धोनी के ग्लव्स पर ‘बलिदान बैज’ का कांग्रेस ने किया समर्थन, पाकिस्तान कर रहा हटाने क मांग

कांग्रेस पार्टी के नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि उनके दस्तानों पर मौजूद चिन्ह न तो राजनीतिक हैं और न ही धार्मिक ऐसे में धोनी को अपने गलव्स से ‘बलिदान बैज’ को हटाने की जरूरत नहीं है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) द्वारा भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को पूर्व कप्तान एम.एस. धोनी के दस्तानों से 'बलिदान बैज' हटाने के लिए कहे जाने के अगले दिन (शुक्रवार) पूर्व भारतीय कप्तान धोनी के समर्थन में कांग्रेस पार्टी भी उतर आई है। पार्टी ने कहा है कि उनके दस्तानों पर मौजूद चिन्ह न तो राजनीतिक हैं और न ही धार्मिक ऐसे में धोनी को अपने गलव्स से 'बलिदान बैज' को हटाने की जरूरत नहीं है।

कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अभिषेक मनु सिंघवी ने 'धोनी कीप द ग्लव्स' हैशटैग के साथ ट्वीट किया और कहा, "एम.एस. धोनी भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल हैं। इसके अलावा उनके पास विशेष बल की मानद उपाधि है। आईसीसी का नियम कहता है कि किसी भी प्रकार का राजनीतिक, धार्मिक या नस्लभेदी चिन्ह या संकेत प्लेयिंग आउटफिट के साथ जुड़ा नहीं होना चाहिए। चिन्ह इनमें से एक भी नहीं है।"


इस मामले पर पाकिस्तान के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री फवाद हुसैन ने बयान दिया है। उन्होंने ट्विटर कर कहा- 'धोनी इंग्लैंड में क्रिकेट खेलने गए हैं महाभारत करने के लिए नहीं। भारतीय मीडिया में क्या बेहूदा डिबेट चल रहा है। भारतीय मीडिया का एक धड़ा युद्ध के प्रति इतना ज्यादा आसक्त हैं कि उन्हें सीरिया, अफगानिस्तान या रवांडा मर्सनेरी (किराए के सैनिक) बनाकर भेज देना चाहिए।'

विश्व कप में भारत के पहले मैच के दौरान धोनी ने एकबार फिर सुरक्षाबलों के लिए अपने प्यार को दर्शाया। उनके विकेटकीपिंग दस्तानों में मैच के दौरान 40वें ओवर में एक विपक्षी बल्लेबाज को स्टम्प करने के दौरान भारतीय पारा विशेष बल के रेजीमेंटल चिन्ह को देखा गया था।

धोनी को वर्ष 2011 में पैराशूट रेजिमेंट में लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद उपाधि मिली थी। धोनी ने 2015 में पैरा ब्रिगेड का प्रशिक्षण भी लिया था।

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