अर्थजगतः शेयर बाजार में लगातार आठवें दिन गिरावट, निवेशकों को 25.31 लाख करोड़ रुपये का नुकसान
भारतीय रिजर्व बैंक ने मुंबई के न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक पर प्रतिबंध लगाने के बाद आज बैंक के निदेशक मंडल को भंग कर दिया। देश का विदेशी मुद्रा भंडार सात फरवरी को समाप्त सप्ताह में 7.65 अरब डॉलर बढ़कर 638.26 अरब डॉलर हो गया है।

शेयर बाजार में आठवें दिन गिरावट, सेंसेक्स 200 अंक और टूटा
विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी जारी रहने के चलते प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में शुक्रवार को लगातार 8वें दिन गिरावट जारी रही। बाजार में कारोबार की शुरुआत सकारात्मक रुख के साथ हुई, लेकिन जल्द ही शुरुआती बढ़त खत्म हो गई। कारोबार के अंत में बीएसई सेंसेक्स 199.76 अंक यानी 0.26 प्रतिशत गिरकर 75,939.21 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 699.33 अंक तक लुढ़क गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 102.15 अंक यानी 0.44 प्रतिशत गिरकर 22,929.25 पर बंद हुआ।
आठ कारोबारी सत्रों में बीएसई सेंसेक्स 2,644.6 अंक यानी 3.36 प्रतिशत और निफ्टी 810 अंक यानी 3.41 प्रतिशत टूट चुका है। सेंसेक्स के शेयरों में अदाणी पोर्ट्स में चार प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। इसके अलावा अल्ट्राटेक सीमेंट, सन फार्मा, इंडसइंड बैंक, एनटीपीसी और टाटा स्टील भी नुकसान में रहे। दूसरी ओर नेस्ले, आईसीआईसीआई बैंक, इंफोसिस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और एचसीएल टेक लाभ में रहे। कंपनियों की कमजोर आय के कारण निवेशकों के बीच जोखिम से बचने की भावना हावी होती जा रही है।
आठ दिन की गिरावट से निवेशकों को 25.31 लाख करोड़ रुपये का नुकसान
शेयर बाजार में लगातार आठ कारोबारी सत्रों से जारी गिरावट के कारण निवेशकों को 25.31 लाख करोड़ रुपये कर नुकसान हुआ है। इस दौरान विदेशी पूंजी निकासी, उम्मीद से कम तिमाही आय और वैश्विक व्यापार युद्ध को लेकर अनिश्चितता की चिंताओं के बीच बीएसई सेंसेक्स में तीन प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है।
लगातार आठ सत्रों में बीएसई सेंसेक्स 2,644.6 अंक यानी 3.36 प्रतिशत गिरा, तथा एनएसई निफ्टी 810 अंक यानी 3.41 प्रतिशत नुकसान में रहा। शुक्रवार को बीएसई सेंसेक्स 199.76 अंक यानी 0.26 प्रतिशत गिरकर 75,939.21 पर बंद हुआ। शेयर बाजार में कमजोर रुख के चलते बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण आठ दिन में 25,31,579.11 करोड़ रुपये घटकर 4,00,19,247 करोड़ रुपये (4,610 अरब डॉलर) रह गया।
RBI ने न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक के निदेशक मंडल को भंग किया
भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को मुंबई स्थित न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक में खराब संचालन मानकों का हवाला देते हुए इसके निदेशक मंडल को भंग कर दिया। बैंक पर पर कई प्रतिबंध लगाने के एक दिन बाद आरबीआई ने यह कदम उठाया। आरबीआई की पाबंदियों के बाद शुक्रवार को बैंक की शाखाओं के बाहर ग्राहकों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। इन पाबंदियों में बैंक को नए कर्ज जारी करने से रोका गया है और साथ ही बैंक द्वारा ग्राहकों के जमा पैसे को छह महीने तक निकालने पर भी रोक लगा दी गई है। बैंक की 28 शाखाएं हैं, जिनमें से ज्यादातर मुंबई क्षेत्र में स्थित हैं।
आरबीआई ने एक बयान में कहा कि उसने भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के पूर्व मुख्य महाप्रबंधक श्रीकांत को बैंक के मामलों के प्रबंधन के लिए 'प्रशासक' नियुक्त किया है। आरबीआई ने एक बयान में कहा कि मुंबई स्थित न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक के निदेशक मंडल को 12 महीने के लिए हटा दिया गया है। बैंक ने अपने प्रशासनिक कार्यों को सही तरीके से और प्रभावी रूप से करने के लिए एक 'सलाहकार समिति' बनाई है। इस सलाहकार समिति में दो सदस्य रवींद्र सपरा (पूर्व महाप्रबंधक, एसबीआई) और अभिजीत देशमुख (चार्टर्ड अकाउंटेंट) शामिल हैं। आरबीआई ने कहा, "बैंक में खराब संचालन मानकों से उत्पन्न कुछ चिंताओं के कारण यह कार्रवाई आवश्यक है।" गुरुवार को आरबीआई ने पर्यवेक्षी चिंताओं के बीच जमाकर्ताओं द्वारा धन निकासी सहित ऋणदाता पर कई प्रतिबंध लगा दिए थे।
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 7.65 अरब डॉलर बढ़ा
देश का विदेशी मुद्रा भंडार सात फरवरी को समाप्त सप्ताह में 7.65 अरब डॉलर बढ़कर 638.26 अरब डॉलर हो गया। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को बताया, यह लगातार तीसरा सप्ताह है जब विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ा है। 31 जनवरी को समाप्त सप्ताह में यह 1.05 अरब अमेरिकी डॉलर बढ़कर 630.607 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया था। रुपये में उतार-चढ़ाव को कम करने में मदद के लिए आरबीआई के विदेशी मुद्रा बाजार में हस्तक्षेप के साथ-साथ मूल्यांकन के कारण हाल ही में भंडार में गिरावट का रुख रहा था।
इससे पहले सितंबर 2024 के अंत में विदेशी मुद्रा भंडार बढ़कर 704.885 अरब अमेरिकी डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था। अरबीआई की ओर से जारी आंकड़ों अनुसार, सात फरवरी को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार का एक प्रमुख हिस्सा विदेशी मुद्रा आस्तियां 6.42 अरब डॉलर बढ़कर 544.11 अरब डॉलर हो गईं। डॉलर के संदर्भ में उल्लेखित विदेशी मुद्रा आस्तियों में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं की घट-बढ़ का प्रभाव शामिल होता है। समीक्षाधीन सप्ताह में स्वर्ण भंडार का मूल्य 1.31 अरब डॉलर बढ़कर 72.21 अरब डॉलर हो गया।
न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक पर RBI का बैन, ग्राहक परेशान
भारतीय रिजर्व बैंक ने देश के प्राइवेट सेक्टर के मुंबई बेस्ड न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक पर बैन लगाया है। न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक पर बैन लगाए जाने के बाद से ग्राहक धन निकासी या लेन देन नहीं कर पाएंगे। बैंक पर यह बैन बीते गुरुवार से अगले 6 महीनों के लिए लागू हो चुका है। बैंक में भारी अनियमितताओं के चलते ये प्रतिबंध लगाया गया है। वहीं, न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक के बाहर परेशान ग्राहकों की लाइन लगी है। न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक के एक ग्राहक अजय मोरे ने कहा, "मैं पिछले 22 सालों से इस बैंक का ग्राहक हूं। मेरा और मेरी पत्नी का अकाउंट यहीं है। अचानक बिना किसी पूर्व सूचना के बैंक पर प्रतिबंध लगा दिया गया। हमारे सारे पैसे बैंक में जमा हैं, अब खर्चे के लिए कुछ भी नहीं है। हमें बताया गया कि 90 दिन तक इंतजार करना होगा, लेकिन इतने दिनों तक हम क्या करेंगे?"
ग्राहकों का कहना है कि अगर आरबीआई को बैंक पर कोई कार्रवाई करनी थी तो पहले ग्राहकों को सूचित किया जाना चाहिए था। इस अचानक उठाए गए कदम से हजारों ग्राहक प्रभावित हो रहे हैं। बांद्रा स्थित न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक के एक दूसरे ग्राहक ने कहा, "हम रोजमर्रा के खर्चों के लिए बैंक पर निर्भर हैं। अचानक पैसे निकालने पर रोक लगा देना बहुत गलत है। पहले ही हमें अलर्ट किया जाता तो हम अपने पैसे की सुरक्षा कर सकते थे।" न्यू इंडिया बैंक की ग्राहक विद्या ने कहा, "मेरे सारे फिक्स्ड डिपॉजिट यहीं हैं। अब अचानक कहा जा रहा है कि कुछ नियमों के तहत ही पैसे निकाल सकते हैं। हमें पहले से जानकारी दी जानी चाहिए थी, ताकि हम अपनी आर्थिक स्थिति संभाल सकें।" आरबीआई ने कुछ शर्तों के तहत ग्राहकों को सीमित धनराशि निकालने की अनुमति दी है, लेकिन ग्राहकों का कहना है कि यह राशि काफी नहीं है।
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia