गुजरात चुनाव: पहले दौर के मतदान से पहले दिनेश बांभनिया ने हार्दिक पटेल का साथ छोड़ा

प्रथम चरण के मतदान से ठीक पहले पाटीदार अनामत आंदोलन समिति से दिनेश बांभनिया ने इस्तीफा दे दिया है। उनके इस्तीफे से हार्दिक पटेल को बड़ा झटका लगा है।

फोटो: नवजीवन
फोटो: नवजीवन

गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए पहले दौर की वोटिंग से ठीक पहले पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पीएएएस) से दिनेश बांभनिया ने इस्तीफा दे दिया है। दिनेश बांभनिया हार्दिक पटेल के बेहद करीबी माने जाते रहे हैं। अहमदाबाद में उन्होंने इस्तीफा देते हुए हार्दिक पटेल की सेक्स सीडी पर आपत्ति जताई और साथ ही कांग्रेस पर भी सवाल खड़े किए। ऐसा माना जा रहा है कि बीजेपी ने पटेल आंदोलन से जुड़े नेताओं में फूट डालने का काम किया है।

9 दिसंबर को होने वाले पहले दौर के मतदान में पटेल समुदाय के वोट बेहद अहम भूमिका निभाने वाले हैं, और यही वजह है कि बीजेपी लंबे समय से पटेल आंदोलन समिति से जुड़े नेताओं में फूट डालने की फिराक में थी। नवंबर महीने में ही हार्दिक पटेल के दो साथी अमरीश और केतन पटेल बीजेपी में शामिल हो गए थे। दिनेश बांभनिया को लेकर भी इस तरह के कयास लगाए जा रहे थे कि वे भी आंदोलन समिति से अलग हो जाएंगे। इससे पहले कांग्रेस के साथ जब सहयोग की बात चल रही थी, उस समय दिनेश बांभनिया ने गुजरात कांग्रेस समिति के अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी के घर पर जाकर हंगामा भी किया था। उसी समय से दिनेश बांभनिया के बारे में यह चर्चा शुरू हो गई थी कि वे बीजेपी के संपर्क में हैं।

पाटीदार आंदोलन के सूरत संयोजक धार्मिक मालवीय ने पत्रकारों को बताया कि आंदोलन समिति के नेताओं में फूट डालने के पीछे बीजेपी की ओछी चाल है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा। वोट बीजेपी के खिलाफ ही पड़ेगा। बीजेपी ने गुजरात की जनता को 22 साल तक बेवकूफ बनाया है, लेकिन अब नहीं चलेगा। धार्मिक मालवीय ने बताया कि आंदोलन समिति ने एक पोस्टर अभियान शुरू किया है। अभियान के तहत पूरे सूरत को पोस्टर से पाट दिया गया है। पोस्टर में मतदाताओं से अपील की गई है कि वे वोट देते समय अपने ऊपर हुए अत्याचार को ना भूलें, और बीजेपी को विधानसभा चुनाव में हराएं।

अहमदाबाद में दलित शक्ति केंद्र के मार्टिन मैकवॉन ने बताया कि पटेलों में इस तरह से फूट डालने की कोशिश बीजेपी लंबे समय से कर रही थी। इसके बारे में सब जानते हैं। उन्होंने कहा, ‘’मुझे आम मतदाता के विवेक पर पूरा भरोसा है, वह बीजेपी के खिलाफ हैं।’’

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Published: 08 Dec 2017, 7:59 PM