बिहार चुनाव: दूसरे चरण में बीजेपी के 46 प्रत्याशी, पार्टी ने उतारे 45 सांसद, कई केंद्रीय मंत्री भी शामिल

बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में बीजेपी के 46 प्रत्याशी मैदान में हैं। इसके लिए बीजेपी ने पूरा जोर लगाते हुए देश भर से अपने 45 सांसदों को हर सीट पर कैम्पेन की कमान सौंप दी है। इनमें कई केंद्रीय मंत्री भी शामिल हैं।

फाइल फोटोः सोशल मीडिया
फाइल फोटोः सोशल मीडिया
user

नवजीवन डेस्क

बिहार चुनाव के पहले चरण के मतदान के बाद अब 3 नवंबर को होने वाले दूसरे चरण के मतदान के लिए सभी पार्टियों ने अपना पूरा जोर लगा रखा है। दूसरे चरण में 91 सीटों पर चुनाव होना है। इस चरण की 46 सीटों पर बीजेपी के प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। ऐसे में दूसरा चरण बीजेपी के लिए काफी ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया है। इसके लिए बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।

दूसरे चरण में अपने खाते की 46 सीटों के लिए बीजेपी ने सारा जोर लगाते हुए देश भर के अपने 45 सांसदों को कैम्पेन की कमान सौंपते हुए बिहार के मैदान में उतार दिया है। अपने इन सांसदों को बीजेपी ने अलग-अलग जिलों और विधानसभा सीटों की जिम्मेदारी सौंपी है। इनमें केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, मध्य प्रदेश बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष राकेश सिंह और दक्षिण दिल्ली से सांसद रमेश बिधूड़ी जैसे नाम शामिल हैं।

बिहार में उतारे गए इन सासंदों को सभी कमेटियों, नेताओं और बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं के बीच समन्वय बनाने की जिम्मेदारी दी गई है, जिसके लिए ये सांसद पार्टी की सप्तऋषि कमेटियों की बैठक कर रहे हैं। ये सांसद मतदाताओं के द्वार तक पहुंच कर केंद्र सरकार और बिहार सरकार द्वारा विकास और कल्याण के लिए लाई गई योजनाओं की जानकारी देने के लिए कार्यकर्ताओं को प्रेरित कर रहे हैं।

साथ ही इन सांसदों पर क्षेत्र में पार्टी के किसी बड़े नेता की सभा होने पर उसमें लोगों की भीड़ लाने के लिए कार्यकर्ताओं को प्रेरित करने की भी जिम्मेदारी है। साथ ही ये सांसद वोटिंग से पहले ही मतदाताओं के घर पर वोटिंग स्लिप पहुंचाने और 3 नवंबर को मतदान के दिन सभी वोटरों को समय से पोलिंग बूथ तक पहुंचाने के लिए कार्यकर्ताओं के साथ योजना बनाएंगे। इसके अलावा गठबंधन में शामिल दलों, खासकर जेडीयू के नेताओं के साथ तालमेल बिठाने की जिम्मेदारी भी इन सांसदों को दी गई है।

दरअसल, बीजेपी को जेडीयू प्रमुख और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ इस चुनाव में विरोधी लहर की आशंका है और इसीलिए पार्टी केंद्र की योजनाओं को अधिक से अधिक हाइलाइट कर कार्यकर्ताओं में अंत-अंत तक जोश बरकरार रखने की कोशिश में है। क्योंकि बीजेपी को पता है कि बिहार में पार्टी के प्रदर्शन का असर अगले साल होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव पर पड़ेगा।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia


Published: 31 Oct 2020, 6:48 PM