अर्थ जगत की 5 बड़ी खबरें: शेयर बाजार में हाहाकर और पढ़ें गूगल के CEO सुंदर पिचाई का खास संदेश

घरेलू शेयर बाजार का शुरुआती कारोबार गुरुवार को लगातार दूसरे दिन कमजोर रहा। अल्फाबेट और गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा है कि अमेरिका की कम्युनिकेशन डिसेंसी एक्ट की धारा 230 गूगल को सूचनाओं की व्यापक श्रृंखला तक पहुंचने की सुविधा देती है।

फोटो: IANS
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नवजीवन डेस्क

सेंसेक्स 173 अंक फिसला, 11,671 पर ठहरा निफ्टी

घरेलू शेयर बाजार का शुरुआती कारोबार गुरुवार को लगातार दूसरे दिन कमजोर रहा। सेंसेक्स करीब 173 अंक फिसलकर 39750 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 59 अंक टूटर 11,671 पर ठहरा। अक्टूबर सीरीज के फ्यूचर्स एवं ऑप्शंस अनुबंधों की समाप्ति के आखिरी दिन होने के कारण घरेलू शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव रहा।

सेंसेक्स पिछले सत्र के मुकाबले 172.61 अंकों यानी 0.43 फीसदी की कमजोरी के साथ 39,749.85 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 58.80 अंकों यानी 0.50 फीसदी की कमजोरी के साथ 11,670.80 पर बंद हुआ।

बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सत्र के मुकाबले 385.29 अंकों की गिरावट के साथ 39,537.17 पर खुला और दिनभर के कारोबार के दौरान 40,010.83 तक चढ़ा, जबकि सेंसेक्स का निचला स्तर 39,524.25 रहा।

एनबीएफसी को रोलओवर और आपस में जुड़े जोखिमों की निगरानी करने की जरूरत : सीईए


मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन ने गुरुवार को कहा कि गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) को अपने रोलओवर जोखिम और इंटरकनेक्टेड जोखिम की निगरानी करनी चाहिए और इसके साथ ही देश में वित्तीय समावेशन को और गहरा बनाने का प्रयास करना चाहिए। भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) के पहले एनबीएफसी शिखर सम्मेलन में सुब्रमण्यन ने एनबीएफसी को 'जोंबी' ऋण देने के प्रति आगाह किया।

उन्होंने कहा, "प्रत्येक एनबीएफसी को अपने रोलओवर जोखिम और इंटरकनेक्टेड जोखिम पर नजर रखने की जरूरत है।" भारत में एनबीएफसी सेगमेंट के रूप में उनका सुझाव महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह क्षेत्र आईएल एंड एफएस संकट के बाद गंभीर तनाव में रहा है जो 2018 में प्रकाश में आया था।


सैमसंग ने तीसरी तिमाही में बेचे 8.8 करोड़ हैंडसेट, भारत भी शामिल


सैमसंग ने साल की तीसरी तिमाही में देश में काफी अच्छा कारोबार किया है। भारत सहित कंपनी ने अपने कुछ प्रमुख बाजारों में 8.8 करोड़ हैंडसेट बेचे हैं। इनमें से 90 फीसदी से अधिक स्मार्टफोन की बिक्री हुई है, जबकि 90 लाख टैबलेट बेचे गए हैं। कंपनी ने गुरुवार को यह जानकारी दी। काउंटरपॉइंट रिसर्च के मुताबिक, भारत में स्मार्टफोन के बाजार में शाओमी की जगह अपना वर्चस्व हासिल करने में सैमसंग को दो सालों का वक्त लगा। साल की तीसरी तिमाही (जुलाई से सितंबर तक की अवधि) में 24 फीसदी हिस्सेदारी के साथ सैमसंग ने शाओमी को पछाड़ पहले स्थान पर कब्जा जमा लिया है। इस बार 23 फीसदी हिस्सेदारी के साथ शाओमी ने दूसरा स्थान हासिल किया है।

सैमसंग ने कहा है कि तीसरी तिमाही में उत्पादों की मांग में तेजी देखी गई है। दूसरी तिमाही के समय से देश में लॉकडाउन के हटने के क्रम में आर्थिक गतिविधियों में गति लाई जा रही है।

यदि सेक्शन 230 को बदला जाता है तो परिणाम को लेकर जागरुक रहें : पिचाई


अल्फाबेट और गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा है कि अमेरिका की कम्युनिकेशन डिसेंसी एक्ट की धारा 230 गूगल को सूचनाओं की व्यापक श्रृंखला तक पहुंचने की सुविधा देती है। साथ ही उच्च श्रेणी की स्थानीय पत्रकारिता को भी ऐसी ही पहुंच देती है और लोगों की जानकारियों को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी भी लेती है। बुधवार की शाम ट्विटर सीईआई जैक डोर्सी और फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग के साथ अमेरिकी सीनेट के सामने पेश होने से पहले पिचई ने कहा, "मैं समिति से धारा 230 में किसी भी बदलाव के बारे में विचार करने और परिवर्तनों से होने वाले परिणामों को लेकर जागरूक रहने का आग्रह करूंगा क्योंकि इसका असर व्यवसाय और ग्राहकों पर हो सकता है।"

धारा 230 में कहा गया है कि "इंटरैक्टिव कंप्यूटर सेवा देने वाला कोई भी सर्विस प्रोवाइडर या उपयोगकर्ता किसी अन्य सूचना प्रदाता द्वारा दी गई किसी भी जानकारी का प्रकाशक या वक्ता नहीं माना जाएगा।" अमेरिकी कानून के तहत इंटरनेट फर्मों को आमतौर पर उन सामग्रियों की जिम्मेदारी से छूट दी जाती है जो उपयोगकर्ता प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करते हैं।


चिकन, अंडे की बढ़ी मांग, पोल्ट्री इंडस्ट्री में रिकवरी


चिकन और अंडे की मांग बढ़ने से पोल्ट्री इंडस्ट्री का कारोबार तेजी से पटरी पर लौटने लगा है। नवरात्र के समाप्त होने के बाद चिकन और अंडे की मांग बढ़ने से इनकी कीमतों में तेजी आई है जिससे कुक्कुट पालक किसानों को फायदा होने लगा है। कुछ महीने पहले देश की राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाके में उपभोक्ताओं को जहां चिकन 130-140 रुपये किलो मिल रहा था वहां अब 250 रुपये प्रति किलो बिकने लगा है। इसी प्रकार, अंडे के दाम में भी इजाफा हुआ है। चकन और अंडे के दाम में आई इस तेजी का लाभ किसानों के इंडस्ट्री से जुड़े लोगों के साथ-साथ किसानों को भी मिलने लगा है, क्योंकि पोल्ट्री फीड की मांग बढ़ने से मक्का और सोयाबीन की कीमतों में इजाफा हुआ है।

पोल्ट्री फार्म संचालकों को अब एक चिकन के लिए 90 रुपये तक का दाम मिलने लगा है और अंडे भी 500 रुपये प्रति सैकड़ा के ऊपर के भाव बिकने लगे हैं। हालांकि चिकन और अंडे का यह रेट पूरे देश में एक जैसा नहीं है। मांग के अनुसार, रेट में भी अंतर है।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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