अर्थ जगत की 5 बड़ी खबरें: एप्पल ने एप स्टोर से हटाए 4,500 चीनी गेम्स और कोरोना प्रभावितों की मदद को आगे आईं पेंट कंपनियां

एप्पल ने चीनी सरकार के दबाव में आकर अपनी इंटरनेट नीतियों का अनुपालन करते हुए चीनी एप्पल स्टोर से कम से कम 4,500 गेम्स को हटा दिया है। कोविड-19 के कारण अभी भी देश के कई हिस्सों में बंद और प्रतिबंध लागू हैं, जिसका बाजार पर व्यापक असर पड़ा है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

डीएचएफएल ने 50 करोड़ रुपये एनसीडी पुनर्भुगतान का किया डिफाल्ट, मोरैटोरियम प्रतिबंधों को बताया जिम्मेदार

दिवालिया हो चुकी नॉन-बैंकिंग फायनेंशियल कंपनी (एनबीएफसी) डीएचएफएल ने सेक्योर्ड नॉन कनवर्टिबल डिबेंचर्स (एनसीडी) पर 50 करोड़ रुपये का पुनर्भुगतान नहीं किया और उसने मूल भुगतान के पुनर्भुगतान में अपनी विफलता के लिए कंपनी पर लगाए गए मोरैटोरियम प्रतिबंधों को जिम्मेदार ठहराया है। डीएचएफएल ने एक नियामकीय फाइलिंग में कहा, "कृपया इसे दर्ज किया जाए कि कंपनी इस समय 29 नवंबर, 2019 से संहिता की धारा 14 के अनुपालन में मोरैटोरियम के तहत है और इसलिए कंपनी अपने किसी भी ऋणदाता (एनसीडी होल्डर सहित) को ब्याज या मूल का पुनर्भुगतान करने की स्थिति में नहीं है।"उसने कहा है कि ऋणदाताओं या एनसीडी होल्डर्स को भुगतान निलंबित रहेगा और यह इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड, 2016 के अनुसार कंपनी के खिलाफ शुरू की गई कॉरपोरेट दिवालिया समाधान प्रक्रिया (सीआईआरपी) के परिणाम पर निर्भर होगा।

एप्पल ने 4,500 चीनी गेम्स एप स्टोर से हटाए

एप्पल ने चीनी सरकार के दबाव में आकर अपनी इंटरनेट नीतियों का अनुपालन करते हुए चीनी एप्पल स्टोर से कम से कम 4,500 गेम्स को हटा दिया है। टेकनोड के रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले सप्ताह में केवल दो दिनों में चाइना एप स्टोर से 3,000 से अधिक गेम्स को हटा दिया गया है।नए नियमों में गेम डेवलपर्स को चीन के एप्पल एप स्टोर में अपने एप अपलोड करने से पहले चीनी नियामकों से एप्रूवल लेना अनिवार्य है।एप्पल चाइना के मार्केटिंग मैनेजर टॉड कुहन्स ने कहा, "1 जुलाई से चीनी सरकार के नए नियम से हम प्रतिदिन कई गेम एप्स को अपने स्टोर से हटा रहे हैं। अफसोस की बात यह है कि चीन केवल साल में लगभग 1,500 गेम लाइसेंस को मंजूरी देता है और इस प्रक्रिया में छह से 12 महीने लगते हैं, जिससे एप को स्टोर तक अपलोड होने में काफी वक्त लग जाता है। हमने 1 जुलाई को 1,571, 2 जुलाई को 1,805 और 3 जुलाई को 1,276 गेम एप्स को अपने स्टोर से हटाए हैं।"


पेट्रोल, डीजल के दाम छठे दिन स्थिर, इस सप्ताह बदलाव के आसार कम

पेट्रोल और डीजल के दाम में रविवार को लगातार छठे दिन स्थिरता बनी रही और इस सप्ताह दाम में बदलाव होने के आसार भी कम हैं क्योंकि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पिछले दिनों कच्चे तेल की कीमतें सीमित दायरे रही हैं।जानकार बताते हैं कि पेट्रोल और डीजल का भाव पहले ही काफी बढ़ चुका है इसलिए कच्चे तेल का दाम जब तक 45 डॉलर प्रति बैरल से नीचे है तब तक पेट्रोल और डीजल के दाम में वृद्धि की संभावना कम है।इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल का भाव बिना किसी बदलाव के क्रमश: 80.43 रुपये, 82.10 रुपये, 87.19 रुपये और 83.63 रुपये प्रति लीटर बना हुआ है। डीजल का दाम भी चारों महानगरों में पूर्ववत क्रमश: 80.53 रुपये, 75.64 रुपये, 78.83 रुपये और 77.72 रुपये प्रति लीटर बना हुआ है।

कोरोना प्रभावित समुदाय की मदद को आगे आईं पेंट कंपनियां

कोविड-19 के कारण अभी भी देश के कई हिस्सों में बंद और प्रतिबंध लागू हैं, जिसका बाजार पर व्यापक असर पड़ा है। कोविड-19 महामारी और उसके बाद के राष्ट्रव्यापी बंद ने देश में श्रम बाजार को बुरी तरह प्रभावित किया है। मौजूदा महामारी के दौरान कई पेंट कंपनियां वित्तीय सहायता के माध्यम से चित्रकारों (पेंटर) और ठेकेदारों को मदद देने के लिए आगे आई हैं। जैसे-जैसे चित्रकला (पेंटिंग) गतिविधियां रुकने लगीं, इसका चित्रकार समुदाय की आजीविका पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।इनमें से ज्यादातर दैनिक मजदूर और पेंट व्यवसाय की निरंतरता के अभिन्न अंग हैं।कंसाई नेरोलैक पेंट्स लिमिटेड ने नेरोलैक प्रीमियम पेंटर प्रगति (एनपीपी प्रगति) प्रोग्राम के तहत आने वाले अपने चित्रकार समुदाय के लिए एक प्रारंभिक फंड का भुगतान किया है। नेरोलैक की पहल से 30,000 से अधिक चित्रकार लाभान्वित हुए हैं।


टाटा समूह की रेडी-टू-ईट शाखा बढ़ाएगी कारोबार

कोविड-19 की चुनौतियों के बावजूद टाटा समूह का रेडी-टू-ईट बिजनेस देश के सभी प्रथम श्रेणी के शहरों में पहुंचने के लिए अपने विस्तार और उत्पाद पोर्टफोलियों बढ़ाने की योजना तैयार कर रहा है।टाटा इंडस्ट्रीज का एक हिस्सा, टाटा स्मार्टफूड्ज ने नवंबर 2019 में रेडी-टू-ईट ब्रांड 'टाटा क्यू' को लॉन्च किया था।टाटा स्मार्टफूड्ज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, बालार्क बनर्जी ने आईएएनएस से कहा, "हमारा प्रारंभिक फोकस शीर्ष सात शहरों पर है। उसके बाद शायद हम दूसरी श्रेणी के शहरों में प्रवेश करेंगे। हम एक चरणबद्ध तरीके से संचालन बढ़ा रहे हैं।"मौजूदा समय में 'टाटा क्यू' के उत्पाद चुनिंदा जगहों पर उपलब्ध हैं, जैसे एनसीआर, मुंबई, बेंगलुरू, हैदराबाद, कोलकाता, पुणे और चेन्नई में।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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