पनेसर का खुलासा- इन तीन तरीकों से करता था बॉल टेम्परिंग और सचिन बोले- विकेट के पीछे धोनी का रोल कोहली के लिए होगा अहम 

सचिन तेंदुलकर का मानना है कि अनुभवी महेंद्र सिंह धोनी को रोल विकेट के पीछे अहम होगा और कोहली के लिए यह बहुत अच्छी बात है कि उनके पास इतना अनुभवी खिलाड़ी है। इंग्लैंड के पूर्व स्पिन गेंदबाज मॉन्टी पनेसर ने सनसनीखेज बयान देते हुए कहा कि कई तरह से बॉल टेम्परिंग की है।

फोटो: आईएएनएस
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विकेट के पीछे धोनी का रोल कोहली के लिए अहम होगा : तेंदुलकर

भारतीय टीम को 30 मई से इंग्लैंड एंड वेल्स में शुरू होने वाले विश्व कप के खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है, लेकिन टीम की जीत इस बात पर भी निर्भर करेगी कि विराट कोहली की कप्तानी प्रतियोगिता में कितनी प्रभावशाली साबित होती है। इंडियन प्रीयिमर लीग (आईपीएल) में हालांकि विराट की कप्तानी की बहुत आलोचना हुई, लेकिन महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर भारतीय कप्तान के पक्ष में हैं।

आईएएनएस से बात करते तेंदुलकर ने कहा, "मैं समझता हूं कि हमें आईपीएल और भारत के लिए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलने की तुलना नहीं करनी चाहिए। दोनों अलग-अलग प्रारूप हैं, एक टी-20 है जिसमें आपकी टीम में कई विदेशी खिलाड़ी हैं और दूसरा ऐसा प्रारूप है जहां आपकी टीम में सभी भारतीय खिलाड़ी हैं। इसलिए हमें दोनों की तुलना नहीं करनी चाहिए। जाहिर तौर पर जब बात कप्तानी पर आती है तो विराट पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।"

उन्होंने यह भी माना कि अनुभवी महेंद्र सिंह धोनी को रोल विकेट के पीछे अहम होगा और कोहली के लिए यह बहुत अच्छी बात है कि उनके पास इतना अनुभवी खिलाड़ी है।

तेंदुलकर ने कहा, "धोनी का विकेट के पीछे खड़े होने का अनुभव टीम की बहुत मदद करेगा क्योंकि उस स्थान पर खड़े होकर वह सबकुछ अच्छे से देख सकते हैं। वहां खड़े होकर, वह पूरे मैदान को उसी तरह देख सकते हैं जिस तरह से एक बल्लेबाज देखता है। उनकी राय महत्वपूर्ण होंगे क्योंकि उन्हें पता होगा कि पिच कितनी अच्छी या बुरी है, क्या गेंद रुक आ रही है या यह बल्ले पर अच्छे से आ रही है। जो भी स्थिति हो, वह इसे कप्तान और गेंदबाज के साथ भी साझा करेंगे। इसलिए किसी अनुभवी खिलाड़ी का विकेट के पीछे होना हमेशा मददगार होता है।"

टूर्नामेंट से पहले यह भी कहा जा रहा है कि भारतीय टीम शीर्ष तीन खिलाड़ियों (शिखर धवन, रोहित शर्मा और कोहली) पर अधिक निर्भर है। तेंदुलकर ने भी कहा कि कुछ मुकाबले ऐसे हो सकते हैं जहां एक खिलाड़ी मैच जिताएगा।

तेंदुलकर ने कहा, "मुझे ऐसा नहीं लगता कि टीम शीर्ष तीन पर निर्भर है। मुझे लगता है कि अगर हमें इस टूर्नामेंट में आगे बढ़ना है तो सभी खिलाड़ियों को एक-दूसरे को साथ निभाते हुए अच्छा प्रदर्शन करना होगा। इसलिए, यह नहीं हो सकता है कि केवल एक व्यक्ति प्रदर्शन करता रहे और आप टूर्नामेंट में आगे बढ़ें। हो सकता है कि एक या दो मैच ऐसे हो जहां एक खिलाड़ी कुछ बड़ा करे, लेकिन अन्यथा आपको प्रतियोगिता में आगे बढ़ने के लिए टीम के अन्य खिलाड़ियों की जरूरत होगी।" तेंदुलकर यह भी मानते हैं कि भारत को खिताब का प्रबल दावेदार माना जाना चाहिए।

उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि एक टूनामेंट में भाग लेते समय अगर दुनिया आपको सबसे बेहतरी टीम मान रही है तो यह अच्छी चीज है। हमने पिछले कुछ समय में बहुत अच्छी क्रिकेट खेली है। इस टूर्नामेंट में उस आत्मविश्वास को आगे ले जाना महत्वपूर्ण होता है। लेकिन यह एक नया टूर्नामेंट है और अतीत में कुछ भी हुआ हो, हमें इस बात पर अपना ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है कि हमारे पास कितने मौके हैं और अपनी क्षमता के अनुसार खुद को तैयार करें।"

उन्होंने आगे कहा, "विश्व कप एक बड़ा टूर्नामेंट होने जा रहा है और मुझे यकीन है कि हम उस स्थिति में है कि वहां जाकर भारतीय क्रिकेट के सभी शुभचिंतकों की उम्मीदों पर खरा उतरें।" विश्व कप में भारत का पहला मैच पांच जून को दक्षिण अफ्रीका से होगा।

मैंने गेंदबाजी के दौरान सन स्क्रीन, जिप और मिंट का उपयोग किया : पनेसर

इंग्लैंड के पूर्व स्पिन गेंदबाज मॉन्टी पनेसर ने बॉल टेम्परिंग पर सनसनीखेज बयान देते हुए कहा कि उन्होंने गेंदबाजी के दौरान गेंद की खुरदरा करने के लिए सन स्क्रीन, मिंट और अपने पैंट की जिप का भी उपयोग किया था। डेली मेल पर मौजूद उनकी किताब 'द फुली मॉन्टी' के अंश में 37 वर्षीय पनेसर ने कहा कि उन्हें जेम्स एंडरसन जैसे खिलाड़ियों ने गेंद को जितना हो सके उतना सूखा रखने को कहा था।

पनेसर ने कहा, "क्या हमने नियम तोड़े हैं यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप उनकी व्याख्या कैसे करते हैं। हमने पाया कि मिंट और सन क्रीम का लार पर प्रभाव पड़ा था और इससे गेंद को रिवर्स करने में मदद मिलती थी।"

उन्होंने कहा, "मैंने गेंद को खुरदुरा करने के लिए शायद गलती से अपनी पैंट के जिप से भी रगड़ा होगा। हम सभी ने गेंद की स्थिति को बदलने की कोशिश की, क्योंकि रिवर्स स्विंग का बहुत बड़ा प्रभाव होता है। जब मैं इंग्लैंड की टीम में आया, तो मेरा काम गेंद को सीमर्स के लिए तैयार करना था।"

उन्होंने आगे कहा, "वे कहते थे सुनो दोस्त, अगर तुम हमारे साथ गेंदबाजी करना चाहते हो तो एक शर्त है। तुम यह ध्यान रखना कि जिस तरफ से गेंद चमक रही हो उस पर अपना पसीना मत लगाना। गेंदबाज जिमी एंडरसन कहते थे कि 'मैं सिर्फ यह चाहता हूं कि तुम जितना हो सके गेंद को सूखा रखना।"

इंग्लैंड के लिए 2006 से 2013 के बीच 50 टेस्ट मैच खेलने वाले पनेसर ने कहा कि खेल के नियम कहते हैं कि जर्सी का उपयोग हो सकता है। हालांकि, इससे खेल भावना जरूर आहत होती है।पनेसर ने कहा, "नियम कहते हैं कि आप अपनी जर्सी का इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन इसमें थोड़ा-बहुत खेल भावना जरूर आहत होती है।" एमसीसी को नियम 42.3 यह कहता है कि गेंदबाज गेंद को चमका सकता है, लेकिन उसके के लिए किसी आर्टिफिशियल चीज का उपयोग नहीं होना चाहिए।

स्टेन की फिटनेस तय करेगा टीम का संयोजन : प्लेसिस

दक्षिण अफ्रीकी टीम के कप्तान फॉफ डु प्लेसिस ने कहा है कि तेज गेंदबाज डेल स्टेन की फिटनेस ही आगे टीम का संयोजन तय करेगा। डु प्लेसिस ने कहा कि तीन खिलाड़ियों (गेंदबाजों) में से किसी एक न एक को तो बाहर बैठना ही पड़ेगा। दक्षिण अफ्रीका ने 30 मई से शुरू होने वाले विश्व कप से पहले यहां सोफिया गार्डन्स मैदान पर खेले गए अभ्यास मैच में श्रीलंका को 87 रनों से करारी शिकस्त दी।

डु प्लेसिस ने मैच के बाद टूर्नामेंट की वेबसाइट पर कहा, " निश्चित रूप से, तीनों के लिए जगह नहीं है। हालांकि यह स्टेन की फिटनेस पर निर्भर करेगा, जो अभी चोट से उबर रहे हैं। अगर वह पूरी तरह से फिट नहीं हो पाते हैं तो फिर दो आलराउंडरों का समीकरण बिठाया जाएगा। अगर हमारे तेज गेंदबाज पूरी तरह से फिट रहते हैं तो हम अपने तेज गेंदबाजों के साथ जाना पसंद करेंगे।"

इस बीच, टीम के बल्लेबाज एंडिले फेहलुकवाया ने कहा, "मुझे लगता है कि टीम में अच्छी प्रतिस्पर्धा के साथ-साथ अच्छी गहराई भी है।" उन्होंने कहा, "निजी रूप से, मैं उन प्रतिस्पर्धाओं के बारे में बात नहीं कर रहा हूं। मैं केवल टीम के लिए अपना योगदान देना चाहता हूं। इन सबके अलावा मैं व्यक्तिगत रूप से यह नहीं सोचता हूं कि ऑलराउंडर के रूप में कि मेरी कोई एजेंडा है।"

उन्होंने कहा, "टीम में कई सारी विविधताएं हैं, इसलिए मैं सोचता हूं कि उस दिन हम किसी भी टीम संयोजन के साथ खेल सकते हैं। मुझे लगता है कि विविधता और गहराई का होना टीम के लिए अच्छी बात है।"

कोहली, फिंच और मोर्गन शीर्ष कप्तान हैं : बॉर्डर

आस्ट्रेलिया के महान बल्लेबाज एलन बॉर्डर मानते हैं कि भारत के विराट कोहली, इंग्लैंड के ईयोन मोर्गन और आस्ट्रेलिया के एरोन फिंच पर 30 मई से इंग्लैंड एंड वेल्स में शुरू हो रहे विश्व कप में नजर बनाए रखनी होगी।

'क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू' ने 63 वर्षीय बॉर्डर के हवाले से बताया, "मैं समझता हूं कि विराट कोहली एक अलग प्रकार के कप्तान है। वह काफी आक्रामक खिलाड़ी हैं और जिंदादिली से खेलते हैं। इसलिए खिलाड़ियों को पता चल जाता है कि उन्हें बेहतर करने की जरूरत है क्योंकि विराट सभी को उनके मुंह पर बोलते हैं।" आस्ट्रेलिया की 178 वनडे मैचों में कप्तानी करने वाले मोर्गन से भी प्रभावित नजर आएं।

बॉर्डर ने कहा, "मुझे लगता है कि इंग्लैंड बेहतरीन प्रदर्शन कर रही है। वह एक नया गेम प्लान लेकर आए हैं इसलिए यह देखना दिलचस्प होगा कि विश्व कप में वह कैसा खेलते हैं। वे इसकी वजह से एक खतरनाक टीम है और एक गेंदबाज के रूप में आप उनके सामनो दबाव में होंगे।"

उन्होंने कहा, "मुझे लगता है वे सेमीफाइनल तक पहुंचने में कामयाब होंगे। मोर्गन एक अच्छे वनडे क्रिकेटर हैं, वह अन्य बेहतरीन कप्तानों की तरह है। तकनीकी रूप से वह शानदार हैं और इस समय उनके गेम प्लान के खिलाफ खेलना खतरनाक है।" बार्डर ने हमवतन कप्तान फिंच की भी बहुत प्रशंसा की।

उन्होंने कहा, "एरोन फिंच शानदार काम कर रहे हैं। उन्होंने टीम में सकारात्मकता फैलाई है, मुझे लगता है कि यही उनकी कप्तानी की खास बात है। हर कोई अपनी जिम्मेदारियों को जानता है और यह खेलने के लिए अच्छा माहौल है। इसलिए एक कप्तान के रूप में यह एक अच्छी शुरूआत है। उन्होंने बहुत अच्छा काम किया है" बॉर्डर ने कहा, "तकनीकी रूप से मैं सोचता हूं कोहली, मॉर्गन और फिंच अच्छा करेंगे।"

मॉर्गन की उंगली में लगी चोट

इंग्लैंड के कप्तान इयोन मोर्गन को शुक्रवार को अभ्यास के दौरान उंगली में चोट लगी। एजेस बाउल मैदान पर फील्डिंग का अभ्यास करने के दौरान उनके बाएं हाथ की उंगली में चोट लग गई। इंग्लैंड को शनिवार को आस्ट्रेलिया के खिलाफ साउथम्प्टन में अभ्यास मैच भी खेलना है।

बीबीसी ने 32 वर्षीय मॉर्गन के हवाले से बताया, "मुझे बहुत छोटा सा फ्रेक्चर हुआ है, लेकिन मैं मैदान में उतरने के लिए तैयार हूं।" अभ्यास के बाद उन्हें एक्स रे के लिए अस्पताल भेज दिया गया। मैदान पर स्लिप में कैच का अभ्यास करने के दौरान मोर्गन को उंगली में चोट लगी थी।

मॉर्गन ने कहा, "मैं दुर्भाग्य से आस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाले मुकाबले में नहीं खेलूंगा, लेकिन टूर्नामेंट के पहले मुकाबले में खेलने के लिए मैं फिट हो जाऊंगा। यह बहुत अच्छी खबर है।" विश्व कप के पहले मैच में 30 मई को मेजबान टीम का सामना दक्षिण अफ्रीका से होगा।

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