अर्थ जगत की खबरें: शेयर बाजार में तूफानी तेजी, निवेशकों के बल्ले-बल्ले, मलेशिया को पाम ऑयल कारोबार में नुकसान

देश के शेयर बाजारों में मंगलवार को तेजी दर्ज की गई। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 917.07 अंकों की तेजी के साथ 40,789.38 पर और निफ्टी 271.75 अंकों की तेजी के साथ 11,979.65 पर बंद हुआ। वही मलेशिया को उम्मीद है कि भारत को पाम तेल बेचने की राह में आई अड़चन को वह जल्द ही दूर कर लेगा।

फोटो: सोशल मीडिया
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आईएएनएस

देश के शेयर बाजारों में मंगलवार को तेजी दर्ज की गई। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 917.07 अंकों की तेजी के साथ 40,789.38 पर और निफ्टी 271.75 अंकों की तेजी के साथ 11,979.65 पर बंद हुआ। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 306.43 अंकों की तेजी के साथ 40,178.74 पर खुला और 917.07 अंकों या 2.30 फीसदी तेजी के साथ 40,789.38 पर बंद हुआ। दिन भर के कारोबार में सेंसेक्स ने 40,818.94 के ऊपरी स्तर और 40,117.46 के निचले स्तर को छुआ।

सेंसेक्स के 30 में से 28 शेयरों में तेजी रही। टाइटन (7.55 फीसदी), आईटीसी (3.85 फीसदी), एचडीएफसी (3.76 फीसदी), बजाज-फाइनेंस (3.58 फीसदी) व टाटा स्टील (3.55 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। सेंसेक्स के गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे- बजाज-ऑटो (3.86 फीसदी) व हिंदुस्तान यूनिलीवर (1.08 फीसदी)।

बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांक में तेजी रही। बीएसई का मिडकैप सूचकांक 209.83 अंकों की तेजी के साथ 15,498.75 पर और स्मॉलकैप सूचकांक 185.51 अंकों की तेजी के साथ 14,545.51 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 78.35 अंकों की तेजी के साथ 11,786.25 पर खुला और 271.75 अंकों या 2.32 फीसदी तेजी के साथ 11,979.65 पर बंद हुआ। दिन भर के कारोबार में निफ्टी ने 11,986.15 के ऊपरी स्तर और के 11,783.40 निचले स्तर को छुआ।

बीएसई के सभी 19 सेक्टरों में तेजी रही। उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुएं (3.52 फीसदी), धातु (3.29 फीसदी), तेल एवं गैस (3.07 फीसदी), ऊर्जा (3.02 फीसदी) व रियल्टी (2.73 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1618 शेयरों में तेजी और 885 में गिरावट रही, जबकि 181 शेयरों के भाव में कोई बदलाव नहीं हुआ।

भारत को पाम तेल निर्यात की अड़चन दूर होने के इंतजार में मलेशिया

मलेशिया को उम्मीद है कि भारत को पाम तेल बेचने की राह में आई अड़चन को वह जल्द ही दूर कर लेगा, क्योंकि मलेशियन पाम काउंसिल ने मंगलवार को एक मंत्री के हवाले से कहा है कि भारत द्वारा मलेशिया से पाम तेल की खरीद पर रोक अस्थाई है। भारत के घरेलू मसलों पर मलेशिया की टिप्पणी से दोनों देशों के बीच आई तल्खी के बाद भारत ने मलेशिया से पाम तेल आयात करना बंद कर दिया है, जिससे मलेशिया के तेल निर्यात पर काफी असर पड़ने की संभावना है।

खाद्य तेल उद्योग सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन के कार्यकारी निदेशक डॉ. बी. वी. मेहता ने आईएएनएस को बताया, "भारत मलेशिया से पाम तेल का प्रमुख खरीददार है, जो सालाना 30-40 लाख टन पाम तेल मलेशिया से खरीदता रहा है, लेकिन इस समय भारत ने मलेशिया से पाम तेल खरीदना बंद कर दिया है। मलेशिया की चिंता इसलिए भी बढ़ गई है, क्योंकि चीन में कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण उसकी खरीददारी पर भी असर पड़ा है।"

मलेशियन पाम काउंसिल के मुताबिक, भारत की खरीददारी पर रोक अस्थाई है और दोनों देश मिलकर जल्द ही इसका समाधान कर लेंगे। यह बात मलेशिया के उद्योग मंत्री टेरेसा कोक के बयान का जिक्र करते हुए कही गई है।

गौरतलब है कि पिछले साल कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के मसले को लेकर मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर बिन मोहम्मद ने भारत विरोधी बयान दिया था। इसके बाद भारत में नागरिकता संशोधन कानून यानी सीएए को लेकर भी मलेशिया ने तल्ख टिप्पणी की थी।

डॉ. बी. वी. मेहता ने कहा, "भारत पाम तेल का आयात मलेशिया से कहीं ज्यादा इंडोनेशिया से करता है, इसलिए भारत को मलेशिया से पाम तेल आयात बंद होने से कोई परेशानी नहीं है। अगर, भारत सरकार तेल आयात की अनुमति देती भी है तो भारत सिर्फ क्रूड पाम तेल का आयात करना चाहेगा, आरबीडी पाम तेल की आवश्यकता नहीं है।"

गौरतलब है कि भारत ने मलेशिया से आरबीडी पाम तेल आयात को प्रतिबंधित कर दिया है और इसके आयात के लिए सरकार ने बहरहाल किसी को लाइसेंस जारी नहीं किया है। वहीं, क्रूड पाम तेल की खरीददारी भी इस समय मलेशिया से नहीं हो रही है। जिससे उसकी चिंता बढ़ गई है।

भारतीय वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर मंगलवार को पाम तेल के फरवरी अनुबंध में पिछले सत्र के मुकाबले 1.59 फीसदी की तेजी के साथ 739.50 रुपये प्रति 10 किलो पर कारोबार चल रहा था।


पेट्रोल, डीजल के दाम छठे दिन घटे, 13 महीने के निचले स्तर पर बेंट्र क्रूड

पेट्रोल और डीजल के दाम में गिरावट का सिलसिला छठे दिन मंगलवार को जारी रहा। तेल विपणन कंपनियों ने पेट्रोल के दाम में छह पैसे जगकि डीजल में पांच पैसे प्रति लीटर की कटौती की है। उधर, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में बीते कुछ दिनों से आई भारी गिरावट के बाद पेट्रोल और डीजल के दाम में आने वाले दिनों में फिर बड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है। बेंचमार्क कच्चा तेल 55 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गया है, जोकि बीते करीब 13 महीने का सबसे निचला स्तर है। चीन में कोरोनावायरस के प्रकोप से अर्थव्यवस्था प्रभावित होने के कारण कच्चे तेल की मांग घट सकती है, क्योंकि चीन कच्चे तेल का बड़ा आयातक है।

तेल विपणन कंपनियों ने मंगलवार को पेट्रोल के दाम में दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में छह पैसे प्रति लीटर की कटौती की। वहीं, डीजल का दाम चारों महानगरों में पांच पैसे प्रति लीटर कम हो गया है।

इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल का दाम घटकर क्रमश: 72.98 रुपये, 75.65 रुपये, 78.63 रुपये और 75.83 रुपये प्रति लीटर हो गया है।वहीं, चारों महानगरों में डीजल की कीमत भी घटकर क्रमश: 66.04 रुपये, 68.41 रुपये, 69.22 रुपये और 69.76 रुपये प्रति लीटर हो गई है।

उधर, अंतर्राष्टरीय बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) पर हालांकि कच्चे तेल के दाम में बीते चार दिनों की गिरावट के बाद रिकवरी आई है, लेकिन ब्रेंट क्रूड का दाम 55 डॉलर प्रति बैरल से नीचे जबकि अमेरिकी क्रूड वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) 50 डॉलर प्रति बैरल के करीब बना हुआ है।

आईसीई पर मंगलवार को ब्रेंट क्रूड के अप्रैल अनुबंध में पिछले सत्र के मुकाबले 0.59 फीसदी की तेजी के साथ 54.77 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले भाव 53.95 डॉलर तक टूटा जोकि तीन जनवरी 2019 के बाद का सबसे निचला स्तर है जब ब्रेंट का भाव 53.93 डॉलर प्रति बैरल तक टूटा था।

न्यूयार्क मर्केंटाइल एक्सचेंज यानी नायमैक्स पर डब्ल्यूटीआई के मार्च अनुबंध में पिछले सत्र के मुकाबले 0.74 फीसदी की तेजी के साथ 50.48 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले भाव 49.66 डॉलर प्रति बैरल तक टूटा।

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