सिनेजीवन: ऑरिजनल नहीं हैं फिल्म 'धुरंधर' के ये तीन गाने और 'वन टू चा चा चा' में कॉमेडी रोल निभाकर खुश हैं आशुतोष राणा
अपने कॉमेडी से भरे किरदार पर बात करते हुए आशुतोष राणा ने कहा कि उनके चाचा का किरदार बाकी सभी किरदारों से अलग है। रणवीर सिंह की फिल्म 'धुरंधर' बॉक्स ऑफिस के साथ-साथ दर्शकों के दिलों पर भी छा चुकी है।

'टेढ़ी हैं पर मेरी हैं' फिल्म को लेकर बोले रेमो डिसूजा, 'असली प्यार तभी मिलेगा, जब खामियों के साथ करेंगे स्वीकार'

रेमो डिसूजा की अगली फिल्म 'टेढ़ी हैं पर मेरी हैं' इन दिनों लगातार चर्चा में है। इस फिल्म में दो अलग-अलग दुनिया से आए कलाकार जितेंद्र कुमार और आरजे महविश पहली बार साथ नजर आने वाले हैं। जितेंद्र अपनी सहज एक्टिंग के लिए जाने जाते हैं, वहीं महविश आरजे के तौर पर जोशीली आवाज के रूप में मशहूर हैं।
फिल्म को लेकर रेमो डिसूजा ने कहा, ''मेरा लगाव उन कहानियों के प्रति ज्यादा रहता है जो जिंदगी के बिल्कुल करीब हों, लेकिन उनमें कोई अलग चमक भी हो। 'टेढ़ी हैं पर मेरी हैं' ऐसी ही कहानी है, जिसमें इंसानों की कमियां, उनकी उलझनें और उनका पागलपन ही असल खूबसूरती बनकर सामने आता है।''
रेमो ने कहा, ''इस फिल्म में प्यार को किसी परफेक्शन में नहीं बांधा गया, बल्कि यह दिखाया गया है कि असली प्यार अक्सर तभी मिलता है, जब हम एक-दूसरे को खामियों के साथ स्वीकार कर लेते हैं। यह फिल्म दर्शकों को मजेदार सफर पर ले जाएगी, जहां हंसी और भावनाएं दोनों होंगी।''
उन्होंने कहा, ''फिल्म की कहानी एक ऐसे रोमांस पर आधारित है, जहां किरदारों की टेढ़ी-मेढ़ी आदतें ही उन्हें एक-दूसरे के करीब लाती हैं। मुझे लगता है जितेंद्र कुमार इस तरह की कहानी के लिए बिलकुल सही चेहरा हैं, क्योंकि वह सहज कॉमेडी और संवेदनशीलता, दोनों को एक साथ बड़े आराम से निभा लेते हैं। उनकी मौजूदगी कहानी में गहराई भी लाएगी और कॉमेडी भी। मुझे उम्मीद है कि दर्शक इस नई दुनिया की कहानी से तुरंत जुड़ पाएंगे।''
'वन टू चा चा चा' में कॉमेडी रोल निभाकर खुश हैं आशुतोष राणा, बताया कैसा रहा 'चाचा' के किरदार का अनुभव

हिंदी सिनेमा में अपने गंभीर और नेगेटिव किरदारों के लिए फेमस आशुतोष राणा अब 'चाचा' बनकर अपने कॉमेडी अंदाज से फैंस को हंसाने के लिए तैयार हैं।
उनकी अपकमिंग फिल्म 'वन टू चा चा चा' का मजेदार टीजर रिलीज हो चुका है। टीजर के रिलीज पर अभिनेता आशुतोष राणा ने अपने किरदार को लेकर खुलकर बात की है और बताया कि कैसे उनके इस किरदार ने उन्हें सीमाओं को तोड़ने का मौका दिया।
अपने कॉमेडी से भरे किरदार पर बात करते हुए आशुतोष राणा ने कहा कि उनके चाचा का किरदार बाकी सभी किरदारों से अलग है। ऐसा किरदार मैंने पहले कभी नहीं निभाया। उन्होंने कहा कि इस भूमिका ने मुझे सीमाओं को तोड़ने, खुलकर प्रयोग करने और हास्य को उसके सबसे बेबाक रूप में अपनाने का मौका दिया। मैंने कई सालों तक गंभीर किरदार निभाए हैं, लेकिन इस फिल्म ने मुझे बेबाक, सहज और आनंददायक रूप से काम करने का मौका दिया। इसने मुझे याद दिलाया कि कॉमेडी, जब ईमानदारी और पागलपन के साथ की जाती है, तो ये आपको अंदर से आजाद महसूस कराती है।
बता दें कि कॉमेडी फिल्म 'वन टू चा चा चा' का टीज़र 8 दिसंबर को रिलीज हुआ था। फिल्म के टीजर रिलीज के साथ फैंस अब ट्रेलर का इंतजार कर रहे हैं। फिल्म में आशुतोष राणा के अलावा, अभिमन्यु सिंह, मुकेश तिवारी, हर्ष मायर, ललित प्रभाकर, अनंत वी जोशी, अशोक पाठक और नायरा बनर्जी भी हैं। फिल्म को अभिषेक राज और रजनीश ठाकुर ने डायरेक्ट किया है और फिल्म पेलुसिडर प्रोडक्शन प्राइवेट लिमिटेड के बैनर तले बनी है।
ऑरिजनल नहीं हैं फिल्म 'धुरंधर' के ये तीन गाने, टाइटल ट्रैक भी है रीमेक

रणवीर सिंह की फिल्म 'धुरंधर' बॉक्स ऑफिस के साथ-साथ दर्शकों के दिलों पर भी छा चुकी है। फिल्म के सभी किरदारों ने फैंस को फिल्म देखने के लिए मजबूर कर दिया है, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा अक्षय खन्ना के रहमान डकैत के किरदार की हो रही है।
इसी के साथ फिल्म के गाने और टाइटल ट्रैक भी दर्शकों को पसंद आ रहे हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि फिल्म के दो गाने और फिल्म का टाइटल पुराने गानों के रीमेक हैं, जिन्हें नए म्यूजिक और सिंगर्स के साथ बनाया गया है?
पहले बात करते हैं फिल्म के टाइटल ट्रैक की। फिल्म का टाइटल "ना दे दिल परदेसी ना" को बहुत पसंद किया जा रहा है, लेकिन इस गाने को ऑरिजनली पंजाब की लोक गायिका रंजीत कौर और मो. सादिक ने गाया है, और ये गाना प्यार में मिलने वाले दुख को दिखाता है, लेकिन बीट के हेरफेर के साथ और नए सिंगर्स की आवाज के साथ गाने का स्वरुप बदल दिया गया, लेकिन लिरिक्स पुराने ही रहे। इसका ऑरिजनल वर्जन 1995 में आया था।
रणवीर सिंह पर फिल्माए गए गाने 'कारवां' को खूब पसंद किया जा रहा है और उनके किरदार की पर्सनैलिटी के हिसाब से भी गाना लाजवाब है, लेकिन इस गाने की जड़े पाकिस्तान से जुड़ी हैं। पहले इस गाने के कव्वाली वर्जन को 1960 में आई फिल्म 'बरसात की रात' में फिल्माया गया। कव्वाली को मन्ना डे, एस.डी. बातिश, आशा भोसले, सुधा मल्होत्रा और कोरस ने मिलकर बनाया था, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो गाना 40 से 50 के दशक में मुबारक अली और फतेह अली खान ने गाया था और फिर बाद में हिंदी सिनेमा ने इस गाने को अलग रूपांतरण के साथ फिल्माया।
अब बात करते हैं फिल्म के दूसरे गाने 'एफए9एलए' की। यह गाना अक्षय खन्ना पर फिल्माया गया है, जिसमें वे खुले हाथों के साथ झूमते हुए पार्टी का मजा लेते हैं। पहले तो इस गाने की तुलना 'एनिमल' के 'जमाल कुडू' से की गई, लेकिन असल में ये अरबी गाना है, जिसे बहरीन अरबी भाषा के साथ गाया गया है। बहरीन अरबी भाषा एक क्षेत्रीय भाषा है, जिसकी झलक इस गाने में देखने को मिलती है। इस गाने को सबसे पहले रैपर फ्लिपराच्ये ने गाया था। उनका असली नाम हुसम असीम है, लेकिन उनके गानों की वजह से उन्हें ये नाम दिया गया। गाने का ऑरिजनल वर्जन साल 2015 में रिलीज किया गया था।
अशोक कुमार की पुण्यतिथि पर जैकी श्रॉफ ने किया याद
भारतीय सिनेमा के जाने-माने दिग्गज अभिनेता अशोक कुमार की पुण्यतिथि बुधवार को है। इस अवसर पर अभिनेता को याद करते हुए जैकी श्रॉफ ने सोशल मीडिया के जरिए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
अभिनेता ने इंस्टाग्राम स्टोरीज सेक्शन पर अशोक कुमार का मोंटाज वीडियो शेयर किया। इसके साथ उन्होंने लिखा, "अशोक कुमार की पुण्यतिथि पर हम उन्हें सम्मान के साथ याद करते हैं।"
एक मशहूर कहावत है, "कितने भी प्लान बना लो, लेकिन जिसके साथ जो होना होता है, वो होकर ही रहता है।" ऐसा ही कुछ किशोर कुमार के साथ हुआ था। दरअसल, अशोक कुमार अभिनेता इत्तेफाक से बने थे।
अभिनेता के पिता बीते जमाने के वकील थे, तो अशोक भी पिता के बताए हुए रास्ते पर चल दिए, लेकिन वकालत करने के पहले ही साल वे फेल हो गए और पिता के डर से वे अपनी बहन के घर मुंबई चले गए थे। अभिनेता के जीजा उन दिनों बॉम्बे टॉकीज में काम करते थे। अशोक ने उनसे नौकरी लगवाने की गुजारिश की, और जीजा ने भी उन्हें बॉम्बे टॉकीज में लैबोरेटरी असिस्टेंट का काम दिलवा दिया।
'कहानी वही, मुद्दे नए', टीवी सीरियल 'रजनी 2.0' पर डायरेक्टर करण राजदान ने की खुलकर बात

दूरदर्शन और मनोरंजन का रिश्ता बहुत पुराना है और सबसे पहले सीरियल और फिल्में दूरदर्शन पर ही देखने को मिलते थे।
अब 1985 में प्रसारित क्लासिक शो ‘रजनी’ एक बार फिर रजनी 2.0 के रूप में दूरदर्शन पर लौट चुका है, और अब शो के बारे में डायरेक्टर और राइटर करण राजदान, अभिनेत्री आराधना शर्मा और डेलनाज ईरानी ने आईएएनएस से खुलकर बात की।
टीवी सीरियल 'रजनी' का सीक्वल लाने का विचार कहां से आया, के सवाल पर डायरेक्टर और राइटर करण राजदान ने आईएएनएस से कहा कि 90 के दशक में जब हमने 'रजनी' को दिखाया था, तब मुद्दे अलग थे। आज की चुनौतियां भी अलग हैं, हालांकि मैं यह नहीं कहूंगा कि वे बढ़ी हैं या घटी हैं, मुद्दे बस बदलते रहते हैं। शो को पुनर्जीवित करने का विचार मुझे कई साल पहले आया था। प्रिया तेंदुलकर और मैंने रजनी में गुड्डू को एक बच्ची के रूप में दिखाया था। वह बच्ची अब बड़ी हो गई है और अपनी मां के नक्शेकदम पर चल रही है, शायद उनसे भी आगे।
शो के टेलीकास्ट पर खुशी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि मुझे बहुत खुशी महसूस हो रही है कि रजनी 2.0 अब डीडी नेशनल और वेव्स ओटीटी पर स्ट्रीम हो रहा है। मैंने एक लेखक और अभिनेता के रूप में अपनी यात्रा रजनी से शुरू की थी और अब वापस वहीं आकर खड़ा हो गया हूं।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
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