अर्थजगत: मई में घटकर इतनी फीसदी पहुंची CPI की दर और जर्मन बाजार से बाहर हुआ VIVO

भारत में खुदरा महंगाई दर सालाना आधार पर 25 महीने के निचले स्तर 4।25 प्रतिशत पर आ गई है और वनप्लस और ओप्पो के बाद अब स्मार्टफोन ब्रांड वीवो भी जर्मन बाजार से बाहर हो गया है।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया
user

नवजीवन डेस्क

मई में CPI की दर 25 महीने के निचले स्तर पर, घटकर 4.25 फीसदी

मई महीने के कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स यानी CPI के आंकड़े जारी हो गए हैं। इसके साथ ही भारत में खुदरा महंगाई दर सालाना आधार पर 25 महीने के निचले स्तर 4।25 प्रतिशत पर आ गई है। जबकि अप्रैल में यह 4.70 प्रतिशत थी। सीपीआई आधारित महंगाई लगातार चौथे महीने भारतीय रिजर्व बैंक की निर्धारित सीमा 2-6 फीसदी के अंदर रही है। जनवरी से अब तक 227 बेसिस पॉइंट की भारी गिरावट के बावजूद, CPI महंगाई लगातार 44वें महीने भारतीय रिजर्व बैंक के मध्यम अवधि के लक्ष्य 4 फीसदी से ऊपर बनी हुई है।

खाद्य एवं ईंधन उत्पादों की कीमतें नरम पड़ने से मई में खुदरा मुद्रास्फीति घटकर 25 माह के निचले स्तर 4।25 प्रतिशत पर आ गई। सरकार की तरफ से सोमवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई। आंकड़ों के अनुसार, मई, 2023 में खुदरा मुद्रास्फीति 4।25 प्रतिशत रही जो अप्रैल, 2021 के बाद का सबसे निचला स्तर है। अप्रैल, 2021 में खुदरा मुद्रास्फीति 4।23 प्रतिशत पर थी।

स्मार्टफोन ब्रांड वीवो जर्मन बाजार से बाहर हुआ

वनप्लस और ओप्पो के बाद अब स्मार्टफोन ब्रांड वीवो भी जर्मन बाजार से बाहर हो गया है और कहा है कि उसके प्रोडक्ट फिलहाल देश में उपलब्ध नहीं हैं। वीवो ने अपनी जर्मन वेबसाइट पर एक बयान में कहा, दुर्भाग्य से, विवो उत्पाद वर्तमान में जर्मनी में उपलब्ध नहीं हैं। हमारी जर्मन वेबसाइट पर उत्पाद की जानकारी उपलब्ध नहीं है। वीवो ने कहा, यदि आप विवो उत्पाद का उपयोग करते हैं, तो आप अभी भी हमारी ग्राहक सेवा पर भरोसा कर सकते हैं।

कंपनी ने यह भी कहा कि जर्मनी में वीवो का उपयोग करने वालों को अभी भी भविष्य के सॉ़फ्टवेयर अपडेट प्राप्त होंगे। जर्मन बाजार से बाहर निकलने वाले इन तीनों ब्रांडों का स्वामित्व चीनी समूह बीबीके इलेक्ट्रॉनिक्स के पास है। विन फ्यूचर के अनुसार, फिनिश टेलीकॉम प्लेयर नोकिया के साथ पेटेंट विवाद के कारण वीवो ने जर्मन बाजार छोड़ दिया है। पिछले साल अगस्त में, वैश्विक स्मार्टफोन निर्माता ओप्पो और वनप्लस ने नोकिया के खिलाफ पेटेंट मुकदमा हारने के बाद जर्मनी में स्मार्टफोन और स्मार्टवॉच की बिक्री बंद कर दी थी।

नोकिया ने कंपनियों पर लाइसेंस के लिए भुगतान किए बिना 4जी और 5जी संसाधित करने के लिए अपनी पेटेंट तकनीक का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था। कंपनियों ने पेटेंट के लिए नोकिया की अनुचित रूप से उच्च शुल्क की मांग को मुकदमे का कारण बताया।

फोटो :
फोटो :

सोना इतने रुपये हुआ कमजोर, चांदी 300 रुपये टूटी

दिल्ली सर्राफा बाजार में सोमवार को सोने का भाव 170 रुपये की गिरावट के साथ 60,650 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। पिछले कारोबारी सत्र में सोना 60,820 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। चांदी भी 300 रुपये की गिरावट के साथ 74,050 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) सौमिल गांधी ने कहा, ''दिल्ली सर्राफा बाजार में सोमवार को सोने की हाजिर कीमत 170 रुपये की गिरावट के साथ 60,650/10 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रही थी।" अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोना और चांदी गिरावट के साथ क्रमश: 1,959 डॉलर प्रति औंस और 24.10 डॉलर प्रति औंस पर चल रहे थे। गांधी ने कहा कि बाजार के दिग्गज कल अमेरिकी उपभोक्ता मुद्रास्फीति के आंकड़ों पर पूरा ध्यान देंगे क्योंकि यह अमेरिकी फेडरल रिजर्व के आगामी ब्याज दर निर्णयों के लिए अतिरिक्त संदर्भ प्रदान करता है।

फोटोः IANS
फोटोः IANS

भारत-यूएई गैर-पेट्रोलियम व्यापार 100 अरब डॉलर करने पर सहमत

भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने सोमवार को गैर-पेट्रोलियम उत्पादों के द्विपक्षीय व्यापार को 2030 तक 100 अरब डॉलर तक बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने यूएई के विदेश व्यापार मंत्री थानी बिन अहमद अल जायोदी के साथ बैठक के बाद यह जानकारी दी। गोयल ने आगे बताया कि दोनों देश भारत-यूएई व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) के तहत स्थानीय मुद्राओं में द्विपक्षीय व्यापार करने की संभावनाओं पर भी चर्चा कर रहे हैं।

सीईपीए की पहली बैठक के बाद उन्होंने कहा कि भारत और यूएई दोनों के केंद्रीय बैंक सीईपीए के तहत स्थानीय मुद्राओं में भारत-यूएई द्विपक्षीय व्यापार के लिए सक्रिय रूप से बातचीत कर रहे हैं। गोयल ने कहा कि आरबीआई और यूएई केंद्रीय बैंक रुपया-दिरहम व्यापार के लिए सक्रिय चर्चा कर रहे हैं और वित्त मंत्रालय इस कदम का समर्थन करता है।

अर्थजगत: मई में घटकर इतनी फीसदी पहुंची CPI की दर और जर्मन बाजार से बाहर हुआ VIVO

मेटा कर्मचारियों के लिए एआई चैटबॉट 'मेटामेट' कर रहा शुरू

मेटा अपने कर्मचारियों के लिए एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) चैटबॉट 'मेटामेट' शुरू कर रहा है, जिसे आंतरिक डेटा पर प्रशिक्षित किया गया है। द वर्ज की रिपोर्ट के अनुसार, नया एआई चैटबॉट कंपनी डेटा का उपयोग कर्मचारियों को मीटिंग सारांशित करने, कोड लिखने और फीचर्स को डिबग करने में मदद करता है। कंपनी वर्तमान में इस टूल को आंतरिक रूप से एक छोटे समूह के लिए रोल आउट कर रही है।

चैटबॉट को कैसे सशक्त बनाया जाए, इस पर विचार करते समय, मेटा ने माइक्रोसॉफ्ट और ओपनएआई के साथ चर्चा की और इन-हाउस मॉडल को नियोजित करने का निर्णय लिया। इस साल फरवरी में, मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने घोषणा की थी कि कंपनी एक नए टॉप लेवल प्रोडक्ट टीम बना रही है, जो जनरेटिव एआई पर फोकस करेगी।

उन्होंने बताया कि शॉर्ट टर्म में, कंपनी क्रिएटिव और एक्सप्रेसिव बनाने पर फोकस करेगी। और, लॉन्गर टर्म में कंपनी एआई व्यक्तित्व डेवलप करेगी जो यूजर्स को विभिन्न तरीकों से मदद करेगी। पिछले हफ्ते, यह बताया गया कि मेटा के स्वामित्व वाला इंस्टाग्राम एक ऐसे फीचर पर काम कर रहा था जो यूजर्स को ऐप के भीतर एआई के साथ चैट करने देगी।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia