अर्थ जगत की 5 बड़ी खबर: मूडीज ने भारत की विकास दर का अनुमान घटाया और महंगाई दर 4.62 फीसदी हुई

भारत की रेटिंग में कटौती करने के बाद मूडीज इन्वेस्टर सर्विसेज ने गुरुवार को भारत के पूर्व वृद्धि अनुमान 5.8 फीसदी में कटौती कर इसे 5.6 फीसदी कर दिया। खाद्य पदार्थो के दाम में भारी इजाफा होने के कारण देश में अक्टूबर के दौरान खुदरा महंगाई दर पिछले महीने से बढ़कर 4.62 फीसदी हो गई।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

मूडीज ने भारत के वृद्धि अनुमान को घटाकर 5.6 फीसदी किया

भारत की रेटिंग में कटौती करने के बाद मूडीज इन्वेस्टर सर्विसेज ने गुरुवार को भारत के पूर्व वृद्धि अनुमान 5.8 फीसदी में कटौती कर इसे 5.6 फीसदी कर दिया। ऐसा उपभोक्ता मांग में कमी के साथ सुस्त नकदी आपूर्ति की वजह से किया गया। इसके अनुसार, रेटिंग एजेंसी ने भारत के लिए वृद्धि अनुमान को 2019 के लिए 5.6 फीसदी कर दिया।

रेटिंग एजेंसी ने ग्लोबल मैक्रो आउटलुक 2020-21 में कहा, "हम उम्मीद करते हैं कि आर्थिक गतिविधि 2020 और 2021 में बढ़कर क्रमश: 6.6 फीसदी और 6.7 फीसदी हो सकती है, लेकिन बीते दिनों की तुलना में इसकी गति कम रहेगी।" एजेंसी ने कहा, "भारत की आर्थिक वृद्धि 2018 मध्य से मंद हो गई। इसके साथ सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 8 फीसदी से घटकर 2019 की दूसरी तिहामी में 5 फीसदी हो गया और बेरोजगारी बढ़ रही है।" रेटिंग एजेंसी ने कहा कि मौजूदा उपभोक्ता मांग बेहद सुस्त हो गई है।

थोक महंगाई दर अक्टूबर में घटी

बीते महीने अक्टूबर में थोक महंगाई दर सितंबर के 0.33 फीसदी से घटकर 0.16 फीसदी रह गई। थोक महंगाई दर के ये आधिकारिक आंकड़े गुरुवार को जारी किए गए। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार, जारी थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) गिरावट का रुख दिखता है क्योंकि पिछले साल इसी महीने में थोक महंगाई दर बढ़कर 5.54 फीसदी हो गई थी।


पेट्रोल के दाम फिर बढ़े, डीजल के भाव स्थिर

पेट्रोल फिर गुरुवार को महंगा हो गया। तेल विपणन कंपनियों ने पेट्रोल के दाम में 15 से 16 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की है, हालांकि डीजल के दाम में लगातार दूसरे दिन कोई बदलाव नहीं हुआ है। उधर, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव में भी तेजी देखने को मिल रही है। उर्जा विशेषज्ञ बताते हैं कि कच्चे तेल में आगे अगर यह तेजी बरकरार रही तो आने वाले दिनों में पेट्रोल और डीजल के दाम में और बढ़ोतरी हो सकती है, क्योंकि भारत अपने तेल की जरूरतों का 80 फीसदी से ज्यादा की पूर्ति आयात से करता है।

खाद्य पदार्थो के दाम बढ़ने से अक्टूबर में खुदरा महंगाई दर 4.62 फीसदी हुई

खाद्य पदार्थो के दाम में भारी इजाफा होने के कारण देश में अक्टूबर के दौरान खुदरा महंगाई दर पिछले महीने से बढ़कर 4.62 फीसदी हो गई। देश की खुदरा महंगाई दर इस साल सितंबर में 3.99 फीसदी दर्ज की गई थी। ये आधिकारिक आंकड़े बुधवार को जारी किए गए।

इसी प्रकार, पिछले साल के मुकाबले अक्टूबर में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) में वृद्धि दर्ज की गई। पिछले साल अक्टूबर में खुदरा महंगाई दर 3.38 फीसदी थी।


बढ़त के साथ बंद हुआ शेयर बाजार

आज बृहस्पतिवार को शेयर बाजार बढ़त के साथ बंद हुआ। सेंसेक्स 170 अंकों की तेजी के साथ 40,286.48 और निफ्टी 31 अंको की बढ़त के साथ 11,872.10 के स्तर पर बंद हुआ। आज सुबह में कमजोर वृहद आर्थिक आंकड़ों और वैश्विक रुख से शुरुआती कारोबार में घरेलू बाजार में उतार-चढ़ाव भरा रुख देखने को मिला। हालांकि, जल्द ही सेंसेक्स संभलकर 140 अंक बढ़ गया। थोक मंहगाई दर कम रहने का असर भी आज शेयर मार्केट पर नजर आया।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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