूचकांकों को समर्थन मिल रहा है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ वाहन और आईटी क्षेत्र पर जोर बना हुआ है। वाहन शेयरों में मासिक बिक्री में सुधार के कारण तेजी आ रही है, जबकि आईटी शेयरों को संभावित अमेरिका-चीन व्यापार समझौते को लेकर उम्मीद से लाभ मिल रहा है।’’

एशियाई बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त में रहे।

यूरोप के बाजारों में दोपहर के कारोबार में तेजी का रुख था। अमेरिकी बाजार मंगलवार को बढ़त के साथ बंद हुए थे।

शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 2,301.87 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।

वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.43 प्रतिशत बढ़कर 67.16 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।


रुपया छह पैसे की तेजी के साथ 85.51 प्रति डॉलर पर बंद

अंतरबैंक विदेशीमुद्रा विनिमय बाजार में बुधवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया छह पैसे की तेजी के साथ 85.51 पर बंद हुआ। मजबूत विदेशी पूंजी प्रवाह तथा विश्व की प्रमुख प्रतिस्पर्धी मुद्राओं की तुलना में डॉलर कमजोर होने के साथ रुपये में तेजी आई।

बाजार सूत्रों के अनुसार, हालांकि, बृहस्पतिवार को खुदरा मुद्रास्फीति के आंकड़े जारी होने से पहले निवेशक बाजार से दूर रहे और लाभ सीमित रहा।

अंतरबैंक विदेशीमुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 85.53 पर खुला। यह कारोबार के दौरान 85.42 के उच्चतम स्तर और 85.56 के निम्नतम स्तर को छूने के बाद अंत में डॉलर के मुकाबले 85.51 पर बंद हुआ। यह पिछले बंद स्तर से छह पैसे की तेजी है।

एलकेपी सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष (शोध विश्लेषक...जिंस और मुद्रा) जतिन त्रिवेदी ने कहा, ‘‘रुपये में सकारात्मक कारोबार हुआ... इसे एफआईआई और डीआईआई की सतत लिवाली गतिविधियों से समर्थन मिला, जबकि डॉलर सूचकांक स्थिर रहा। कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों ने आगे की बढ़त पर अंकुश लगाया, लेकिन विदेशी संस्थागत निवेशकों के पूंजी प्रवाह से रुपये में मजबूती बनी रही। रुपये के 85.25 से 85.85 के बीच कारोबार करने का अनुमान है।’’

घरेलू शेयर बाजार में, 30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 123.42 अंक बढ़कर 82,515.14 पर रहा जबकि निफ्टी 37.15 अंक की तेजी के साथ 25,141.40 पर बंद हुआ।

इस बीच, विश्व की छह प्रमुख प्रतिस्पर्धी मुद्राओं की तुलना में डॉलर की मजबूती को मापने वाला, डॉलर सूचकांक 0.05 प्रतिशत घटकर 99.04 पर रहा।

फिनरेक्स ट्रेजरी एडवाइजर्स एलएलपी के ट्रेजरी प्रमुख और कार्यकारी निदेशक अनिल कुमार भंसाली ने कहा, ‘‘सुस्त और कम कारोबारी आकार वाले कारोबार के बीच रुपया 85.42 तक चढ़ा, फिर इसमें गिरावट आई... हर कोई अमेरिका-चीन प्रतिनिधिमंडल द्वारा तय रूपरेखा के विवरण का इंतजार कर रहा है।’’

वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 0.09 प्रतिशत घटकर 66.81 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।

विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने मंगलवार को 2,301.87 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।

सोना 820 रुपये बढ़कर 98,490 रुपये पर, चांदी स्थिर

मजबूत वैश्विक रुख के अनुरूप खुदरा विक्रेताओं एवं स्टाकिस्टों की ताजा लिवाली के कारण बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में सोने की कीमत 820 रुपये बढ़कर 98,490 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गयी। अखिल भारतीय सर्राफा संघ ने यह जानकारी दी।

99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत 750 रुपये बढ़कर 98,000 रुपये प्रति 10 ग्राम (सभी करों सहित) हो गई।

हालांकि, बुधवार को चांदी की कीमत 1,07,100 रुपये प्रति किलोग्राम (सभी करों सहित) पर स्थिर बनी रही।

इस बीच, अंतरराष्ट्रीय बाजार में हाजिर सोना 12.09 डॉलर प्रति औंस या 0.36 प्रतिशत बढ़कर 3,334.69 डॉलर प्रति औंस हो गया।

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक - जिंस सौमिल गांधी ने कहा, ‘‘शुल्क से जुड़ी अनिश्चितता के बारे में व्यापारियों की चिंता के कारण सुरक्षित निवेश की मांग बढ़ने के कारण सोने में तेजी आई।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह नई अनिश्चितता संघीय अपील अदालत के फैसले के बाद आई है, जिसने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को वैश्विक शुल्क को जारी रखने की अनुमति दी है।’’

गांधी ने यह भी बताया कि इन चिंताओं ने अमेरिका और चीन के बीच सकारात्मक व्यापार वार्ता से उपजे कुछ आशावाद को फीका कर दिया है।

लंदन में अपनी दो दिवसीय चर्चा के दौरान, दोनों पक्ष व्यापार तनाव को कम करने की योजना पर सहमत हुए।

जिंस बाजार के विशेषज्ञों के अनुसार, रूस-यूक्रेन युद्ध से उपजे भू-राजनीतिक तनाव और पश्चिम एशिया में बढ़ते संघर्ष के कारण सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की मांग बढ़ रही है।

हालांकि, वैश्विक बाजारों में हाजिर चांदी 0.5 प्रतिशत गिरकर 36.34 डॉलर प्रति औंस रह गई।

कोटक सिक्योरिटीज की एवीपी-जिंस शोध कायनात चैनवाला ने कहा कि बाजार प्रतिभागियों का ध्यान मौद्रिक नीति दृष्टिकोण के बारे में अधिक संकेत देने वाले आगामी अमेरिकी उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आंकड़ों पर जाएगा, जो दिन के उत्तरार्द्ध में जारी किए जाएंगे।

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