अर्थ जगत की 5 बड़ी खबरें: व्यापार क्षेत्र में चीन को बड़ा झटका और चांदी की चमक पड़ी फिकी, सोना टूटा, जानें आज का भाव

कारोबारी बताते हैं कि चीन से इन उत्पादों का आयात 50 से 60 फीसदी तक घट गया है। डॉलर में रिकवरी आने से मंगलवार को एक बार फिर सोने और चांदी की तेजी पर 'ब्रेक' लग गया।

फोटो: IANS
फोटो: IANS
user

नवजीवन डेस्क

दुर्घटनाग्रस्त एयर इंडिया एक्सप्रेस को बीमा कंपनी से मिलेंगे 5 करोड़ डॉलर

कोझिकोड हवाईअड्डे पर शुक्रवार की शाम दुर्घटनाग्रस्त होने वाला एयर इंडिया एक्सप्रेस का विमान एयरलाइन का अपना था और यह किराए या लीज पर नहीं लिया गया था। एक एयरलाइन अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।एयर इंडिया एक्सप्रेस के विमानों कुल बेड़े में 25 बोइंग 737-800 एनजी विमान (दुर्घटना के बाद 24 विमान) हैं। इनमें से 17 विमान (दुर्घटना के बाद 16) एयरलाइन के अपने हैं और शेष आठ विमानों को पट्टे (लीज) पर लिया गया है।बीमा उद्योग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि यदि यह एक स्वामित्व वाला विमान है तो एयरलाइन को पूरी दावा राशि का भुगतान किया जाएगा।दुबई-कोझिकोड उड़ान के कुल नुकसान के दावे को विमान के प्रमुख पुनबीर्माकर्ता द्वारा मंजूरी देने के साथ एयर इंडिया एक्सप्रेस को पांच करोड़ डॉलर की पूरी दावा धनराशि मिलेगी।

चीन से इलेक्ट्रॉनिक, सजावटी सामान के आयात पर कसी लगाम: कारोबारी संगठन

आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत घरेलू उद्योग को बढ़ावा देने और घटिया आयातित माल पर नकेल कसने के मद्देनजर केंद्र सरकार के सख्त कदमों से चीन से इलेक्ट्रॉनिक और प्लास्टिक के सामान समेत सजावटी चीजों के आयात पर लगाम कस गई है। कारोबारी बताते हैं कि चीन से इन उत्पादों का आयात 50 से 60 फीसदी तक घट गया है और आने वाले दिनों में और लगाम लग सकती है क्योंकि हर कोई चाहता है कि घरेलू उत्पाद फले-फूले।चीनी कस्टम विभाग के हालिया आंकड़े भी बताते हैं कि बीते सात महीने में चीन से भारत का आयात पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 24.7 फीसदी घटकर 32.2 अरब डॉलर रह गया है। खासतौर से लॉकडाउन के दौरान अप्रैल और मई में आयात में भारी कमी आई। आंकड़ों पर गौर करें तो जून और बीते महीनों के मुकाबले जुलाई में चीनी आयात बढ़ा है लेकिन पिछले साल के मुकाबले कम है।आयातक बताते हैं कि दिवाली के तीन महीने पहले ही सजावटी सामानों के ऑर्डर बुक हो जाते थे, लेकिन इस बार ऐसा नहीं है, बल्कि इलेक्ट्रॉनिक व प्लास्टिक के सामान के ऑर्डर बहुत कम मिल रहे हैं।


भारत में दूसरी तिमाही में लैपटॉप की रिकॉर्ड बिक्री, एचपी ने किया बाजार नेतृत्व : आईडीसी

कोरोनावायरस महामारी के कारण लागू किए गए राष्ट्रव्यापी बंद के दौरान लाखों कर्मचारियों ने घर से काम (वर्क फ्रॉम होम) किया, जिससे भारत में विभिन्न कंपनियों की ओर से बड़ी संख्या में लैपटॉप खरीदे गए। इस दौरान जून तिमाही में एचपी ने अपने कुल परंपरागत पीसी बाजार का नेतृत्व करते हुए 32.8 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी पर कब्जा किया। एक नई आईडीसी रिपोर्ट में मंगलवार को यह बात कही गई। 27.5 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ लेनोवो ने बिक्री के मामले में डेल (17.8 प्रतिशत शेयर) को पीछे छोड़ते हुए दूसरा स्थान हासिल किया।विश्वस्तर पर तिमाही आधार पर पर्सनल कंप्यूटिंग डिवाइस को ट्रैक करने वाली आईडीसी ने कहा कि कुल मिलाकर, भारत के पारंपरिक पीसी बाजार में डेस्कटॉप, लैपटॉप (नोटबुक) और वर्कस्टेशन शामिल हैं, जिनमें दूसरी तिमाही में 37.3 प्रतिशत की गिरावट आई है।वाणिज्यिक सेगमेंट में एचपी के मजबूत प्रदर्शन को कुछ बड़ी जीत का समर्थन मिला और कंपनी को समग्र पीसी श्रेणी में अपनी बढ़त बनाए रखने में मदद मिली।

रिकॉर्ड ऊंचाई से 2300 रुपये टूटा सोना, 6000 रुपये प्रति किलो लुढ़की चांदी

डॉलर में रिकवरी आने से मंगलवार को एक बार फिर सोने और चांदी की तेजी पर 'ब्रेक' लग गया। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में महंगी धातुओं की चाल मंद पड़ने से भारत में भी सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। घरेलू वायदा बाजार में सोना रिकॉर्ड ऊंचाई से 2,300 रुपये प्रति 10 ग्राम टूट चुका है और चांदी के दाम में 6000 रुपये प्रति किलो से ज्यादा की गिरावट आ चुकी है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर मंगलवार को दोपहर 13.14 बजे सोने के अक्टूबर वायदा अनुबंध में पिछले सत्र से 1,043 रुपये यानी 1.90 फीसदी की गिरावट के साथ 53,903 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार चल रहा था, जबकि इससे पहले कारोबार के दौरान सोने का भाव 53,820 रुपये तक टूटा। बीते शुक्रवार को एमसीएक्स पर सोना रिकॉर्ड 56,191 रुपये प्रति 10 ग्राम तक उछला था, तब से 2,300 रुपये प्रति 10 ग्राम से ज्यादा की गिरावट आ चुकी है।


वीचैट प्रतिबंध: चीन में आईफोन के शिपमेंट में 30 फीसदी गिरावट की आशंका

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा एप्पल के ऐप स्टोर में लोकप्रिय मैसेजिंग ऐप वीचैट पर प्रतिबंध लगाने पर चीनी बाजार में आईफोन शिपमेंट में 25-30 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है। यह भविष्यवाणी प्रसिद्ध विश्लेषक मिंग-ची कू ने की है। मैक रयूमर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, एप्पल के विश्लेषक ने यह भी अनुमान लगाया है कि इससे आईपैड, एप्पल वॉच, और मैक सहित अन्य एप्पल हार्डवेयर उपकरणों के वार्षिक शिपमेंट में 15 से 25 प्रतिशत तक फर्क आएगा।कू के हवाले से लिखा गया है, "क्योंकि वीचैट चीन में एक दैनिक आवश्यकता बन गया है, संदेश, भुगतान, ई-कॉमर्स, सोशल नेटवकिर्ंग, समाचार पढ़ने जैसे कई काम इसके जरिए होते हैं। यदि ऐसा मामला है तो हम मानते हैं कि चीनी बाजार में एप्पल के हार्डवेयर उत्पादों के शिपमेंट में काफी गिरावट आएगी।"यदि अमेरिकी सरकार एप्पल को केवल यूएस ऐप स्टोर से वीचैट को हटाने के लिए मजबूर करती है, तो वैश्विक आईफोन शिपमेंट में 3 से 6 प्रतिशत की गिरावट आएगी।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia


/* */