अर्थ जगत की 5 बड़ी खबरें: कच्चे तेल पर ‘कोरोना वायरस’ का कहर और फ्रांस की हवा साफ करने में भारत का योगदान

भारत की एक प्रौद्योगिकी कंपनी ने अशुद्ध हवा को शुद्ध करने वाली एक ऐसी मशीन बनाई है, जिसे फ्रांस के रेलवे स्टेशनों पर लगाई जाएगी। साथ ही, इसे देश में भी सार्वजनिक स्थलों, मसलन रेलवे स्टेशनों, मेट्रो, बस अड्डों पर लगाने की कंपनी की योजना है।

फोटो: IANS
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नवजीवन डेस्क

कच्चे तेल पर कोरोना वायरस का कहर, 7 सप्ताह के निचले स्तर पर ब्रेंट क्रूड

चीन में कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इस हफ्ते लगातार चार दिनों तक कच्चे तेल के दाम पर दबाव बना रहा और इन चार दिनों में बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड का दाम करीब पांच डॉलर प्रति बैरल टूट गया है। ब्रेंट क्रूड का भाव शुक्रवार को करीब सात हफ्ते के निचले स्तर तक टूट गया। चीन दुनिया में कच्चे तेल का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता देश है, जहां कोरोना वायरस का प्रकोप होने के कारण कई शहरों में सार्वजनिक परिवहन बंद कर दिया गया है। लिहाजा, चीन की ओर से कच्चे तेल की मांग में नरमी आने के कारण बीते कारोबारी सप्ताह तेल के दाम पर भारी दबाव बना रहा।

अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) पर शुक्रवार को ब्रेंट क्रूड का मार्च अनुबंध पिछले सत्र के मुकाबले 2.29 फीसदी की कमजोरी के साथ 60.62 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ, जबकि कारोबार के दौरान तेल का दाम 60.26 डॉलर प्रति बैरल तक गिरा, जोकि तीन दिसंबर, 2019 के बाद का सबसे निचला स्तर है, जब ब्रेंट क्रूड का भाव 60.30 डॉलर प्रति बैरल तक गिरा था। बेंट्र क्रूड का दाम पिछले सप्ताह के मुकाबले तकरीबन सात फीसदी टूटा है, जोकि दिसंबर 2018 के बाद की सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट है।

वहीं, न्यूयार्क मर्केंटाइल एक्सचेंज (नायमैक्स) पर अमेरिकी लाइट क्रूड वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) का मार्च अनुबंध शुक्रवार को पिछले सत्र के मुकाबले 2.50 फीसदी की नरमी के साथ 54.20 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ, जबकि कारोबार के दौरान तेल का दाम 53.88 डॉलर प्रति बैरल तक टूटा। इस प्रकार डब्ल्यूटीआई का भाव इस साल के सबसे उंचे स्तर 65.65 डॉलर प्रति बैरल से 11.77 डॉलर प्रति बैरल टूट चुका है।

एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसीडेंट (एनर्जी एवं करेंसी रिसर्च) अनुज गुप्ता ने बताया कि अमेरिका और चीन के बीच पहले चरण के ट्रेड डील पर हस्ताक्षर के बाद उम्मीद की जा रही थी कि चीन की तरफ से कच्चे तेल की मांग बढ़ेगी, लेकिन इस बीच कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण इस उम्मीद पर पानी फिर गया। उन्होंने कहा कि चीन में इसके कारण परिवहन व कारोबार पर असर पड़ा है, जिससे तेल की मांग कमजोर रहने की आशंकाओं के बीच कीमतों पर दबाव देखा जा रहा है।

अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में नरमी आने से भारतीय वायदा बाजार में भी कच्चे तेल के दाम में भारी गिरावट आई है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर शुक्रवार को कच्चे तेल का फरवरी अनुबंध पिछले सत्र के मुकाबले 50 रुपये यानी 1.27 फीसदी की कमजोरी के साथ 3,881 रुपये प्रति बैरल पर बंद हुआ, जबकि कारोबार के दौरान तेल का भाव 3,850 रुपये प्रति बैरल तक टूटा। एमसीएक्स पर कच्चे तेल का भाव इस साल के सबसे उंचे स्तर 4,670 रुपये प्रति बैरल से 820 रुपये प्रति बैरल तक टूट चुका है।

देश की राजधानी दिल्ली में 11 जनवरी के बाद पेट्रोल 1.85 रुपये प्रति लीटर सस्ता हो गया है, जबकि डीजल का दाम भी 1.86 रुपये प्रति लीटर कम हो गया है।

बिकवाली के दबाव में गिरावट के साथ बंद हुए सेंसेक्स, निफ्टी (साप्ताहिक समीक्षा)

घरेलू शेयर बाजार में बिकवाली के भारी दबाव के कारण प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी कारोबारी सप्ताह के आखिरी सत्र में शुक्रवार को पिछले सत्र के मुकाबले गिरावट के साथ बंद हुए।

अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की हालिया रिपोर्ट में भारत के आर्थिक विकास दर अनुमान में कटौती करने से घरेलू शेयर बाजार में सप्ताह के आरंभिक सत्रों में कारोबारी रुझान कमजोर रहने के कारण बिकवाली का भारी दबाव बना रहा। हालांकि आखिरी दो सत्रों में सुधार के बावजूद सेंसेक्स और निफ्टी में साप्ताहिक आधार पर गिरावट दर्ज की गई।

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स शुक्रवार को पिछले सप्ताह के मुकाबले 332.18 अंकों यानी 0.79 फीसदी की गिरावट के साथ 41,613.19 पर बंद हुआ। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी भी पिछले सप्ताह के मुकाबले 104.10 अंक यानी 0.84 फीसदी फिसलकर 12,248.25 पर ठहरा।

हालांकि बीएसई मिड-कैप और स्मॉल-कैप सूचकांकों में पिछले सप्ताह के मुकाबले बढ़त दर्ज की गई। बीएसई मिड-कैप सूचकांक शुक्रवार को साप्ताहिक आधार पर 113.57 अंकों यानी 0.72 फीसदी की तेजी के साथ 15,822.54 पर बंद हुआ, जबकि स्मॉल-कैप सूचकांक 137.26 अंकों यानी 0.93 फीसदी की बढ़त के साथ 14,845.96 पर थमा।

सप्ताह की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई और बिकवाली के भारी दबाव में सेंसेक्स सोमवार को पिछले सत्र के मुकाबले 416.46 अंक यानी 0.99 फीसदी लुढ़ककर 41,528.91 पर ठहरा। निफ्टी भी 121.60 अंक यानी 0.98 फीसदी की गिरावट के साथ 12,230.75 पर बंद हुई।

आईएमएफ द्वारा भारत के आर्थिक विकास दर अनुमान में कटौती करने के कारण कमजोर कारोबारी रुझानों के बीच अगले सत्र में मंगलवार को भी सेंसेक्स पिछले सत्र के मुकाबले 205.10 अंक फिसलकर 41,323.81 पर आकर रुका। निफ्टी भी 54.70 अंक नीचे आंकर 12,169.85 पर ठहरी।

गिरावट का यह सिलसिला कारोबारी सप्ताह के तीसरे सत्र में बुधवार को भी जारी रहा, जब सेंसेक्स पिछले सत्र से 208.43 अंकों की गिरावट के साथ 41,115.38 पर बंद हुआ और निफ्टी ने भी 62.95 अंक टूटकर 12,106.90 पर विराम लिया।

हालांकि सप्ताह के चौथे सत्र में गुरुवार को गिरावट का यह सिलसिला थम गया। खासतौर से अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में आई गिरावट से घरेलू बाजार को सहारा मिला, जबकि चीन में कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते वैश्विक शेयर बाजार में सुस्ती का दौर बना रहा।

सेंसेक्स गुरुवार को पिछले सत्र से 271.02 अंकों की रिकवरी के साथ 41,386.40 पर बंद हुआ और निफ्टी 73 अंकों की बढ़त के साथ 12,179.90 पर ठहरी। सप्ताह के आखिरी सत्र में भी बढ़त दर्ज की गई। लिवाली बढ़ने से सेंसेक्स शुक्रवार को पिछले सत्र के मुकाबले 226.79 अंक चढ़कर 41,613.19 पर बंद हुआ और निफ्टी भी 67.90 अंकों की बढ़त के साथ 12,248.25 पर बंद हुई।

चीन में कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इस सप्ताह लगातार चार दिनों तक कच्चे तेल के दाम पर दबाव बना रहा और इन चार दिनों में बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड का दाम करीब पांच डॉलर प्रति बैरल टूट गया है। ब्रेंट क्रूड का भाव शुक्रवार को करीब सात सप्ताह के निचले स्तर तक टूटा। लिहाजा विदेशी बाजार से कमजोरी का संकेत मिलने के बावजूद घरेलू शेयर बाजार में सप्ताह के आखिरी दो सत्रों में कारोबारी रुझान मजबूत रहा।


फ्रांस के रेलवे स्टेशनों की हवा को शुद्ध करेगी भारतीय प्रौद्योगिकी से बनी मशीन

भारत की एक प्रौद्योगिकी कंपनी ने अशुद्ध हवा को शुद्ध करने वाली एक ऐसी मशीन बनाई है, जिसे फ्रांस के रेलवे स्टेशनों पर लगाई जाएगी। साथ ही, इसे देश में भी सार्वजनिक स्थलों, मसलन रेलवे स्टेशनों, मेट्रो, बस अड्डों पर लगाने की कंपनी की योजना है। यह जानकारी कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ सिद्धार्थ दीक्षित ने मीडिया से बात करते हुए दी। सिद्धार्थ दीक्षित ने बताया कि मशीन देसी प्रौद्योगिकी से विकसित गई है और इसमें उच्च आयनीकरण प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया गया है, जिसमें फिल्टर बार-बार बदलने की जरूरत नहीं होती है। दीक्षित ने बताया कि यह मशीन 'मेक-इन इंडिया' की पहल की सफलता है जिसे फ्रांस की रेलवे ने सराहा है।

उन्होंने बताया, "इस क्षेत्र में एमिडा क्लीनटेक एशिया की एकमात्र ऐसी कंपनी है, जिसकी वायु-शुद्धिकरण प्रौद्योगिकी को फ्रेंच रेलवे एसएनसीएफ ने मान्यता प्रदान की है। परीक्षण के बाद अब शुरुआती चरण में फ्रांस के 50 रेलवे स्टेशनों पर लगाई जाएगी जबकि अगले चरण में इसे बढ़ाकर 300 स्टेशनों तक किया जाएगा।”

उन्होंने बताया कि इस मशीन द्वारा वायु में मौजूद पीएम-2.5, पीएम-10 समेत अन्य प्रदूषण कणों को निकालकर वायु को शुद्ध किया जाता है। उन्होंने कहा कि आगे देश के हवाई अड्डे, बस टर्मिनल, रेलवे स्टेशन, पार्किं ग, गैरेज, शहरी टनल्स समेत स्कूल, संग्रहालय, पार्क , अस्पताल व अन्य स्थानों पर इसे लगाने के प्रयास किए जाएंगे।

बजाज-ट्रियम्फ 2 लाख रुपये तक की मोटरसाइकिलें बनाएंगी

बजाज ऑटो और ब्रिटेन की ट्रियम्फ मोटरसाइकिल ने अपनी साझेदारी की औपचारिक घोषणा की और कहा कि दोनों कंपनियां संयुक्त रूप से दो लाख रुपये तक की मध्यम रेंज की मोटरसाइकिल का निर्माण करेंगी। दोनों कंपनियां साझेदारी में 200 से 750 सीसी के मध्यम क्षमता के नए इंजन और वाहन प्लेटफॉर्म का निर्माण करेंगी।

दोनों दोपहिया निर्माताओं द्वारा एक संयुक्त बयान में कहा गया, "यह भारत में दो लाख रुपये से भी कम मूल्य में शुरू होने वाली आकांक्षात्मक और सस्ती रेंज होगी। यह दुनिया भर में ट्रियम्फ रेंज के लिए एक नया प्रवेश बिंदु होगा और यह सुनिश्चित करेगा कि ट्रियम्फ वैश्विक मोटरसाइकिल बाजार के महत्वपूर्ण बड़े क्षेत्रों में प्रतिस्पर्धा कर सके और नए ग्राहकों को ब्रांड के लिए आकर्षित कर पाए।"

बयान में कहा गया है कि रणनीतिक साझेदारी से दोनों पक्षों को लाभ होगा। बयान में कहा गया है कि अन्य प्रमुख विदेशी बाजारों में, जहां ट्रियम्फ वर्तमान में मौजूद नहीं है, बजाज ट्रियम्फ का प्रतिनिधित्व करेगा। इस साझेदारी से एक साथ विकसित की गई मोटरसाइकिलें वर्तमान ट्रियम्फ उत्पाद पोर्टफोलियो में शामिल होंगी और बयान के अनुसार दुनिया भर में ट्रियम्फ के नेतृत्व वाले डीलर नेटवर्क द्वारा वितरित की जाएंगी।

साझेदारी पर टिप्पणी करते हुए ट्रियम्फ मोटरसाइकल के सीईओ निक ब्लोर ने कहा, "यह ट्रियम्फ के लिए एक महत्वपूर्ण साझेदारी है और मुझे खुशी है कि अब यह औपचारिक रूप से शुरू हो गई है।" उन्होंने कहा कि हमारे उत्पाद ग्राहकों को आकर्षित करने में मदद करेंगे और विश्व स्तर पर विस्तार करने के लिए यह हमारी महत्वकांक्षाओं में एक और कदम है।


काठमांडू और 10 चीनी शहरों के बीच हवाई सेवा उपलब्ध

चीन और नेपाल के संयुक्त निवेश वाली हिमालय एयरलाइंस ने नेपाल की राजधानी काठमांडू और छोंगछिंग शहर के बीच सीधी उड़ान सेवा शुरू की। अभी तक काठमांडू और 10 चीनी शहरों के बीच सीधी हवाई सेवा शुरू हो चुकी है। पहले हांगकांग, छंगतु, ल्हासा, क्वांगचो और खुनमिंग पांच शहरों के अलावा, हाल में पेइचिंग, क्वेइयांग, छांगशा, शनचन और छोंगछिंग पांच शहर शामिल किए गए।

काठमांडू में नेपाल स्थित चीनी राजदूत हओ यानछी ने कहा कि हिमालय एयरलाइंस ने लगातार चीन में उड़ान सेवा के मार्ग खोले हैं, जिससे चीनी और नेपाली जनता के बीच आदान-प्रदान और सहयोग के लिए मददगार सिद्ध होगा और साथ ही साथ चीन और नेपाल के बीच आपसी संपर्क नेटवर्क की स्थापना के लिए सक्रिय योगदान भी दिया गया।

नेपाली संस्कृति, पर्यटन और नागरिक उड्डयन मंत्री भट्टाराई ने कहा कि नई उड़ान सेवा शुरू होना उत्साहित कर देने वाली खबर है। कुछ महीने बाद चीनी निगमों द्वारा शाक्यमुनि के जन्म स्थल लुम्बिनी में निर्मित हवाई अड्डे का प्रयोग शुरू होगा। नेपाल-चीन संबंध और घनिष्ठ होगा। बताया गया है कि काठमांडू से छोंगछिंग तक विमान से सिर्फ 4 घंटे का समय लगता है। हर सप्ताह सोमवार, गुरुवार, शनिवार एक उड़ान होती है।

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