अर्थजगतः रुपया 23 पैसे गिरा, 85.50 प्रति डॉलर पर पहुंचा और देश का विदेशी मुद्रा भंडार 8.48 अरब डॉलर घटा

राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) ने मेट्रो टायर्स की याचिका पर हीरो इलेक्ट्रिक के खिलाफ दिवाला कार्यवाही शुरू करने का निर्देश दिया है। गौतम अडानी, एन चंद्रशेखरन सहित भारतीय उद्योग जगत ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की।

रुपया 23 पैसे गिरा, 85.50 प्रति डॉलर पर पहुंचा और देश का विदेशी मुद्रा भंडार 8.48 अरब डॉलर घटा
रुपया 23 पैसे गिरा, 85.50 प्रति डॉलर पर पहुंचा और देश का विदेशी मुद्रा भंडार 8.48 अरब डॉलर घटा
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नवजीवन डेस्क

रुपया 23 पैसे गिरकर 85.50 प्रति डॉलर के अब तक के सबसे निचले स्तर पर

अमेरिकी डॉलर में मजबूती के बीच रुपया शुक्रवार को 23 पैसे की बड़ी गिरावट के साथ 85.50 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान 85.80 के अपने सबसे निचले स्तर पर लुढ़कने के बाद रिजर्व बैंक के संभवत: हस्तक्षेप के सहारे रुपये ने नुकसान की कुछ भरपाई की। विश्लेषकों ने कहा कि महीने के अंत में बैंकों और आयातकों की ओर से डॉलर की मांग आने से रुपये पर दबाव पड़ा। इसके अलावा डॉलर के मजबूत रुख ने भी इसके भाव को गिराने का काम किया।

विश्लेषकों के मुताबिक, रिजर्व बैंक द्वारा अल्पकालिक वायदा अनुबंधों में डॉलर भुगतान को रोके रखने से डॉलर की कमी बढ़ गई है। इसकी वजह यह है कि आयातक महीने के अंत में अपने भुगतान दायित्वों को पूरा करने की जल्दबाजी में हैं। इसके अलावा विदेशी कोषों की निकासी जारी रहने और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के कारण भी रुपये पर दबाव पड़ा।

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 85.31 के भाव पर कमजोर खुला और एक समय 53 पैसे गिरकर 85.80 के अब तक के सबसे निचले स्तर पर आ गया। हालांकि बाद में यह थोड़ा संभला और कारोबार के अंत में रुपया डॉलर के मुकाबले 85.50 पर बंद हुआ जो पिछले बंद स्तर से 23 पैसे की गिरावट है। रुपया बृहस्पतिवार को 85.27 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। रुपये में इससे पहले एक कारोबारी सत्र में 68 पैसे की सबसे बड़ी गिरावट दो फरवरी, 2023 को आई थी।

देश का विदेशी मुद्रा भंडार 8.48 अरब डॉलर घटा

देश का विदेशी मुद्रा भंडार 20 दिसंबर को समाप्त सप्ताह में 8.48 अरब डॉलर घटकर 644.39 अरब डॉलर रहा। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।इससे पिछले सप्ताह में, देश का विदेशी मुद्रा भंडार 1.99 अरब डॉलर घटकर छह महीने के निचले स्तर 652.87 अरब डॉलर पर आ गया था। विदेशी मुद्रा भंडार में पिछले कुछ हफ्तों से गिरावट आ रही है। इस गिरावट का कारण रुपये में उतार-चढ़ाव को कम करने के लिए आरबीआई का विदेशी मुद्रा बाजार में हस्तक्षेप के साथ-साथ मूल्यांकन को माना जा रहा है।सितंबर के अंत में विदेशी मुद्रा भंडार बढ़कर 704.88 अरब अमेरिकी डॉलर के अबतक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था।

शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार 20 दिसंबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार का प्रमुख हिस्सा विदेशी मुद्रा आस्तियां 6.01 अरब डॉलर घटकर 556.56 अरब डॉलर रह गईं।डॉलर के संदर्भ में उल्लेखित विदेशी मुद्रा आस्तियों में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं की घट-बढ़ का प्रभाव शामिल होता है। समीक्षाधीन सप्ताह में स्वर्ण भंडार का मूल्य 2.33 अरब डॉलर घटकर 65.73 अरब डॉलर रहा। विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 11.2 करोड़ डॉलर घटकर 17.88 अरब डॉलर रहा। रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार, आलोच्य सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) के पास भारत का आरक्षित भंडार भी 2.3 करोड़ डॉलर घटकर 4.22 अरब डॉलर रहा।


NCLT ने हीरो इलेक्ट्रिक के खिलाफ दिवाला कार्यवाही शुरू करने का निर्देश दिया

राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) ने परिचालन ऋणदाता मेट्रो टायर्स की याचिका पर हीरो इलेक्ट्रिक के खिलाफ दिवाला कार्यवाही शुरू करने का निर्देश दिया है। मेट्रो टायर्स ने हीरो इलेक्ट्रिक के खिलाफ 1.85 करोड़ रुपये की भुगतान चूक का दावा करने वाली याचिका दायर की थी। ऋणशोधन अक्षमता एवं दिवाला संहिता (आईबीसी) के प्रावधानों के अनुरूप एनसीएलटी ने हीरो इलेक्ट्रिक के निदेशक मंडल को निलंबित करने के बाद कंपनी के संचालन के लिए भूपेश गुप्ता को अंतरिम समाधान पेशेवर नियुक्त किया है।

एनसीएलटी की दिल्ली पीठ ने परिचालन ऋणदाता के साथ पहले से चल रहे विवाद की हीरो इलेक्ट्रिक की दलीलों को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि यह ‘कोरी झूठी या कमजोर कानूनी दलील नहीं है।’ मेट्रो टायर्स की याचिका पर हीरो इलेक्ट्रिक की तरफ से उठाई गईं आपत्तियां ‘कानूनी रूप से मान्य’ नहीं पाई गईं। कंपनी को टायर और ट्यूब की आपूर्ति करने वाली मेट्रो टायर्स ने इन्हें विधिवत नकार दिया है।

एनसीएलटी ने अपने फैसले में कहा, “मौजूदा तथ्यों और परिस्थितियों में हमारा मानना ​​है कि कॉरपोरेट देनदार पहले से ‘विवाद’ होने के बारे में कोई उचित तर्क नहीं दे पाया है। लिहाजा आईबीसी, 2016 की धारा नौ के तहत दायर की गई वर्तमान याचिका को स्वीकार किया जाना चाहिए।” इसके साथ ही पीठ ने 20 दिसंबर को पारित अपने आदेश में कंपनी को किसी भी अदालत, न्यायाधिकरण या मध्यस्थता पैनल के आदेश या निर्णय से बचाने के लिए स्थगन की घोषणा की और इसकी परिसंपत्तियों के हस्तांतरण, अलग करने या निपटान पर रोक लगा दी।

उद्योग जगत ने मनमोहन सिंह को दी श्रद्धांजलि

उद्योगपति गौतम अदाणी, अनिल अंबानी तथा टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन सहित भारतीय उद्योग जगत ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की और उन्हें आर्थिक सुधारों का जनक बताया। सिंह का गुरुवार देर रात दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया। वह 92 वर्ष के थे।

अडानी समूह के चेयरमैन ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘ इतिहास हमेशा 1991 के उन क्रांतिकारी सुधारों में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को याद रखेगा, जिन्होंने भारत को नया रूप दिया तथा दुनिया के लिए इसके दरवाजे खोले। एक ऐसे विरल नेता जिन्होंने हमेशा नरमी से बात की, अपने कार्यों से बड़ी उपलब्धियां हासिल कीं...डॉ. सिंह का जीवन नेतृत्व, विनम्रता और राष्ट्र सेवा का एक आदर्श उदाहरण है और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा।’’

रिलायंस समूह के प्रमुख अनिल अंबानी ने बयान में कहा, ‘‘ पूर्व प्रधानमंत्री का जीवन विनम्रता, बुद्धिमत्ता तथा भारत की सेवा का प्रमाण है। जैसा कि गुरु ग्रंथ साहिब में कहा गया है, ‘नानक नाम चढ़दी कला, तेरे भाणे सरबत दा भला’...‘‘ईश्वर के नाम के साथ शाश्वत आशावाद आता है; आपकी इच्छा से सभी का कल्याण हो’’। उनकी दूरदृष्टि तथा ईमानदारी पीढ़ियों को प्रेरित करेगी। एक मार्गदर्शक हमें छोड़ गए।’’

टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने शुक्रवार को कहा कि सिंह उन दिग्गजों में से एक थे जिन्होंने एक नये उदारवादी भारत की कल्पना की थी जो आज दुनिया में अपना उचित स्थान ले रहा है। अपने शोक संदेश में चंद्रशेखरन ने कहा कि दिवंगत सिंह के प्रेरक नेतृत्व ने उन्हें दुनिया भर में सम्मान दिलाया।


बैंक, वाहन शेयरों में खरीदारी से सेंसेक्स 226 अंक चढ़ा, निफ्टी भी मजबूत

बैंकों और वाहन कंपनियों के शेयरों में खरीदारी आने से शुक्रवार को घरेलू शेयर बाजार बढ़त के साथ बंद हुए। सेंसेक्स 226 अंक चढ़ गया जबकि निफ्टी में 63 अंकों की तेजी रही। बीएसई का 30 शेयरों वाला मानक सूचकांक सेंसेक्स 226.59 अंक यानी 0.29 प्रतिशत चढ़कर 78,699.07 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 570.67 अंक उछलकर 79,043.15 पर पहुंच गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का मानक सूचकांक निफ्टी भी 63.20 अंक यानी 0.27 प्रतिशत बढ़कर 23,813.40 पर पहुंच गया।

सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में से महिंद्रा एंड महिंद्रा, इंडसइंड बैंक, बजाज फाइनेंस, टाटा मोटर्स, बजाज फिनसर्व, नेस्ले और आईसीआईसीआई बैंक के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए। दूसरी तरफ, भारतीय स्टेट बैंक, टाटा स्टील, अदाणी पोर्ट्स, जोमैटो, अल्ट्राटेक सीमेंट और एचसीएल टेक के शेयरों में गिरावट का रुख रहा। एशिया के अन्य बाजारों में जापान के निक्की और चीन के शंघाई कंपोजिट में तेजी रही जबकि दक्षिण कोरिया के कॉस्पी एवं हांगकांग के हैंगसेंग में गिरावट रही। यूरोप के अधिकांश बाजार बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाजार बृहस्पतिवार को स्थिर रुख के साथ बंद हुए थे।

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