मौद्रिक नीति का ऐलान, रेपो रेट में बदलाव नहीं, 4% पर बरकरार, 2021-22 में 10.5% GDP ग्रोथ का अनुमान

भारतीय रिजर्व बैंक ने मौद्रिक नीति समिति की द्विमासिक बैठक में रेपो रेट 4 फीसदी पर बरकरार रखा है. एमपीसी के सभी सदस्यों ने एकमत से ब्याज दरों में बदलाव नहीं करने का फैसला किया।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को प्रमुख ब्याज दर रेपो रेट 4 फीसदी पर स्थिर रखने की घोषणा की। आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति यानी एमपीसी की बैठक मैं लिए गए फैसलों की घोषणा करते हुए दास ने कहा कि देश की आर्थिक विकास की संभावनाओं में काफी सुधार हुआ है और महंगाई दर 6 फीसदी के नीचे आई है।

उन्होंने कहा कि महंगाई दर 4 फीसदी के बैंड के नीचे लौट चुकी है। आरबीआई गवर्नर ने 2021-22 में देश की आर्थिक विकास दर यानी जीडीपी वृद्धि दर 10.5 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है।


उन्होंने कहा कि 2020 में हमारे सामर्थ्य की परीक्षा हुई और 2021 में नए आर्थिक युग का निर्माण हो रहा है। बता दें कि रेपो रेट वो रेट है जिस पर बैंक भारतीय रिजर्व बैंक से कर्ज लेते हैं। बैंक इस लोन पर आरबीआई को जिस दर पर ब्याज चुकाते हैं, उसे रेपो रेट कहा जाता है।

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