अर्थ जगत की 5 बड़ी खबरें: राजस्व जुटाने को पेट्रोल, डीजल पर टैक्स बढ़ाए जाने के आसार और शेयर बाजार में गिरावट

कोविड-19 महामारी से उत्पन्न आर्थिक संकट और बाद में राजस्व पर दबाव पड़ने से केंद्र फिर से पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क बढ़ा सकता है।

फोटो: सोशल मीडिया
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विनय कुमार

कोविड-19 महामारी से उत्पन्न आर्थिक संकट और बाद में राजस्व पर दबाव पड़ने से केंद्र फिर से पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क बढ़ा सकता है।

सूत्रों ने संकेत दिया कि अगर सरकार को कोविड-19 से संबंधित व्यवधानों से लड़ने के लिए अतिरिक्त आर्थिक सुधार पैकेजों को वित्तपोषित करने के लिए अधिक संसाधन जुटाने की जरूरत महसूस हुई तो पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में 3-6 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी जल्द ही हो सकती है।

इस स्तर की वृद्धि पूरे वर्ष के लिए सरकार को 60,000 रुपये की अतिरिक्त आय दे सकती है। शेष अवधि में, लगभग 30,000 करोड़ रुपये जुटाए जा सकते थे।

सूत्रों ने बताया कि दोनों उत्पादों पर ड्यूटी स्ट्रक्चर देखने के लिए एक आंतरिक अवलोकन शुरू हो रही है और जल्द ही इसकी घोषणा की जा सकती है।

सरकार चाहती है कि पेट्रोल और डीजल पर किसी भी शुल्क वृद्धि से दोनों उत्पादों के खुदरा मूल्य में वृद्धि नहीं होनी चाहिए, क्योंकि इसे उपभोक्ता पसंद नहीं करेंगे। इसके अलावा वृद्धि के कारण अर्थव्यवस्था पर मुद्रास्फीति का प्रभाव देखने को मिल सकता है।

विशेषज्ञों ने कहा कि मौजूदा समय में पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क बढ़ाना उचित होगा, क्योंकि पेट्रोल और डीजल की कीमतें पिछले लगभग एक महीने से संशोधित नहीं की गई हैं, हालांकि वैश्विक कच्चे तेल की कीमतें नरम हो गई हैं और लगभग 40 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई हैं।

मार्च में, सरकार ने पेट्रोल पर विशेष अतिरिक्त उत्पाद शुल्क बढ़ाकर 18 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 12 रुपये प्रति लीटर करने के लिए संसदीय मंजूरी ली थी, लेकिन तब लेवी नहीं बदला था। मई में इसने पेट्रोल पर 12 रुपये और डीजल पर 9 रुपये तक का विशेष अतिरिक्त उत्पाद शुल्क बढ़ाया। इससे सरकार को पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में 6 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 3 रुपये प्रति लीटर की दर से उत्पाद शुल्क बढ़ाने का मौका मिल गया। इस विकल्प का अभी अवलोकन किया जा रहा है।

उपभोक्ताओं के लिए, ड्यूटी में किसी भी तरह की बढ़ोतरी का ज्यादा असर नहीं होना चाहिए, क्योंकि खुदरा कीमतें अपरिवर्तित रह सकती हैं या मामूली रूप से बढ़ सकती हैं, क्योंकि तेल की कम कीमतें किसी भी वृद्धि के लिए उचित प्रतीत होंगी।

हालांकि, ईंधन पर करों में और वृद्धि से उत्पाद पर विश्व स्तर पर सबसे अधिक कर लगेगा। पेट्रोल और डीजल की कीमत का मौजूदा कर करीब 70 फीसदी है। ड्यूटी में और बढ़ोतरी के साथ यह 75-80 फीसदी के स्तर पर पहुंच सकता है।

उच्च खुदरा मूल्य इस समय सरकार के लिए एक विकल्प नहीं है, क्योंकि यह मुद्रास्फीति को बढ़ा सकता है।

पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में वृद्धि के साथ सरकार इस साल 1.75 लाख करोड़ रुपये के करीब तेल राजस्व में वृद्धि करने के लिए पहले से ही तैयार है। यह 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक का अतिरिक्त है जो वार्षिक उत्पाद शुल्क राजस्व के रूप में पेट्रोलियम उत्पादों से एकत्र होता है।

सपाट शुरुआत के बाद बढ़ती गई शेयर बाजार की गिरावट

सोमवार को शेयर बाजार की सपाट शुरुआत हुई। थोड़ी ही देर बाद शेयर बाजार लाल निशान में पहुंच गये थे। इसके बाद से बाजार की गिरावट बढ़ती गई। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 540 अंक टूटकर 40,145.50 पर पहुंच गया। इसी तरह निफ्टी 162.60 अंक टूटकर 11,767.75 पर पहुंच गया।

सुबह बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 36 अंक की गिरावट के साथ 40,649 पर खुला था, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 7 अंक की तेजी के साथ 11,937 पर खुला।


कैट ई-कॉमर्स पोर्टल 'भारतईमार्केट' का लोगो 30 अक्टूबर को करेगा लांच

कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने अपने ई कॉमर्स पोर्टल 'भारतईमार्केट' का लोगो (प्रतीक चिन्ह) 30 अक्टूबर को लांच करने का ऐलान किया है। कैट का भारतईकॉमर्स पोर्टल विशुद्ध रूप से भारतीय होगा, जिसमें विदेश से प्राप्त किसी भी धन का निवेश नहीं होगा। पोर्टल पर प्राप्त होने वाला डाटा देश में ही स्थापित सर्वर पर रखा जाएगा और एक भी डाटा देश की सीमा से बाहर नहीं जाएगा। कैट ने यह भी घोषणा की कि किसी भी प्रकार की चीनी वस्तु कैट के पोर्टल भारतईमार्केट पर नहीं बेची जा सकेगी। देश में ई कॉमर्स के तेजी से बढ़ते प्रभाव को देखते हुए और देश के मायूस व्यापारियों के उत्थान के लिए कैट ने खुद के ई कॉमर्स पोर्टल को लांच करने की घोषणा कुछ महीने पूर्व ही कर दी थी और उसके बाद कैट लगातार भारतईमार्केट प्रोजेक्ट पर काम करता आ रहा है।

कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने रविवार को दशहरे के दिन इसकी घोषणा करते हुए बताया कि कैट के ई-कॉमर्स पोर्टल भारतईमार्केट का लोगो (प्रतीक चिन्ह) देश की एक बड़ी एडवरटाइजिंग एवं ब्रांडिंग कंपनी ने कैट द्वारा किए गए एक देशव्यापी सर्वे, जिसमें व्यापारियों एवं उपभोक्ताओं को शामिल किया गया था, से प्राप्त सुझावों के आधार पर बनाया है।

उन्होंने कहा, "भारतईमार्केट की यह भी विशेषता होगी की यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकल पर वोकल और आत्मनिर्भर भारत के आह्वान को ई-कॉमर्स व्यापार के माध्यम से जमीन पर संभव करेगा और इस पोर्टल में डिजिटल पेमेंट पर ज्यादा जोर होगा। कैट ने साफ किया है कि ये पोर्टल ग्लोबल दिग्गजों की तरह खुद के मुनाफे के लिए काम नहीं करेगा, बल्कि इसका मकसद देसी रिटेल व्यापार की मौजूदा स्थिति को सुधारने और इसके भविष्य को बेहतर बनाना है।"

खंडेलवाल ने कहा कि कैट देश के व्यापारियों का शीर्ष संगठन है, जिसके साथ देशभर के 40 हजार से ज्यादा व्यापारिक संगठन जुड़े हुए हैं, जिनके जरिये कैट देश के 7 करोड़ व्यापारियों का प्रतिनिधित्व करता है। यह पूरे विश्व में सबसे बड़ी सप्लाई चेन है और भारतईमार्केट पर अधिक से अधिक व्यापारियों की ई-दुकानें बनवाने के काम में देशभर के व्यापारिक संगठन पूरी ताकत से जुटेंगे।

नहीं थम रही सोने में गिरावट

सोने की कीमत में गिरावट का दौर लगातार जारी है। सोमवार को हफ्ते के पहले ही दिन सोने की कीमत फिर से गिर गई है। पिछले हफ्ते भी सोने की कीमत में उठा-पटक जारी रहा। वहीं 26 अक्टूबर को हफ्ते के पहले ही दिन सोने की कीमत में गिरावट देखने को मिली। सोना हफ्ते के पहले दी दिन गिर गया और कीमत 50969 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई। वहीं चांदी की कीमत में 1352 रुपए टूटकर 61193 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया।


एयरटेल ने क्लाउड संचार मार्केट में रखा कदम

दूरसंचार क्षेत्र की दिग्गज कंपनी एयरटेल ने सोमवार को 'एयरटेल आईक्यू' नामक एक नए प्लेटफॉर्म को जारी किया है और इसी के साथ देश में क्लाउड संचार मार्केट में अपनी पारी की शुरुआत कर दी है, जिसकी कीमत 100 करोड़ डॉलर के आसपास है। क्लाउड आधारित ओम्नी चैनल संचार प्लेटफॉर्म एयरटेल आईक्यू को समय पर और सुरक्षित संचार के माध्यम से ग्राहकों संग बेहतर संबंध बनाने के मद्देनजर डिजाइन किया गया है।

कंपनी ने अपने एक बयान में कहा है कि भारत में स्विगी, जस्टडायल, अर्बन कंपनी, हेवेल्स, डॉ. लाल पैथलैब्स और रैपिडो जैसी कई बड़ी कंपनियां ग्राहक के तौर पर एयरटेल आईक्यू का इसके बीटा चरण के दौरान से उपयोग कर रही है।

भारती एयरटेल के चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर आदर्श नायर ने इस बीच कहा, "उपभोक्ताओं के साथ जुड़ने के लिए व्यवसाय तेजी से क्लाउड-आधारित डिजिटल प्लेटफार्मो की ओर बढ़ रहे हैं और बात जब किसी ब्रांड द्वारा ग्राहकों को खुश करने की आती है, तो एयरटेल आईक्यू इस दिशा में और बेहतर साबित होगी।"

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