TMC ने आंकड़े देकर मोदी सरकार को बताया झूठा और नकलची, अमित मित्रा ने शाह को किया चैलेंज- जवाब दें...नकदी कहां हैं?

पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री अमित मित्रा ने बीजेपी को झूठा और नकलची बताया। कोरोना महामारी के दौरान और चक्रवात अम्फान के मद्देनजर चुनावी राजनीति को प्राथमिकता देने के लिए शाह को निशाने पर लेते हुए मित्रा ने कहा कि मैं शाह को चुनौती देता हूं… वो जवाब दें। नकदी कहां हैं?

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल के लिए 'डिजिटल रैली' की। इस दौरान उन्होंने राज्य की ममता बनर्जी सरकार को निशाने पर रखा। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी ने मोदी जी की लोकप्रियता से डरकर बंगाल में आयुष्मान भारत योजना और पीएम किसान सम्मान निधि जैसी योजनाओं को लागू नहीं होने दिया। अब अमित शाह को एक और अमित ने ही चुनौती दी है। द टेलेग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक चुनावी रणनीतिकार प्रंशात किशोर की मदद से तैयार आंकड़ों के जरिए राज्य के वित्त मंत्री अमित मित्रा ने बीजेपी को झूठा और नकलची बताया। कोरोना महामारी के दौरान और चक्रवात अम्फान के मद्देनजर चुनावी राजनीति को प्राथमिकता देने के लिए शाह को निशाने पर लेते हुए मित्रा ने कहा कि मैं शाह को चुनौती देता हूं… वो जवाब दें। नकदी कहां हैं?

शाह की डिजिटल रैली शुरू होने से पहले ही टीएमसी ने सोशल मीडिया के माध्यम से अमित शाह पर हमला बोलना शुरू कर दिया था। सोशल मीडिया पर #BengalRejectsAmitShah (बंगाल शाह को अस्वीकार करता है) और #BanglaChaaynaAmitShah (बंगाल शाह को नहीं चाहता) शाह के कार्यक्रम के दौरान हजारों ट्वीट के जरिए इन्हें ट्रेंड कराया गया। वहीं बंगाल के एक मंत्री का कहना है कि असली मास्टर स्ट्रोक पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री अमित मित्रा को मैदान में उतार कर अमित शाह को झूठा बताना था। मंत्री का कहना था कि अमित शाह ने दीदी (ममता बनर्जी) को चुनौती दी की वो उनसे मुकाबला करने के लिए आंकड़ों के साथ आए। मगर हमारे अमित के आंकड़ों ने अमित शाह के जुमलों को बुरी तरह उजागर कर दिया।

अमित मित्रा ने अमित शाह के हर आरोप को आंकड़े पेश कर खंडन किया। पेश है गृह मंत्री के आरोपों का अमित मित्रा का जवाबों के कुछ अंश:

बीजेपी को बताया नकलची

अमित मित्रा ने कहा, "30 दिसबंर, 2016 को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ‘स्वास्थ्य साथी’ नाम से एक योजना शुरू की जिसमें 1.5 करोड़ परिवारों अर्थात 7.5 करोड़ लोगों को कवर किया किया। योजना करोड़ों लोगों की चिकित्सा जरुरतों और उपचार का ध्यान में रखते हुए शुरू की गई। योजना में 5 लाख रुपए तक के स्वास्थ्य लाभ के साथ 1,518 हॉस्पिटलों को शामिल किया गया।

इसके लगभग दो साल बाद अचानक आयुष्मान भारत योजना के बारे में सुना। ये नकल करने की एक घटिया कोशिश थी। हमारी उपलब्धियां रिकॉर्ड में हैं। नकल के स्वामी। आपके अपनी कोई विचार नहीं हैं?"

अमित शाह को बताया झूठा प्रवचन देने वाला

मित्रा ने आगे कहा, " गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पीडीएस के जरिए 7.66 करोड़ लोगों की मदद की जा रही है। सच क्या है? ये 6.01 करोड़ हैं। संख्या क्यों बढ़ाई गई? झूठ-झूठ। हमारी सरकार बंगाल में तीन महीने के लिए 4.09 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज दे रही है और छह महीने तक ऐसा करेगी। आप भूल गए? आपको लगता है… लोग भूल जाएंगे?

जब साल 2011 में टीएमसी सत्ता में आई तब बिजली के 75 लाख उपभोक्ता थे। अब ये संख्या 2 करोड़ पहुंच चुकी है और इसमें बिजली का इस्तेमाल कर रहे घरों की संख्या 1.95 करोड़ है। इसके अलावा बंगाल शायद एकमात्र राज्य हैं जिसके पास अतिरिक्त बिजली है और कोई बिजली कटौती नहीं होती है। साल 2011 से इस सेक्टर में केंद्र की तरफ से 5,800 करोड़ रुपए की राशि मिली जबकि राज्य सरकार ने इस दौरान 27,500 करोड़ का निवेश किया।"

अर्थव्यवस्था की स्थिति को लेकर मोदी सरकार पर साधा निशाना

पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री अमित मित्रा ने मोदी सरकार पर अर्थव्यवस्था को लेकर हमला बोलते हुए कहा, "साल 2018 में नोटबंदी और बिना तैयारी के जीएसटी लागू करने की वजह से 2 करोड़ नौकरियां चली गईं। ये आंकड़ा सीएमआईई के मुताबिक है। अब लगातार सात तिमाहियों में जीडीपी की वृद्धि में गिरावट आई है। ये कोविड से पहले के आंकड़े हैं। साल 2018 में बेरोजगारी दर 45 सालों के रिकॉर्ड निचले स्तर पर थी।"

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