'...क्या हम खामोश ही रहेंगे, सामने आइए मोदी जी... यह वक्त चीन के सामने डटकर खड़े होने का है'

बीती रात पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चाइनीज पीपल्स लिबरेशन आर्मी की टुकड़ियों के साथ हुई हिंसक झड़प में अधिकारियों समेत 20 भारतीय सैनिकों के शहीद होने के एक दिन बाद कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से देश को संबोधित करने और स्थिति पर चर्चा के लिए एक सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

बीती रात पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चाइनीज पीपल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की टुकड़ियों के साथ हुई हिंसक झड़प में अधिकारियों समेत 20 भारतीय सैनिकों के शहीद होने के एक दिन बाद कांग्रेस ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से देश को संबोधित करने और स्थिति पर चर्चा के लिए एक सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की। कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेरा ने ट्विटर पर लिखा, "माननीय प्रधानमंत्री जी कृपया दुखी देश को संबोधित करें। इस राष्ट्रीय सुरक्षा संकट के बीच एक एकीकृत राजनीतिक विचार विकसित करने के लिए कृपया एक सर्वदलीय बैठक बुलाएं।"

वहीं कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी निशाना साधा है। प्रियंका ने कहा कि हमारी जमीन, हमारी संप्रभुता खतरे में है... क्या हम खामोश ही रहेंगे...?

प्रियंका गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा- हमारी ज़मीन, हमारी संप्रभुता खतरे में है... हमारे जवान, हमारे अधिकारी शहीद हुए हैं... क्या हम खामोश ही रहेंगे...? भारत को सच की जानकारी मिलनी चाहिए... भारत को ऐसा नेतृत्व मिलना चाहिए, जो अपनी ज़मीन पर कब्ज़ा होने से रोकने के लिए कुछ भी कर गुज़रने के लिए तैयार हो... सामने आइए, नरेंद्र मोदी जी... यह वक्त चीन के सामने डटकर खड़े होने का है..."


पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गलवान घाटी में चीनी सेना द्वारा 20 सैनिकों की कथित तौर पर हत्या पर मोदी की खामोशी की आलोचना की थी, इसके थोड़ी देर बाद ही कांग्रेसी नेताओं ने टिप्पणी की है। राहुल गांधी ने ट्वीट किया, "प्रधानमंत्री चुप क्यों है? वह क्यों छिप रहे हैं? बस बहुत हो गया। हमें यह जानने की जरूरत है कि क्या हुआ है? चीन ने हमारे सैनिकों को कैसे मारा? उनकी हमारी जमीन लेने की हिम्मत कैसे हुई?"

गौरतलब है कि मंगलवार रात को कांग्रेस ने एक बयान में प्रधानमंत्री को दोषी ठहराया था और कहा था "कभी सोचा है कि एक मुखर आदमी जो हर मुद्दे पर सरकार पर सवाल उठाने में कभी नाकाम नहीं रहा, वह अब पूरी तरह से चुप है? क्योंकि अब वह किसी और को नहीं, बल्कि खुद को ही दोषी ठहरा सकता है सभी असफलताओं के लिए।"

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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