यूपी चुनाव: राजभर की पार्टी से चुनाव लड़ेंगे मुख्तार अंसारी, मऊ सदर सीट से नामांकन के लिए कोर्ट से मिली इजाजत

मुख्तार अंसारी को टिकट देने वाली सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में चुुनाव लड़ रही है। वहीं मुख्तार के बड़े भाई अफजल अंसारी बीएसपी सांसद हैं, जबकि उनके दूसरे भाई सिगबतुल्लाह अंसारी सपा के टिकट पर ही गाजीपुर से चुनाव लड़ रहे हैं।

फाइल फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी जेल से ही सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) के चुनाव चिह्न् पर मऊ सदर सीट से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। इसके लिए तमाम औपचारिकताओं को पूरा कर कोर्ट से इजाजत मांगी गई थी, जो मिल गई है। अब मुख्तार जेल से ही नामांकन की प्रक्रिया पूरी करेंगे।

मुख्तार अंसारी के वकील दरोगा सिंह ने पुष्टि करते हुए कहा कि उन्होंने विशेष न्यायाधीश (एमपी/एमएलए) की अदालत के समक्ष एक याचिका प्रस्तुत की थी जिसमें मुख्तार के वकील, नोटरी वकील, प्रस्तावकों और फोटोग्राफर को उनके हस्ताक्षर और अन्य औपचारिकता पूरी करने के लिए बांदा जेल में उनसे मिलने की अनुमति देने की मांग की गई थी।

वकील ने बताया कि मऊ सदर सीट से नामांकन दाखिल करने की औपचारिकताएं को लेकर कोर्ट ने याचिका को स्वीकार कर लिया है। उन्होंने कहा कि एसबीएसपी ने मऊ सदर सीट से अपने टिकट पर मुख्तार को उतारने का फैसला किया है। अदालत के समक्ष प्रस्तुत याचिका के साथ पार्टी का चिन्ह, 'छड़ी' और अन्य सभी आवश्यक दस्तावेज संलग्न किए गए हैं।


मुख्तार अंसारी 1996 में मऊ सदर विधानसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी के सदस्य के रूप में विजयी हुए थे। तब से, उन्होंने लगातार सभी चुनावों में जीत हासिल की है और यह छठी बार होगा जब वह इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। उनकी पार्टी, कौमी एकता दल का साल 2017 के विधानसभा चुनाव में उतरने से पहले बसपा में विलय कर दिया गया था। मुख्तार ने इस सीट को बरकरार रखने के लिए एसबीएसपी के ही महेंद्र राजभर को हराया था।

वाराणसी अंचल के पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार पूर्वी यूपी के इस क्षेत्र में मुख्तार अंसारी गिरोह के आर्थिक साम्राज्य के खिलाफ कार्रवाई में गिरोह को करीब 400 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचा है। 22 दिसंबर 2021 को उनके बेटे की संपत्ति जब्ती की गई थी। पुलिस ने भवनों पर बुलडोजर चलवाकर, चल-अचल संपत्तियों की जब्ती के अलावा रंगदारी व मछली व्यापार, पीडब्ल्यूडी और अन्य सरकारी विभागों में ठेके हथियाने के जरिए इस गिरोह की अवैध कमाई को निशाना बनाया है।


बता दें कि इस चुनाव में मुख्तार अंसारी को टिकट देने वाली सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में चुुनाव लड़ रही है। वहीं मुख्तार के बड़े भाई अफजल अंसारी बीएसपी से सांसद हैं, जबकि उनके दूसरे भाई सिगबतुल्लाह अंसारी समाजवादी पार्टी के ही टिकट पर गाजीपुर से चुनाव लड़ रहे हैं।

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