अर्थ जगत की 5 बड़ी खबरें: कोरोना से करोड़ों लोगों की रोजी-रोटी संकट में, मिडिल क्लास की EMI और लोन का क्या होगा?

कोरोना महामारी को रोकने के लिए लॉकडाउन की वजह से इवेंट और मनोरंजन सेक्टर का कामकाज पूरी तरह से ठप हो गया है। इस सेक्टर ने 6 करोड़ लोगों की रोजी-रोटी बचाने के लिए सरकार से तुरंत मदद की अपील है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

कोरोना वायरस से 6 करोड़ लोगों की रोजी-रोटी संकट में, सरकार से तुरंत मदद की अपील

कोरोना महामारी को रोकने के लिए लॉकडाउन की वजह से इवेंट और मनोरंजन सेक्टर का कामकाज पूरी तरह से ठप हो गया है। इस सेक्टर ने 6 करोड़ लोगों की रोजी-रोटी बचाने के लिए सरकार से तुरंत मदद की अपील है। इवेंट एंड एंटरटेनमेंट मैनेजमैंट एसोसिएशन के अनुसार सेक्टर से जुड़े 6 करोड़ कर्मचारियों में से एक करोड़ सीधे तौर पर प्रभावित हैं और उनकी रोजी-रोटी खतरे में है। इसका कारण कोरोना वायरस महामारी के कारण सभी बड़े राष्ट्रीय कार्यक्रम या तो टल गये हैं या फिर रद्द हो गये हैं।

एसोसिएशन ने कहा कि पिछले दो महीनों में ही कम-से-कम 3,000 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। संगठन का कहना है कि खतरा बड़ा है और आने वाले महीनों में भी जारी रहने की आशंका है। महामारी के कारण सार्वजनिक, निजी सम्मेलनों के अलावा अंतरराष्ट्रीय बैठकें, सम्मेलन और प्रदर्शनी कार्यक्रम रद्द हुए हैं, जिससे उद्योग हिल गया है।

लॉकडाउन में EPF पर राहत, मिडिल क्लास की EMI और लोन का क्या होगा?

21 दिनों के लॉकडाउन के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गरीबों के लिए 1.70 लाख करोड़ के स्पेशल पैकेज का ऐलान किया है। इस पैकेज के जरिए देश के किसान, मजदूर और महिला वर्ग के अलावा बुजुर्ग, विधवा और दिव्यांगों को राहत देने की कोशिश की गई है। लेकिन मिडिल क्लास की उम्मीदों को एक बार फिर झटका लगा है।

दरअसल, मिडिल क्लास को लॉकडाउन की वजह से लोन और हर महीने जाने वाली ईएमआई की चिंता सता रही है। ऐसे में लोगों को ये उम्मीद थी कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस वर्ग को राहत दे सकती हैं। लेकिन ऐसा नहीं हुआ, हालांकि वित्त मंत्री ने ईपीएफ के मोर्चे पर थोड़ी राहत जरूर दी है।


सेंसेक्स 1411 अंक ऊपर बंद, निफ्टी 324 चढ़ा

कोरोनावायरस के प्रकोप को लेकर आ रही आर्थिक चुनौतियों का सामना करने के लिए सरकार द्वारा राहत पैकेज की घोषणा की उम्मीदों से गुरुवार को घरेलू शेयर बाजार गुलजार रहा। सेंसेक्स और निफ्टी लगातार तीसरे सत्र में तेजी के साथ बंद हुए। सेंसेक्स करीब 1411 अंक चढ़कर 29947 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी करीब 324 के उछाल के साथ 8,642 पर बंद हुआ। बीएसई का प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स करीब 1410.99 अंकों यानी 4.94 फीसदी की तेजी के साथ 29,946.77 पर जबकि एनएसई का प्रमुख संवेदी सूचकांक निफ्टी 323.60 अंकों यानी 3.89 फीसदी की तेजी के साथ 8,641.45 पर बंद हुआ।

Flipkart ने शुरू की जरूरी सामान की सप्लाई

कोरोना की वजह से देश में जारी लॉकडाउन की वजह से फ्लिपकार्ट ने बुधवार को अपनी सेवाएं अस्थायी रूप से बंद कर दी थीं, लेकिन जरूरी सामान की सप्लाई के लिए उसकी सेवाएं फिर शुरू हो गई हैं। दूसरी तरफ, एमेजॉन का कहना है कि वह अभी सरकार से बातचीत कर रही है। ग्रॉसरी के बड़े स्टोर बिग बाजार ने इस माहौल में घर-घर सामान पहुंचाने की सेवा पर फोकस किया है।

गौरतलब है कि कोरोना की वजह से देशभर में 21 दिन के लॉकडाउन की पीएम मोदी की घोषणा के बाद ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट (Flipkart) ने बुधवार को को अपनी सेवाएं अस्थायी रूप से बंद कर दी थीं और Amazon की सेवा भी जरूरी सामान तक सीमित हो गई।


कोरोना का सबसे ज्यादा कहर एयरलाइंस पर, बर्बाद हो सकती हैं कई कंपनियां

कोरोना के प्रकोप से वैसे तो पूरी अर्थव्यवस्था को भारी झटका लगा है, लेकिन यह एयरलाइंस के लिए बिल्कुल कहर बनकर सामने आया है। पहले से ही खस्ताहाल चल रहे एविएशन इंडस्ट्री में इससे कई और एयरलाइंस के बर्बाद होने का खतरा सामने है और इससे बड़े पैमाने पर नौकरियां भी जा सकती हैं।

कोरोना वायरस के प्रकोप से सबसे बुरी तरह से एविएशन सेक्टर ही प्रभावित हुआ है। इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (IATA) के अनुसार, इस संकट की वजह से दुनियाभर में एयरलाइंस को करीब 113 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है। इसकी वजह से एयरलाइंस की बुकिंग में 30 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है और किराए में भी 20 से 30 फीसदी की कटौती करनी पड़ रही है।सेंटर फॉर एशिया पैसिफिक एविएशन (CAPA) ने चेतावनी दी है कि यदि सरकारों ने समन्वित प्रयास नहीं किया तो मई के बाद कई एयरलाइंस दिवालिया हो सकती हैं।

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