सोहराबुद्दीन केस में जेल जा चुके पुलिस अधिकारियों और सूरत के डीएम को गुजरात में चुनाव ड्यूटी से हटाया जाए: कांग्रेस

कांग्रेस ने चुनाव आयोग से अपील की है कि गुजरात में चुनाव प्रक्रिया में शामिल तीन अधिकारियों को तुरंत हटाया जाए। इनमें दो आईपीएस अधिकारी ऐसे हैं जो सोहराबुद्दीन फर्जी मुठभेड़ केस में जेल काट चुके हैं।

फोटो : सोशल मीडिया
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IANS

गुजरात में विधानसभा चुनाव निष्पक्ष होंगे, इसको लेकर संशय जताते हुए कांग्रेस ने चुनाव आयोग से लिखित अपील की है कि चुनाव प्रक्रिया में शामिल कुछ दागी अधिकारियों को मतदान से दूर रखा जाए। कांग्रेस ने बुधवार को सोहराबुद्दीन फर्जी मुठभेड़ मामले में कथित तौर पर शामिल दो आईपीएस अधिकारियों सहित कुछ 'दागी' अधिकारियों को मतदान से दूर रखने के लिए निर्वाचन आयोग से संपर्क किया। कांग्रेस ने कहा कि अगर इस मामले पर आयोग तुरंत जवाब नहीं देता है, तो वह अदालत का रुख करेगी।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी यानी एआईसीसी के महासचिव दीपक बाबरिया, गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी यानी जीपीसीसी के महासचिव इकबाल शेख और जीपीसीसी के कानूनी सेल के अध्यक्ष योगेश रवानी ने गुजरात के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से इस बारे में मुलाकात की और तीन दागी अधिकारियों के खिलाफ शिकायत की। इन तीनों अधिकारियों की विधानसभा चुनावों के दौरान मतदान के लिए ड्यूटी लगाई गई है।

बाबरिया ने दागियों को मतदान की ड्यूटी से हटाने का अनुरोध किया है। उन्होंने आरोप लगाया गया कि एक आईएएस अधिकारी महेंद्र पटेल को सूरत के कलेक्टर और जिला मजिस्ट्रेट यानी डीएम के रूप में पदोन्नत किया गया, जबकि उनकी बतौर अधिकारी 'संदिग्ध' भूमिका रही है। कांग्रेस का कहना है कि पटेल ने अपने फेसबुक पेज पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ व्यक्तिगत टिप्पणी भी की थी। कांग्रेस को अंदेशा है कि ऐसे अधिकारी की देखरेख में निष्पक्ष चुनाव संभव नहीं है।

बाबरिया ने कहा, "पटेल सीधे तौर पर बीजेपी से जुड़े हुए हैं और उन्होंने उंझा विधानसभा सीट से बीजेपी से टिकट भी मांगा था।" उन्होंने कहा कि, "हमने निर्वाचन आयोग से निष्पक्ष रूप से चुनाव कराने के लिए उन्हें चुनाव प्रक्रिया से दूर रखने का निवेदन किया है।"

इसके अलावा कांग्रेस ने जूनागढ़/पोरबंदर में आईजी रेंज के पद पर तैनात आईपीएस अधिकारी राजकुमार पंडियन और को हटाने की मांग की है। पंडियन इससे पहले पोरबंदर के एसएसपी रह चुके हैं और सोहराबुद्दीन फर्जी मुठभेड़ मामले में कई साल जेल में रह चुके हैं। कांग्रेस ने उन्हें मतदान प्रक्रिया से दूर रखने की मांग की है।

इसके अलावा कांग्रेस ने आईजी रेंज के पद पर तैनात एक और आईपीएस अधिकारी अभय चुड़ासम को भी हटाने की मांग की है। अभय चुडासम भी सोहराबुद्दीन फर्जी मुठभेड़ केस और इशरत जहां केस में शामिल रहे हैं और कई साल जेल काट चुके हैं। कांग्रेस का कहना है कि ऐसे अधिकारियों की चुनावी प्रक्रिया में मौजूदगी से निष्पक्षता पर शक होता है। इसलिए इन्हें तुरंत हटाया जाए।

गुजरात के मुख्य चुनाव अधिकारी बी बी स्वाईं ने कांग्रेस की अर्जी स्वीका कर ली है और उसे कार्यवाही के लिए मुख्य चुनाव आयोग के पास दिल्ली भेज दिया है। गुजरात में दो चरणों में चुनाव है। पहले दौर का मतदान तीन दिन बाद यानी 9 दिसंबर और दूसरे दौर का मतदान 14 दिसंबर को होगा।

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