अर्थ जगत की 5 बड़ी खबरें: पूरे सप्ताह लगे महंगाई के झटके और भारत का फैक्ट्री उत्पादन अप्रैल में और टूटा

पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने से देश के उपभोक्ताओं को एक सप्ताह से रोज महंगाई के झटके लग रहे हैं। कोरोना वायरस महामारी के कारण विनिर्माण, खनन और विद्युत जैसे सभी प्रमुख सेक्टरों में संकुचन के चलते भारत के फैक्ट्री उत्पादन ने अप्रैल 2020 में नया गोता लगाया है।

फोटो: IANS
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नवजीवन डेस्क

पूरे सप्ताह लगे महंगाई के झटके, दिल्ली में 4 रुपये लीटर महंगा हुआ डीजल

लॉकडाउन खुलने के साथ जैसे ही सड़कों पर वाहनों की तादाद बढ़ने लगी, तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी शुरू कर दी है। पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने से देश के उपभोक्ताओं को एक सप्ताह से रोज महंगाई के झटके लग रहे हैं। देश की राजधानी दिल्ली में एक सप्ताह के दौरान डीजल 4.02 रुपये प्रति लीटर महंगा हो गया है जबकि पेट्रोल के दाम में 3.90 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है।

इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल की कीमत बढ़कर क्रमश: 75.16 रुपये, 77.05 रुपये, 82.10 रुपये और 78.99 रुपये प्रति लीटर हो गई। डीजल का दाम भी चारों महानगरों में बढ़कर क्रमश: 73.39 रुपये, 69.23 रुपये, 72.03 रुपये और 71.64 रुपये प्रति लीटर हो गया है।

दिल्ली में पेट्रोल का दाम शनिवार को 59 पैसे, कोलकाता और मुंबई में 57 पैसे जबकि चेन्नई में 52 पैसे प्रति लीटर बढ़ गया जबकि डीजल के दाम में चारों महानगरों में क्रमश: 58 पैसे, 53 पैसे, 55 पैसे और 50 पैसे की वृद्धि हो गई।

कोरोना की वजह से पाकिस्तान में 1.85 करोड़ लोग हो सकते हैं बेरोजगार

कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए लागू राष्ट्रव्यापी बंद और प्रतिबंधों के कारण पाकिस्तान बड़े पैमाने पर बेरोजगारी की ओर बढ़ रहा है। हालिया आर्थिक सर्वेक्षण में पाकिस्तानियों ने इस बात का खुलासा किया है।

पाकिस्तान आर्थिक सर्वेक्षण 2019-20 में चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं, जिसमें पता चला है कि देश में 14 लाख से 1.85 करोड़ लोग बेरोजगार होने जा रहे हैं। सर्वेक्षण में कहा गया है कि कोरोनावायरस के कारण चल रहे प्रतिबंध और राष्ट्रव्यापी बंद से देश के कम से कम 2.2 प्रतिशत कर्मचारियों के बेरोजगार होने के संकेत मिले हैं, जबकि सीमित प्रतिबंधों के साथ राष्ट्रव्यापी बंद के मामले में, देश में बेरोजगारों की संख्या लगभग 14 लाख हो जाएगी।


भारत का उपभोक्ता खाद्य महंगाई दर मई में 9.28 प्रतिशत

सरकार ने शुक्रवार को घोषणा की कि भारत की उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक (सीएफपीआई) मई 2020 में 9.28 प्रतिशत रही है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने कोविड-19 महामारी के प्रकोप के कारण हालांकि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक या खुदरा महंगाई पर आंकड़े का पूरा सेट जारी नहीं किया है। सीएफपीआई की रीडिंग खाद्य उत्पादों के खुदरा मूल्य में बदलावों को मापती है।

एनएसओ ने कहा, "उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के लिए अखिल भारतीय वर्ष दर वर्ष महंगाई दर मई 2020 के लिए 'ग्रामीण, शहरी और संयुक्त' सेक्टर के लिए क्रमश: 9.69 प्रतिशत, 8.36 प्रतिशत और 928. प्रतिशत है।"

क्रमिक तुलनात्मक संदर्भ में सीएफपीआई रीडिंग अप्रैल 2020 में 151.7 थी, जो मई में बढ़कर 151.9 हो गई। मार्च में खाद्य महंगाई दर फरवरी 2020 के 10.81 प्रतिशत की तुलना में घटकर 8.76 हो गई थी।

भारत का फैक्ट्री उत्पादन अप्रैल में और टूटा

कोरोना वायरस महामारी के कारण विनिर्माण, खनन और विद्युत जैसे सभी प्रमुख सेक्टरों में संकुचन के चलते भारत के फैक्ट्री उत्पादन ने अप्रैल 2020 में नया गोता लगाया है। फैक्ट्री उत्पादन में अप्रैल में वर्ष दर वर्ष आधार पर 55.5 प्रतिशत की गिरावट हुई है। जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में फैक्ट्री उत्पादन की वृद्धि दर 3.2 प्रतिशत थी।

इसके अलावा सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय ने मार्च के आंकड़े को संशोधित किया है। ताजा आंकड़े के अनुसार, मार्च के दौरान गिरावट 18.32 प्रतिशत थी।

मंत्रालय ने कहा है, "कोविड-19 महामारी के प्रसार को रोकने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए एहतियाती कदमों और राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की घोषणा के मद्देनजर औद्योगिक सेक्टर के ज्यादातर प्रतिष्ठान मार्च, 2020 के अंत से संचालित नहीं हो रहे थे। इसके कारण अप्रैल 2020 के दौरान प्रतिष्ठानों द्वारा उत्पादित वस्तुओं के उत्पादन पर असर पड़ा है। कई इकाइयों में तो बिल्कुल उत्पादन नहीं हुआ है।"


फेसबुक कर्मी ने जुकरबर्ग के खिलाफ किया ट्वीट, नौकरी गई

सबुक ने अपने कर्मचारी को नौकरी से इस लिए निकाला, क्योंकि उनके कर्मचारी ने ब्लैक लाइव्स मैटर विरोध के लिए अपने सहकर्मी के साथ सहयोग नहीं करने को लेकर ट्वीट किया। फेसबुक कंपनी में इंजीनियर के रूप में काम करने वाले ब्रैंडन डायल ने ट्वीट किया कि फेसबुक द्वारा विकसित एक ओपन सोर्स वेबसाइट पर ब्लैक लाइव्स मैटर के बैनर से सहकर्मी को जुड़ने के अपील के चलते उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया।

डायल ट्वीट में लिखा, "मैंने ट्विटर पर अपने साथियों को ब्लैक लाइव्स मैटर के सपोर्ट में खड़े होने के लिए कहा था। मैंने जो कहा है उसपर अब भी कायम हूं। उन्होंने मुझे सफाई देने का मौका भी नहीं दिया।"

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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