अर्थ जगत की 5 बड़ी खबरें: खाद्य तेल की महंगाई बेकाबू और जानें शेयर बाजार का हाल

खाद्य तेल की महंगाई बेकाबू होती जा रही है। खाने के तमाम तेल के दाम रिकॉर्ड ऊंचाई पर है और बहरहाल कीमतों में नरमी के आसार नहीं दिख रहे हैं। आज सप्ताह के दूसरे कारोबारी दिन यानी मंगलवार को शेयर बाजार दिनभर के उतार-चढ़ाव के बाद हरे निशान पर बंद हुआ।

फोटो: IANS
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नवजीवन डेस्क

खाद्य तेल की महंगाई बेकाबू, वैश्विक बाजार में तेजी का असर


खाद्य तेल की महंगाई बेकाबू होती जा रही है। खाने के तमाम तेल के दाम रिकॉर्ड ऊंचाई पर है और बहरहाल कीमतों में नरमी के आसार नहीं दिख रहे हैं। खाद्य तेल के दाम में तेजी वैश्विक बाजार में तेल और तिलहनों की मांग के मुकाबले आपूर्ति कम होने की वजह से आई है। भारत खाद्य तेल की अपनी जरूरतों का तकरीबन दो तिहाई हिस्सा आयात करता है और आयात महंगा होने से तेल के दाम लगातार आसमान छू रहे हैं।

मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर मंगलवार को क्रूड पाम तेल (सीपीओ) के जनवरी वायदा अनुबंध में भाव 941 रुपये प्रति 10 किलो तक चढ़ा जोकि रिकॉर्ड स्तर के करीब है। बीते महीने 19 नवंबर को एमसीएक्स पर सीपीओ का भाव 948.8 रुपये प्रति 10 किलो तक उछला था।

किसान आंदोलन से अब तक 14 हजार करोड़ के व्यापार का नुकसान : कैट


कृषि कानूनों को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन लगातार जारी है ऐसे में व्यापारियों का संगठन कैट द्वारा कहा गया है कि इस आंदोलन से दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान एवं उत्तर प्रदेश के क्षेत्रों में अब तक लगभग 14 हजार करोड़ रुपए के व्यापार का बड़ा नुकसान हुआ है। कैट ने इस मामले को लेकर किसान नेताओं एवं केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि, बातचीत के द्वारा इस मसले को तुरंत सुलझाया जाए। वहीं सर्वोच्च न्यायलाय से भी अनुरोध किया है कि व्यापारियों एवं अन्य लोगों की परेशानियों को देखते हुए सर्वोच्च न्यायालय की वैकेशन बेंच इस मामले की तुरंत सुनवाई की तारीख निश्चित करे।

कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्ज (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने अनुमान लगाते हुए कहा है कि आंदोलन के कारण लगभग 20 प्रतिशत ट्रक देश के अन्य राज्यों से सामान दिल्ली नहीं ला पा रहे हैं। जिसके कारण दिल्ली से अन्य राज्यों को भेजे जाने वाले सामान पर भी विपरीत असर पड़ रहा है।


सूरत-किशनगढ़-बेलगाम मार्ग पर 'उड़ान' की उड़ान शुरू


केंद्र की आरसीएस-उड़ान क्षेत्रीय संपर्क योजना के तहत सूरत-किशनगढ़-बेलगाम मार्ग पर सोमवार को उड़ान संचालन शुरू हो गया। नागरिक उड्डयन मंत्रालय के मुताबिक, सोमवार को बेलगाम (कर्नाटक) से सूरत (गुजरात) और किशनगढ़ (अजमेर) के लिए पहली उड़ान को हरी झंडी दिखाई गई।

मंत्रालय ने एक बयान में कहा, सूरत-किशनगढ़-बेलगाम मार्ग पर उड़ान संचालन शुरू करना उड़ान के तहत महानगरों और देश के टियर-2 और टियर-3 शहरों के बीच हवाई संपर्क प्रदान करने के सरकार के उद्देश्य के अनुरूप है।

सेंसेक्स ने फिर छुआ 46000 का स्तर, निफ्टी भी हरे निशान पर हुआ बंद

आज सप्ताह के दूसरे कारोबारी दिन यानी मंगलवार को शेयर बाजार दिनभर के उतार-चढ़ाव के बाद हरे निशान पर बंद हुआ। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 0.99 फीसदी की तेजी के साथ 452.73 अंक ऊपर 46006.69 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 1.03 फीसदी (137.90 अंक) की बढ़त के साथ 13,466.30 के स्तर पर बंद हुआ।

पिछले सप्ताह बीएसई मानक सूचकांक 861.68 अंक यानी 1.86 फीसदी मजबूत हुआ था। पिछले कारोबारी दिन निवेशकों ने मुनाफा वसूली शुरू कर दी थी। इसलिए सेंसेक्स-निफ्टी धड़ाम हुए थे।


मुम्बई को माले से जोड़ेगा स्पाइसजेट


स्पाइसजेट ने मुम्बई और मालदीव की राजधानी माले के बीच दो नई सीजनल फ्लाइट्स के परिचालन का ऐलान किया है। मुम्बई और माले के बीच दो सीधी फ्लाइट्स 24 दिसम्बर के बाद चरणबद्ध तरीके से शुरू की जाएंगी। इन उड़ानों का परिचालन भारत और मालदीव के बीच हुए बबल एग्रीमेंट के तहत होगा।

3 जनवरी, 2021 तक फ्लाइट्स का ऑपरेशन मंगलवार और शुक्रवार के अलावा सभी दिन होगा। चार जनवरी, 2021 से फ्लाइट्स हर सोमवार, गुरुवार और रविवार को संचालित होंगी।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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