अर्थजगतः रुपया 12 पैसे टूटा, 85.27 प्रति डॉलर के निचले स्तर पर पहुंचा और IRCTC मोबाइल ऐप और वेबसाइट हुई डाउन

भारतीय शेयर बाजार में गुरुवार को कारोबार सीमित दायरे में रहा और बीएसई सेंसेक्स स्थिर रुख और निफ्टी मामूली बढ़त के साथ बंद हुआ। सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को एक जनहित याचिका में स्रोत पर कर कटौती (टीडीएस) प्रणाली को रद्द करने की अपील की गई है।

रुपया 12 पैसे टूटा, 85.27 प्रति डॉलर के निचले स्तर पर पहुंचा और IRCTC मोबाइल ऐप और वेबसाइट हुई डाउन
रुपया 12 पैसे टूटा, 85.27 प्रति डॉलर के निचले स्तर पर पहुंचा और IRCTC मोबाइल ऐप और वेबसाइट हुई डाउन
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नवजीवन डेस्क

रुपया 12 पैसे टूटा, 85.27 प्रति डॉलर के निचले स्तर पर पहुंचा

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया गुरुवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में कमजोर रहा और 12 पैसे गिरकर 85.27 (अस्थायी) प्रति डॉलर के नए सर्वकालिक निचले स्तर पर बंद हुआ। डॉलर में मजबूती और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के कारण रुपये को लेकर धारणा कमजोर हुई। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि आयातकों की ओर से महीने के अंत के साथ-साथ साल के अंत में डॉलर की मांग में वृद्धि तथा डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन द्वारा आक्रामक आयात शुल्क लगाए जाने की आशंका से अमेरिकी मुद्रा में तेजी आई।

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया कमजोर रुख के साथ 85.23 पर खुला और दिन में कारोबार के दौरान 85.28 के निचले स्तर तक आया। अंत में रुपया डॉलर के मुकाबले अपने अबतक के सबसे निचले स्तर 85.27 (अस्थायी) पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव से 12 पैसे की गिरावट है। रुपया मंगलवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले चार पैसे गिरकर 85.15 पर बंद हुआ, जबकि एक दिन पहले सोमवार को इसमें नौ पैसे की गिरावट आई थी। बुधवार को ‘क्रिसमस’ के अवसर पर विदेशी मुद्रा बाजार बंद था।

आईआरसीटीसी मोबाइल ऐप और वेबसाइट हुई डाउन

इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (आईआरसीटीसी) की वेबसाइट और मोबाइल ऐप दोनों गुरुवार को डाउन हो गए। इस महीने में यह दूसरा मौका है, जब आईआरसीटीसी का मोबाइल ऐप डाउन हुआ है। मोबाइल ऐप और वेबसाइट डाउन होने के कारण यूजर्स टिकट नहीं बुक कर पा रहे हैं। साथ ही बुकिंग के लिए वेबाइसट पर लॉग-इन करने के साथ ही लिखा आ रहा है कि 'रखरखाव गतिविधियों के कारण कार्रवाई करने में असमर्थ' है।

आईआरसीटीसी ऐप और वेबसाइट के डाउन होने के कारण कई यूजर्स ने सोशल मीडिया पर निराशा व्यक्त की। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक यूजर ने आईआरसीटीसी वेबसाइट का स्क्रीनशॉट पोस्ट करते हुए लिखा, "छुट्टियों के मौसम में तत्काल बुकिंग रेलवे यात्रियों के लिए एक बुरा सपना है। बुकिंग खुलते ही सर्वर क्रैश हो जाता है। यह अब तक की सबसे खराब वेबसाइट है जिसका मैंने इस्तेमाल किया है। बार-बार शिकायत करने के बावजूद इसे ठीक क्यों नहीं किया गया?"

वहीं, एक और अन्य यूजर ने लिखा, "सुबह10:11 का समय हो चुका है। आईआरसीटीसी की वेबसाइट अभी भी नहीं चल रही है। मुझे कुछ गड़बड़ लग रही है। अब जब यह सही चलेगी, तब सारी टिकट बुक हो चुकी होंगी।" एक अन्य यूजर ने सोशल मीडिया पर लिखा, "तत्काल बुकिंग के समय आईआरसीटीसी का सर्वर डाउन हो गया। साथ ही आईआरसीटीसी रेल कनेक्ट और आईआरसीटीसी नेक्स्ट जनरेशन ई-टिकटिंग सिस्टम तत्काल बुकिंग के समय काम नहीं कर रहा है।" इसके अलावा एक अन्य यूजर ने लिखा, "आईआरसीटीसी की वेबसाइट का प्रदर्शन काफी निराशाजनक है।


सीमित कारोबार के बीच सेंसेक्स स्थिर, निफ्टी में मामूली लाभ

भारतीय शेयर बाजार में गुरुवार को कारोबार सीमित दायरे में रहा और बीएसई सेंसेक्स स्थिर रुख के साथ बंद हुआ। किसी ठोस संकेतक के अभाव तथा विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी जारी रहने के बीच बाजार स्थिर रहा। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 0.39 अंक की नाममात्र गिरावट के साथ 78,472.48 अंक पर बंद हुआ। शुरुआती कारोबार में यह 425.5 अंक चढ़ गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी उतार-चढ़ाव के बीच 22.55 अंक की मामूली बढ़त के साथ 23,750.20 अंक पर बंद हुआ।

सेंसेक्स के तीस शेयरों में टाइटन, एशियन पेंट्स, नेस्ले, टेक महिंद्रा, रिलायंस इंडस्ट्रीज, जोमैटो, लार्सन एंड टुब्रो और बजाज फिनसर्व प्रमुख रूप से नुकसान में रहे। दूसरी तरफ, लाभ में रहने वाले शेयरों में अदाणी पोर्ट्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, मारुति, सन फार्मा, भारती एयरटेल और टाटा मोटर्स शामिल हैं। एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की और चीन का शंघाई कम्पोजिट बढ़त में, जबकि दक्षिण कोरिया का कॉस्पी नुकसान में रहा।

यूरोपीय और अमेरिकी बाजार बुधवार को क्रिसमस के मौके पर बंद थे। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 2,454.21 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे। घरेलू शेयर बाजार बुधवार को क्रिसमस के मौके पर बंद थे।वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.53 प्रतिशत की बढ़त के साथ 73.97 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।बीएसई सेंसेक्स मंगलवार को 67.30 अंक टूटा था, जबकि निफ्टी में 25.80 अंक की गिरावट आई थी।

टीडीएस प्रणाली खत्म करने के लिए जनहित याचिका दायर

उच्चतम न्यायालय में गुरुवार को एक जनहित याचिका में स्रोत पर कर कटौती (टीडीएस) प्रणाली को रद्द करने की अपील की गई। याचिका में टीडीएस को ‘‘मनमाना व तर्कहीन’’ और समानता सहित विभिन्न मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करने वाला करार दिया गया है। जनहित याचिका (पीआईएल) में आयकर अधिनियम के तहत स्रोत पर कर कटौती या टीडीएस ढांचे को चुनौती दी गई है, जिसके तहत भुगतानकर्ता द्वारा भुगतान के समय कर की कटौती और आयकर विभाग में इसे जमा करना अनिवार्य है। काटी गई राशि को भुगतानकर्ता की कर देयता के विरुद्ध समायोजित किया जाता है।

अधिवक्ता अश्विनी उपाध्याय ने यह याचिका अधिवक्ता अश्विनी दुबे के जरिये न्यायालय में दायर की है। याचिका में केंद्र, विधि एवं न्याय मंत्रालय, विधि आयोग और नीति आयोग को पक्ष बनाया गया है। याचिका में टीडीएस प्रणाली को ‘‘मनमाना, तर्कहीन तथा संविधान के अनुच्छेद 14 (समानता का अधिकार), 19 (व्यवसाय करने का अधिकार) और 21 (जीवन तथा व्यक्तिगत स्वतंत्रता का अधिकार) के विरुद्ध बताया गया है। न्यायालय से टीडीएस प्रणाली को समाप्त करने का निर्देश देने की अपील की गई है। इसमें उच्चतम न्यायालय से नीति आयोग को याचिका में उठाए गए मुद्दों पर विचार करने तथा टीडीएस प्रणाली में आवश्यक बदलाव का सुझाव देने का निर्देश जारी करने का भी अनुरोध किया गया है।


पहली छमाही में बैंकिंग धोखाधड़ी के मामलों में शामिल राशि 8 गुना बढ़ी

चालू वित्त वर्ष (2024-25) की पहली छमाही में बैंक धोखाधड़ी के मामले बढ़कर 18,461 तक पहुंच गए और इनमें शामिल राशि आठ गुना से अधिक बढ़कर 21,367 करोड़ रुपये हो गई। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बृहस्पतिवार को जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी।आरबीआई ने भारत में बैंकिंग की प्रवृत्ति और प्रगति पर 2023-24 की रिपोर्ट जारी की। यह रिपोर्ट पिछले वित्त वर्ष और चालू वित्त वर्ष में अब तक वाणिज्यिक बैंकों, सहकारी बैंकों और गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्थानों (एनबीएफसी) सहित बैंकिंग क्षेत्र के प्रदर्शन को पेश करती है।

रिपोर्ट के मुताबिक, अप्रैल-सितंबर की छमाही में बैंकिंग धोखाधड़ी के कुल 18,461 मामले सामने आए जिनमें 21,367 करोड़ रुपये की राशि शामिल थी। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 2,623 करोड़ रुपये के 14,480 मामले सामने आए थे। इस तरह बैंकिंग धोखाधड़ी में शामिल राशि और मामले दोनों ही काफी तेजी से बढ़े हैं। आरबीआई की रिपोर्ट कहती है कि धोखाधड़ी वित्तीय प्रणाली की प्रतिष्ठा के लिए जोखिम, परिचालन जोखिम, व्यावसायिक जोखिम और वित्तीय स्थिरता निहितार्थों के साथ ग्राहकों का भरोसा कम होने जैसी कई चुनौतियां पेश करती है।

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