अर्थ जगत की 5 बड़ी खबरें: कोरोना ने यहां लाखों लोगों को किया बेरोजगार और शेयर बाजार में बन रहेगा अनिश्चतता का माहौल

श्रम विभाग के जारी आंकड़ों के अनुसार, मार्च में अमेरिका में 7,01,000 रोजगार घट गए। देश में बेरोजगारी की दर बढ़कर 4.4 फीसदी पर पहुंच गई। कोरोनावायरस के गहराते प्रकोप के चलते शेयर बाजार में इस सप्ताह भी अनिश्चितता का माहौल बना रहेगा।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

कोरोना वायरस ने छीनी रोजी-रोटी, अमेरिका में 7 लाख लोग हुए बेरोजगार

कोरोना वायरस की वजह से अमेरिकी अर्थव्यवस्था तेजी से प्रभावित हो रही है। यहां लगातार मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है, अमेरिका में कोरोना वायरस से 8 हजार से ज्यादा की मौत हो चुकी है, जबकि 3 लाख से ज्यादा लोग पीड़ित हैं। दरअसल, कोरोना वायरस की मार से लागू बंदी के बीच अमेरिका अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है। आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले महीने यानी मार्च में अमेरिकी कंपनियों ने बड़ी संख्या में कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया।

श्रम विभाग के जारी आंकड़ों के अनुसार, मार्च में अमेरिका में 7,01,000 रोजगार घट गए। देश में बेरोजगारी की दर बढ़कर 4.4 फीसदी पर पहुंच गई। विभाग ने स्वीकार किया है कि उसके सांख्यिकी आंकड़ों में कोविड-19 से हुए पूरे नुकसान को शामिल नहीं किया जा सका है।

कोरोना कहर से रहेगा शेयर बाजार में अनिश्चतता का माहौल

कोरोनावायरस के गहराते प्रकोप के चलते शेयर बाजार में इस सप्ताह भी अनिश्चितता का माहौल बना रहेगा। सप्ताह के दौरान महावीर जयंती और गुड फ्राइडे का अवकाश होने के कारण घरेलू शेयर बाजार में तीन सत्रों में ही कारोबार होगा और इस दौरान विदेशी बाजारों से मिले संकेतों से भारतीय शेयर बाजार को दिशा मिल सकती है।

विश्वव्यापी महामारी कोविड-19 का प्रकोप पूरी दुनिया में गहराता जा रहा है और भारत में भी कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। ऐसे में भारत समेत वैश्विक अर्थव्यवस्था पर मंदी का खतरा मडरा रहा है, क्योंकि कोरोना के कोहराम के कारण पूरी दुनिया में आर्थिक गतिविधियां चरमरा गई है।


कोरोना इफेक्ट: OPEC देशों की इमरजेंसी बैठक 6 अप्रैल को, कच्चे तेल पर होगी बात

कोरोना वायरस के प्रकोप से दु नियाभर की इकोनॉमी पस्त नजर आ रही है। इस वजह से कच्चे तेल की कीमतों में भी भारी गिरावट आई है। ऐसे में कच्चे तेल के प्रमुख उत्पादक और निर्यातक देशों के मंच ओपेक की इमरजेंसी बैठक होने वाली है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हो रही ये बैठक 6 अप्रैल को होगी।

इस बैठक में रूस की अगुवाई वाले अन्य प्रमुख खनिज तेल उत्पादक देशों के समूह भी शामिल होंगे। बताया जा रहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के बीच फोन पर बातचीत के बाद यह बैठक बुलाई गई है।

श्रीलंका ने पहली बार चाय की ऑनलाइन नीलामी

निया के सबसे बड़े और सबसे पुराने 'कोलंबो टी ऑक्शन' ने कोरोना महामारी के बीच चल रही चाय की नीलामी में पहली बार ऑनलाइन सत्र संचालित किया। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, श्रीलंका सरकार द्वारा देश में कोविड-19 के प्रकोप को रोकने के लिए लगाए गए कर्फ्यू के कारण कोलंबो टी ऑक्शन को दो सप्ताह के लिए निलंबित कर दिया गया था, जिससे व्यापारियों को दूर से खरीदने और बेचने देने की सुविधा देने के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर इसे लाया गया।

ऑनलाइन नीलामी सफलतापूर्वक आयोजित की गई, जिसमें 680 खेप में 720,000 किलोग्राम एक्स-एस्टेट चाय के साथ डील की गई। एक प्रमुख स्थानीय चाय निर्यातक इम्पीरियल टी ने 1 किलो पर 2,100 श्रीलंका रुपया (11 डॉलर) में पहली सफल बोली लगाई।


लॉकडाउन के चलते जयपुर फूल व्यापारियों को भारी नुकसान

कोरोनावायरस संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर देशव्यापी लॉकडाउन ने राजस्थान में फूलों की खेती करने वालों और फूल व्यापारियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। देशभर में लागू लॉकडाउन के चलते फूलों को खुले खेतों में यू ही मरने के लिए छोड़ दिया गया है, जिसके चलते फूल व्यापारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।

जयपुर के गोपाल लाल सैनी का परिवार पीढ़ियों से इस व्यवसाय में रहा है। उन्होंने आईएएनएस से कहा, "नवरात्रि और रामनवमी के उत्सव के दौरान जयपुर में प्रतिदिन आठ से दस लाख रुपये के फूलों का कारोबार होता रहा है। व्यापार के लिए अप्रैल में होने वाली शादियों का मौसम एक बड़े उपहार के समान रहता है।"

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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