अयोध्या फैसला: संतुष्ट नहीं मुस्लिम पक्ष, हिंदू पक्ष ने फैसले को बताया ऐतिहासिक, जानें किसने क्या कहा

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मुस्लिम पक्ष के वकील जफरयाब जिलानी ने कहा, “यह किसी की जीत या हार नहीं है। लेकिन कोर्ट का फैसला हमारी उम्मीदों के अनुरूप नही रहा। हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर पुनर्विचार याचिका दाखिल करने पर विचार करेंगे।”

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

अयोध्या राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवादित जमीन मामले में सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को फैसला सुना दिया। कोर्ट के फैसले के बाद मुस्लिम पक्ष के वकील जफरयाब जिलानी ने कहा कि वे सुप्रीम कोर्ट के फैसले संतुष्ट नहीं हैं और फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग करेंगे।

शनिवार को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान जिलानी ने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं। देश के लोगों से शान्ति और सौहार्द की अपील करते हुए सभी लोग शान्ति और कानून व्यवस्था बनाएं रखे और किसी भी समुदाय की तरफ से किसी भी तरह का प्रदर्शन नहीं किया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा, “यह किसी की जीत या हार नहीं है। लेकिन कोर्ट का फैसला हमारी उम्मीदों के अनुरूप नही रहा। जिलानी ने आगे कहा कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की कार्यकारी बोर्ड की बैठक के बाद फैसला लिया जाएगा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर पुनर्विचार याचिका दाखिल की जाए या नहीं।”


वहीं दूसरी तरफ बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जो भी फैसला दिया है, सही दिया है। उन्होंने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अब देखना होगा मस्जिद के लिए सरकार कहां जमीन देती है।

कोर्ट के फैसले के बाद हिंदू महासभा के वकील वरुण कुमार सिन्हा ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक फैसला है। इस फैसले के साथ सुप्रीम कोर्ट ने विविधता में एकता का संदेश दिया है


सुप्रीम कोर्ट के फैसले को किसी की हार या जीत के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए: पीएम मोदी

अयोध्या भूमि विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद पीएम मोदी ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “देश के सर्वोच्च न्यायालय ने अयोध्या पर अपना फैसला सुना दिया है। इस फैसले को किसी की हार या जीत के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।”

पीएम ने आगे कहा, “रामभक्ति हो या रहीमभक्ति, ये समय हम सभी के लिए भारतभक्ति की भावना को सशक्त करने का है। देशवासियों से मेरी अपील है कि शांति, सद्भाव और एकता बनाए रखें।”

अयोध्या भूमि विवाद पर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस से बात करते हुए कहा, “सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ चुका है, हम राम मंदिर के निर्माण के पक्ष में हैं। इस फैसले ने न केवल मंदिर के निर्माण के लिए दरवाजे खोले, बल्कि इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने वाली बीजेपी और अन्य लोगों के लिए दरवाजे भी बंद कर दिए।”


अयोध्या भूमि विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने कहा, “सभी को फैसला मंजूर करना चाहिए। देश भर में शांति होनी चाहिए। राम सभी के हैं, किसी समुदाय विशेष के नहीं हैं। अब राम मंदिर के निर्माण पर ध्‍यान देना चाहिए।”

हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं: सीएम केजरीवाल

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा, “सभी पक्षों की दलीलें सुनने के बाद SC की बेंच के पाँचों जजों ने एकमत से आज अपना निर्णय दिया। हम SC के फ़ैसले का स्वागत करते हैं। कई दशकों के विवाद पर आज SC ने निर्णय दिया। वर्षों पुराना विवाद आज ख़त्म हुआ। मेरी सभी लोगों से अपील है कि शांति एवं सौहार्द बनाए रखें”


कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हुए कहा, “अयोध्या मुद्दे पर भारत की सर्वोच्च अदालत ने फैसला दिया है। सभी पक्षों, समुदायों और नागरिकों को इस फैसले का सम्मान करते हुए हमारी सदियों से चली आ रही मेलजोल की संस्कृति को बनाए रखना चाहिए। हम सबको एक होकर आपसी सौहार्द और भाईचारे को मजबूत करना होगा।”

आरएसएस ने आयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को ऐतिहासिक बताया है। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा, “हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं। यह मामला दशकों से चल रहा था और यह सही निष्कर्ष पर पहुंच गया है। इसे जीत या हार के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। हम समाज में शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए सभी के प्रयासों का भी स्वागत करते हैं।”

मोहन भागवत ने कहा कि सभी को मिलजुलकर मंदिर का निर्माण करना है। उन्होंने कहा कि हमें विवाद को खत्म करना है।


कोर्ट का फैसला आने के बाद श्री श्री रवि शंकर ने कहा,“यह एक ऐतिहासिक फैसला है, मैं इसका स्वागत करता हूं। यह मामला लंबे समय से चल रहा था और आखिरकार यह एक निष्कर्ष पर पहुंच गया है। समाज में शांति और सद्भाव बनाए रखा जाना चाहिए।”

योग गुरु रामदेव ने अयोध्या पर आए फैसले को लेकर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को ऐतिहासिक बताया और सभी से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने लोगों से कहा कि देश में माहौल खराब न होने दें। योग गुरु ने कहा कि इस फैसले के बाद अब अयोध्या में भव्य मंदिर बनेगा। उन्होंने यह भी कहा कि मस्जिद निर्माण में हिंदुओं को भी आगे आना चाहिए।


कोर्ट के फैसले पर यूपी की सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, “यह भारतीय चिरंतन मूल्य,सह-जीवन, सह-अस्तित्व,सहयोग और सहकार की भावना का परीक्षा काल है। सम्पूर्ण विश्व की दृष्टि भारत की तरफ है। आइये,प्रभु श्री राम के धैर्य और मर्यादा का अनुसरण करते हुए शांति,सद्भाव और समरसता को दृढ़ता प्रदान कर अपने आचरण से विश्व को प्रभु श्री राम का संदेश दें।”

अयोध्या फैसले पर राहुल गांधी ने कहा, “ सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मुद्दे पर अपना फैसला सुना दिया है। कोर्ट के इस फैसले का सम्मान करते हुए हम सब को आपसी सद्भाव बनाए रखना है। ये वक्त हम सभी भारतीयों के बीच बन्धुत्व, विश्वास और प्रेम का है।”


शिया धर्म गुरु कल्बे जव्वाद ने कहा, “हम विनम्रतापूर्वक सुप्रीम कोर्ट के फैसले को स्वीकार करते हैं, मैं अल्लाह का शुक्रगुजार हूं कि मुसलमानों ने और बड़े लोगों ने इस फैसले को स्वीकार किया और विवाद अब समाप्त हो गया है। हालांकि इसकी उनकी (मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड) समीक्षा याचिका दायर करने का अधिकार है, मुझे लगता है कि मामला अभी समाप्त होना चाहिए।”

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