अर्थ जगत की 5 बड़ी खबरें: वैश्विक घरेलू मूल्य सूचकांक में फिसला भारत और टिकटॉक यूजर्स के लिए आई बड़ी खबर

भारत ने हालिया ग्लोबल होम प्राइस इंडेक्स में 13 स्थानों की गिरावट दर्ज की है और वह दिसंबर 2020 में समाप्त हुई तिमाही में 56वें स्थान पर है। चीनी शॉर्ट-वीडियो मेकिंग एप टिकटॉक ने यूजर्स के लिए 15 अप्रैल से व्यक्तिगत विज्ञापन (पर्सनलाइज्ड एड) देखना अनिवार्य कर दिया है।

फोटो: IANS
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नवजीवन डेस्क

भारत वैश्विक घरेलू मूल्य सूचकांक में फिसल 56वें स्थान पर पहुंचा : रिपोर्ट

भारत ने हालिया ग्लोबल होम प्राइस इंडेक्स (वैश्विक घरेलू मूल्य सूचकांक) में 13 स्थानों की गिरावट दर्ज की है और वह दिसंबर 2020 में समाप्त हुई तिमाही में 56वें स्थान पर है। गुरुवार को नाइट फ्रैंक की एक शोध रिपोर्ट में यह बात कही गई है। शोध रिपोर्ट के अनुसार, भारत 2020 की चौथी तिमाही में कीमतों की वृद्धि मामले में वैश्विक तौर पर 56वें स्थान पर रहा है। इंटरनेशनल प्रॉपर्टी कंसल्टेंसी नाइट फ्रैंक की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, 2019 की चौथी तिमाही में 43वें रैंक के मुकाबले भारत में घरों की कीमतों में सालाना आधार पर 3.6 प्रतिशत की गिरावट आई है, जिससे दुनिया में उसकी रैंक में गिरावट हुई है।

ग्लोबल हाउस प्राइस इंडेक्स 56 देशों और प्रदेशों में आवासीय कीमतों को ट्रैक करता है।

सेंसेक्स 585 अंक लुढ़का, निफ्टी में 163 अंकों की गिरावट

फोटो: IANS
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देश का शेयर बाजार गुरुवार को लगातार पांचवें सत्र में भारी गिरावट के साथ बंद हुआ। सेंसेक्स बीते सत्र से 585.10 अंकों यानी 1.17 फीसदी लुढ़ककर 49,216.52 पर ठहरा, जबकि कारोबार के दौरान 49,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे फिसला। वहीं, निफ्टी बीते सत्र से 163.45 अंकों यानी 1.11 फीसदी की गिरावट के साथ 14,557.85 पर बंद हुआ। अमेरिकी बांड बाजार में मजबूती आने से घरेलू शेयर बाजार में आईटी, बैंकिंग, हेल्थेकेयर समेत कई अन्य सेक्टरों में बिकवाली का भारी दबाव रहा, जिससे प्रमुख संवेदी सूचकांकों में गिरावट दर्ज की गई।

बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स बीते सत्र से 359.63 अंकों की बढ़त के साथ 50,161.25 पर खुला और दिनभर के कारोबार के दौरान 50,296.35 तक चढ़ने के बाद फिसलकर 48,962.36 पर आ गया। दोहपर बाद के कारोबार के दौरान बिकवाली का भारी दबाव रहा।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी बीते सत्र से 134.20 अंकों की तेजी के साथ 14,855.50 पर खुला और 14,875.20 तक चढ़ा, लेकिन बाद में बिकवाली के दबाव में टूटकर 14,478.60 पर आ गया।


आईटेल ने भारत में नई जी-सीरीज के तहत 4 एंड्रॉएड टीवी लॉन्च किए

फोटो: IANS
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भारत में अपने टेलीविजन पोर्टफोलियो का विस्तार करते हुए भारत के सबसे भरोसेमंद ब्रांड इटेल ने गुरुवार को जी-सीरीज के तहत भारत में बने चार नए एंड्रॉएड टीवी 16,999 रुपये की शुरूआती कीमत पर लॉन्च किए। इस नई सीरीज की लॉन्चिंग से पहले कंपनी ने पिछले साल अपने पहले टेलीविजन लॉन्च के साथ सफलता का स्वाद चखा था। अब कंपनी ने यह बेहतर प्रौद्योगिकी सुविधाओं के लैस शानदार डिवाइस लॉन्च किए हैं, जिनमें 400 निट्स के साथ 4के अल्ट्रा-ब्राइट डिस्प्ले, डॉल्बी ऑडियो और फ्रेमलेस प्रीमियम डिजाइन के साथ 24वॉट स्टीरियो साउंड की सुविधा दी गई है।

इंटेल ने कहा कि इसका टीवी पोर्टफोलियो पूरी तरह से भारत में निर्मित है। यह टीवी टियर-3 और इससे नीचे के बाजार में बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए तैयार है, जहां लोग नए अपडेट के साथ प्रीमियम स्मार्ट टीवी का अनुभव लेना चाहते हैं।

अमेजन, फ्लिपकार्ट सहित ई कॉमर्स कंपनियां भारत की रिटेल सेक्टर को बर्बाद कर देगी : कैट

फोटो: IANS
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केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल को भेजे गए एक पत्र में कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने एफडीआई नीति 2016/2018 के प्रेस नोट नंबर 2 की जगह एक नए प्रेस नोट की आवश्यकता पर जोर दिया। कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया और राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने गोयल को भेजे गए पत्र में कहा कि एफडीआई नीति 2016 के प्रेस नोट संख्या 2 के ई-कॉमर्स खंड में एफडीआई नियमों का अमेजॅन और फ्लिपकार्ट जैसी विदेशी कंपनियां खुलेआम माखौल उड़ा रही है, वे अपनी मोटी जेब का इस्तेमाल कर भारतीय रिटेल सेक्टर को पूरी तरह बर्बाद करने पर तुली है और वे तब तक नही रुकेगी जब तक भारत के 40 करोड़ नागरिकों को भुखमरी की कगार पर न पहुंचा दे। यह दिन दहाड़े की गई डकैती से कम नहीं है। न केवल ई-कॉमर्स व्यवसाय को नियंत्रित करने का प्रयास किया जा रहा है बल्कि अपने गुप्त एजेंडों को लागू कर भारतीय रिटेल पर पूरी तरह हावी होने की कोशिश भी की जा रही है।


टिकटॉक ने यूजर्स के लिए विज्ञापन देखना अनिवार्य किया

फोटो: IANS
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चीनी शॉर्ट-वीडियो मेकिंग एप टिकटॉक ने यूजर्स के लिए 15 अप्रैल से व्यक्तिगत विज्ञापन (पर्सनलाइज्ड एड) देखना अनिवार्य कर दिया है। यूजर्स की सामग्री वरीयताओं (कंटेंट प्रेफरन्स) के आधार पर कंपनी एप में विज्ञापन दिखाएगी।

एप में इस समय एक सेटिंग है, जो यूजर्स को यह चुनने की अनुमति देती है कि क्या उन्हें एप के भीतर उनकी गतिविधि के आधार पर विज्ञापन दिखाए जाएं या नहीं।

एक पॉप-अप नोटिफिकेशन के अनुसार 15 अप्रैल से यूजर्स की सेटिंग बदल जाएगी और वह जो भी टिकटॉक पर करते हैं, उसके आधार पर उन्हें विज्ञापन दिखाई देने शुरू हो जाएंगे।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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