कन्नोज में अखिलेश बोले- नोटबंदी का बदला वोटबंदी से लेने का समय

यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कन्नोज लोकसभा क्षेत्र से जुड़े रसूलाबाद में एक सभा के दौरान लोगों से कहा कि नोटबंदी करने वालों से इस बार लोकसभा चुनाव में वोटबंदी से बदला लें। कन्नौज से अखिलेश की पत्नि डिंपल यादव समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी हैं।

फोटो: समाजवादी पार्टी
फोटो: समाजवादी पार्टी
user

आईएएनएस

समाजवादी पार्टी(सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि नोटबंदी करने वालों से इस चुनाव में वोटबंदी के जरिए बदला लेने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी से किसानों की आय और रोजगार छिन गए हैं।

अखिलेश ने यहां एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर हमला बोला और कहा, "नोटबंदी की बात क्षेत्रीय लोग अभी भूले नहीं होंगे। उस समय बैंकों की लाइनों में खड़े हुए अनेक लोग मर गए थे। नोटबंदी से तमाम लोग बेरोजगार हो गए। इसी कारण इन नोटबंदी करने वालों से बदला लेकर इस चुनाव में वोटबंदी कर दें।"

सपा मुखिया ने कन्नौज लोकसभा क्षेत्र से जुड़े रसूलाबाद व छिबरामऊ में जनसभाओं को संबोधित किया। उनके साथ कन्नौज से प्रत्याशी उनकी पत्नी डिंपल यादव भी मौजूद थीं।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "यह परिवर्तन करने वाला महागठबंधन है। नए गठबंधन से नया प्रधानमंत्री और उसी से विकास होगा। सीमा पर सैनिकों की शहादत पर भाजपा राजनीति कर रही है। हमारी सरकार बनी तो शहीद के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी।"

सभा में उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कहा, "चौकीदार ने उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाया है। वह लगातार जनता से झूठ बोल रहे हैं। अच्छे दिन आने और दो करोड़ नौकरियां देने की बात कहने वालों की बातें हवा हवाई साबित हुई हैं। रोजगार की बात पूछने पर वे पकौड़े बनाने की बात कह रहे हैं।"

सपा अध्यक्ष ने जनता से पूछा, "पकौड़े सरसों के तेल के अच्छे होते हैं कि विदेशी तेल के। ये भाजपा वाले विदेशी तेल ला रहे हैं और सरसों के तेल की कीमत किसानों को नहीं दे पा रहे हैं। भाजपा किसानों की आय दोगुनी करने की बात कहती रही है। क्या किसानों की आय दोगुनी हुई है। वह केवल अमीरों के ही प्रधानमंत्री हैं।"

अखिलेश ने कहा, "ऐसा किसी मुख्यमंत्री ने नहीं किया होगा, जैसा भाजपा के मुख्यमंत्री कर रहे हैं। भाजपा जातियों में झगड़ा करवा कर राज करना चाहती है। हमारा लक्ष्य सभी को आबादी के हिसाब से सम्मान देना है, हम झगड़ा कर नहीं सकते।"

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia