अर्थ जगत की 5 बड़ी खबरें: कोरोना का कहर शेयर बाजार पर हावी और खत्म हो गई कच्चे तेल की जंग! 

लॉकडाउन के बीच मार्च महीने में खुदरा महंगाई दर में गिरावट देखने को मिली है और भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा कि इकोनामी पर कोविड 19 के प्रकोप का असर इस बात पर निर्भर करेगा कि यह संकट कितना गहरा है, कितने समय तक रहता है और इस पर किस हद तक काबू पाया जाता है।

फोटो: सोशल मीडिया  
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नवजीवन डेस्क

लॉकडाउन के बीच राहत, मार्च में खुदरा महंगाई दर घटकर 5.9 फीसदी पहुंची

लॉकडाउन के बीच मार्च महीने में खुदरा महंगाई दर में गिरावट देखने को मिली है। कोरोना वायरस महामारी का सामना कर रहे देश के लिए यह एक राहत भरी खबर है। सरकार की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक मार्च 2020 में खुदरा महंगाई दर घटकर 5.91 प्रतिशत हो गई है। वहीं, इससे पहले फरवरी में खुदरा महंगाई दर 6.58 फीसदी थी। एक महीने के अंदर खुदरा महंगाई दर में यह गिरावट दर्ज की गई है।

कोरोना का प्रकोप लंबा खिंचा तो इकोनॉमी के लिए बढ़ेगी मुश्किल : RBI

भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा कि इकोनामी पर कोविड—19 के प्रकोप का असर इस बात पर निर्भर करेगा कि यह संकट कितना गहरा है, कितने समय तक रहता है और इस पर किस हद तक काबू पाया जाता है। रिजर्व बैंक इससे निपटने के लिए हर कदम उठाने को तैयार है।
कोरोना संकट की वजह की भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक मार्च महीने में समय से पहले 24-27 मार्च तक हो गई थी। सोमवार को जारी इसके ब्योरे से तमाम बातें सामने आई हैं।


कोरोना का कहर शेयर बाजार पर हावी

हरे निशान में सोमवार को खुला शेयर बाजार काफी टूट गया है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स सुबह करीब 36 अंकों की बढ़त के साथ 31,195।72 पर खुला था। सुबह 10।21 बजे तक 627 अंक टूटर 30,532।18 तक पहुंच गया। कारोबार के अंत में सेंसेक्स करीब 470 अंकों की गिरावट के साथ 30,690।02 पर बंद हुआ। अंत में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 118 अंक की गिरावट के साथ 8,993।85 पर बंद हुआ। सुबह बाजार में कारोबार की शुरुआत हरे निशान में हुई थी। करीब 1194 शेयरों में तेजी और 1171 में गिरावट आई, जबकि 201 में कोई बदलाव नहीं हुआ।

खत्म हो गई कच्चे तेल की जंग! आखिर मान गए पुतिन

कच्चे तेल के उत्पादन को लेकर रूस और सऊदी अरब के बीच जारी जंग अब खत्म हो गई है। ओपेक प्लस देशों के संगठन और रूस के बीच समझौता होने से कच्चा तेल रविवार को 1 डॉलर प्रति बैरल तक चढ़ गया। अमेरिकी WTI क्रूड 23 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर, जबकि लंदन का ब्रेंट क्रूड 32 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर पहुंच गया है। तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक, उसके सहयोगी उत्पादक देशों ( OPEC+) और रूस के बीच इस मामले में एक समझौता हो गया है। इसमें अमेरिका भी शामिल है। आखिरकार रूस के राष्ट्रपति पुतिन इस समझौते के लिए राजी हो गए।


पाक की खस्ताहाल इकोनॉमी पर कोरोना से पड़ी तगड़ी चोट

कोरोना का कहर पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था के लिए भारी पड़ रहा है। इससे निपटने के लिए पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से मदद मांग थी। अब आईएमएफ पाक को 1।4 अरब डॉलर का लोन देने पर विचार कर रहा है। इसके बारे में इसी हफ्ते निर्णय हो जाएगा। PAK के प्रधानमंत्री इमरान खान ने दुनिया से यह अपील की है कि कोरोना वायरस के प्रकोप से निबटने के लिए पाकिस्तान जैसे विकासशील देश की मदद की जाए। गौरतलब है कि पाकिस्तान में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 5,370 से ज्यादा हो गई और वहां 92 लोगों की कोविड—19 से मौत हो गई है। कोरोना संकट की वजह से पाकिस्तान में आर्थिक सुस्ती है और वहां नकदी की भारी तंगी है। इसकी वजह से आईएमएफ पाकिस्तान को 1।4 अरब डॉलर के लोन देने पर विचार करेगा। यह लोन उस 6 अरब डॉलर के राहत पैकेज के अलावा होगा, जो पाकिस्तान को आईएमएफ से पहले होने वाले समझौते के तहत मिलना है

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