तुर्की के साथ भारत के इस मित्र देश ने भी बंद किया निर्यात, अभी महीनों सस्ता नहीं होगा प्याज!

महाराष्ट्र का लासलगांव एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी है। यहां प्याज की रोजाना आमद 12 हजार से बढ़कर 13 हजार क्विंटल हो गई है लेकिन कीमतें कम नहीं हो रही हैं। इस समय देश में प्याज की कीमतें कम होने के कोई आसार नहीं है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

देश में प्याज कई महीनों से 100 के पार चल रहा है। आगे भी प्याज की कीमतों में कमी आने की संभावना नहीं दिख रही है। ऐसे में आपको अभी और कई दिनों तक महंगे प्याज का स्वाद लेना होगा। क्योंकि तुर्की ने प्याज निर्यात करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। वहीं, श्रीलंका ने भी परोक्ष रूप से लगे प्रतिबंधों से नाराज होकर प्याज भेजना कम कर दिया है। मतलब ये कि आने वाले नए साल का स्वागत आपको महंगे प्याज से ही करना पड़ेगा। अब राहत की शर्त सिर्फ एक है, जब देश में प्याज की फसल में इजाफ हो।

प्याज का भाव कई महीनों से 100 के पार चल रहा है। आयात बढ़ाने के बावजूद कीमतों में कोई खास फर्क नहीं देखा गया। आज भी देश भर में प्याज का खुदरा दाम 100-150 रुपए प्रतिकिलो है। हालांकि, खराब गुणवत्ता वाले प्याज 80 रुपए किलो तक मिल रहा है।


महाराष्ट्र का लासलगांव एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी है। यहां प्याज की रोजाना आमद 12 हजार से बढ़कर 13 हजार क्विंटल हो गई है लेकिन कीमतें कम नहीं हो रही हैं। इस समय देश में प्याज की कीमतें कम होने के कोई आसार नहीं है। लेकिन प्याज कम न हो इसलिए मिस्र और अफगानिस्तान से मदद मिल रही है।

वहीं तुर्की और श्रीलंका ने प्याज निर्यात में भारी कमी कर दी है। प्याज के व्यापारियों का कहना है कि तुर्की ने हाल ही में प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है। तुर्की ने प्याज भेजना बंद कर दिया है। अब वहां से भारत प्याज नहीं आ रही है। इस वजह से भी दिक्कतें बढ़ गई हैं।


वहीं पड़ोसी देश श्रीलंका ने भी प्याज निर्यात के नियम कड़े कर दिए हैं। श्रीलंका ने भी फाइटोसैनिटरी डॉक्युमेंट जारी करने को लेकर नियम कड़े कर दिए हैं। इसके चलते वहां से भी प्याज की आमद बंद हो गई है। ऐसे में कम से कम फरवरी तक प्याज की कीमतों में कमी आने की उम्मीद कम ही है।

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