अर्थ जगत की 5 बड़ी खबरें: दिल्ली में रिकॉर्ड उंचे भाव पर पेट्रोल और शेयर बाजार लगातार दूसरे दिन टूटा

देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल का भाव रिकॉर्ड उंचे स्तर पर चला गया है। घरेलू शेयर बाजार गुरुवार को लगातार दूसरे दिन गिरावट के साथ बंद हुआ।

फोटो: IANS
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नवजीवन डेस्क

शेयर बाजार लगातार दूसरे दिन टूटा, सेंसेक्स 80 अंक फिसलकर 48093 पर बंद


घरेलू शेयर बाजार गुरुवार को लगातार दूसरे दिन गिरावट के साथ बंद हुआ। सेंसेक्स बीते सत्र से 80.74 अंक यानी 0.17 फीसदी फिसलकर 48,093.32 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 8.90 अंकों यानी 0.06 फीसदी की गिरावट के साथ 14,137.35 पर ठहरा। चालू वित्तवर्ष 2020-21 में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के अग्रिम अनुमान जारी होने से पहले घरेलू शेयर बाजार मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ।

बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सत्र से 350.30 अंकों की तेजी के साथ 48,524.36 पर खुला और दिनभर के कारोबार के दौरान 48,558.34 तक उछला, जबकि सेंसेक्स का निचला स्तर 48,037.87 रहा।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 50 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक निफ्टी पिछले सत्र से 107.50 अंकों की तेजी के साथ 14,253.75 पर खुला और दिनभर के कारोबार के दौरान 14,256.25 तक चढ़ा, जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है, जबकि निफ्टी का निचला स्तर 14,123.10 रहा।

बर्ड फ्लू : दो दिनों में 60 फीसदी घटी चिकन, अंडे की मांग


कोरोना की मार से देश की पोल्ट्री इंडस्ट्री अब तक पूरी तरह उबर भी नहीं पाई थी कि अब बर्ड फ्लू के प्रकोप का शिकार बन गई है। बर्ड फ्लू के हालिया प्रकोप की खबर के बाद देश में चिकन और अंडे की मांग करीब 60 फीसदी घट गई है जिसका असर इनके दाम पर तो पड़ा ही है, पोल्ट्री कारोबार से जुड़ी कंपनियों के शेयर में भी बीते दो दिनों में गिरावट आई है।

पोल्ट्री फेडरेशन ऑफ इंडिया के प्रेसीडेंट रमेश खत्री ने आईएएनएस को बताया कि बीते दो दिनों में पोल्ट्री उत्पाद यानी चिकन और अंडे की मांग करीब 60 फीसदी गिर गई है जिससे इनकी कीमतों पर दबाव बना हुआ है। उन्होंने बताया कि बीते हफ्ते जहां एक बर्ड यानी मुर्गा का थोक भाव 100 रुपये किलो था, वो अब घटकर 60 रुपये प्रति किलो पर आ गया है।

बर्ड फ्लू की रिपोर्ट मध्यप्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और केरल में आई है जहां मुर्गों में अब तक बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन चिकन और अंडे की बिक्री पर पूरे देश में असर पड़ा है।


तीन दिन में 7 फीसदी उछला कच्चा तेल, तेजी का रुख बरकरार


कच्चा तेल कोरोना काल में पिछले साल बोतलबंद पानी से भी सस्ता हो गया था, मगर वैक्सीन आने से तेल के दाम में आई तेजी को अब दुनिया में कच्चे तेल का सबसे बड़ा निर्यातक सउदी अरब द्वारा उत्पादन में बड़ी कटौती के एलान से सपोर्ट मिला है। तीन दिनों में कच्चे तेल के दाम में सात फीसदी से ज्यादा का उछाल आ चुका है और तेजी का रुख बरकरार है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बेंचमार्क कच्चा तेल 54 डॉलर प्रति बैरल के उपर बना हुआ है और डब्ल्यूटीआई 51 डॉलर प्रति बैरल के उपर चला गया है।

घरेलू वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर कच्चे तेल का दाम 28 अप्रैल को टूटकर 795 रुपये प्रति बैरल यानी पांच रुपये प्रति लीटर पर आ गया था यानी बोतलबंद पानी से भी सस्ता हो गया था, लेकिन गुरुवार को 3,749 रुपये प्रति बैरल तक उछला जोकि पिछले साल 25 फरवरी 2020 के बाद का सबसे उंचा स्तर है जब तेल का दाम एमसीएक्स पर 3,752 रुपये प्रति बैरल था।

दिल्ली में रिकॉर्ड उंचे भाव पर पेट्रोल, लगातार दूसरे दिन बढ़े दाम


देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल का भाव रिकॉर्ड उंचे स्तर पर चला गया है। तेल विपणन कंपनियों ने गुरुवार को लगातार दूसरे दिन पेट्रोल और डीजल के दाम में बढ़ोतरी की जिसके बाद दिल्ली में पेट्रोल 84.20 रुपये प्रति लीटर हो गया है और डीजल भी 74.38 रुपये लीटर बिकने लगा है। तेल विपणन कंपनियों ने पेट्रोल के दाम में दिल्ली और मुंबई में 23 पैसे जबकि कोलकाता में 24 पैसे और चेन्नई में 21 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की है। वहीं, डीजल के दाम में दिल्ली और चेन्नई में 26 पैसे जबकि कोलकाता में 27 पैसे और मुंबई में 29 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की गई है।

इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल की कीमतें बढ़कर क्रमश: 84.20 रुपये, 85.68 रुपये, 90.83 रुपये और 86.96 रुपये प्रति लीटर हो गई हैं। इससे पहले चार अक्टूबर 2018 को चारों महानगरों में पेट्रोल का भाव रिकॉर्ड उंचे स्तर क्रमश: 84 रुपये, 85.80 रुपये, 91.34 रुपये और 87.33 रुपये प्रति लीटर तक चला गया था।


किसानों को समझाने के लिए रिलायंस ग्रुप ने शुरू किया अभियान


किसानों के बीच अपने खिलाफ बनी धारणा को दूर करने के लिए रिलायंस समूह ने जमीनी प्रचार अभियान शुरू किया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की सब्सिडियी रिलायंस जियो इंफोकॉम लिमिटेड (आरजेआईएल) ने किसानों से सीधे जुड़ने के लिए के लिए प्रचार अभियान शुरू किया है।

इसके तहत नए कृषि कानूनों से लाभान्वित होने वाली कंपनी के तौर पर बन रही धारणा को तोड़ने के लिए कंपनी के कर्मचारी हरियाणा और पंजाब में पोस्टर और पैंफलेट से प्रचार कर रहे हैं।

नए कृषि कानूनों से लाभान्वित होने वाली कंपनी के तौर पर प्रचारित होने के चलते पंजाब और हरियाणा में कंपनी को काफी विरोध का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि उसने दोनों राज्य में अपने एसेट को नुकसान पहुंचाने वालों पर कड़ी कार्रवाई के लिए कानूनी हस्तक्षेप की मांग की है, जिस पर पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में 8 फरवरी को सुनवाई है।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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