‘सुशासन बाबू’ के राज में एक और मर्डर, नालंदा में आरजेडी नेता की गोली मारकर हत्या, भीड़ ने आरोपी के घर को फूंका

बिहार के नालंदा में हत्या पर पुलिस ने कहा कि आरजेडी नेता की आरोपी से आपसी दुश्मनी थी। अधिकारी ने बताया कि केस दर्ज कर पूरे मामले की जांच की जा रही है। उधर, घटना के बाद से स्थानीय लोगों में गुस्सा है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

‘सुशासन बाबू’ कहे जाने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार में राज में अराजकता का आलम बरकरार है। एक बर फिर नालंदा में बवाल हुआ है। यहां के दीपनगर पुलिस थाना इलाके में मंगलवार को आरजेडी के एक स्थानीय नेता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद स्थानीय लोग भड़क गए और आरोपी के घर को आग के हवाले कर दिया। घटना के बाद इलाके में तनाव है। इस पर एसडीओपी का बयान आया है। उन्हेंने कहा कि स्थानीय आरजेडी नेता की आरोपी से आपसी दुश्मनी थी। अधिकारी ने बताया कि केस दर्ज कर पूरे मामले की जांच की जा रही है।

आरजेडी नेता की हत्या से गुस्साई भीड़ ने बुधवार को आरोपी के बेटे की पिटाई कर दी। आरोपी के बेटे को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई है।

पिछले कई महीनों से बिहार में आपराधिक घटनाएं बढ़ गई हैं। लगातार राज्य से हत्या के मामले सामने आ रहे हैं। इससे पहले भी नालंदा में हत्या की कई घटनाएं सामने आ चुकी है। बीते साल 28 अक्टूबर को नालंदा के बागन बिगहा में पीएमएस कॉलेज के प्रोफेसर अरविंद कुमार की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। सबुह प्रोफेसर टहलने के लिए निकले थे। इसी दौरान बदमाशों ने उन्हें एलीट होटल के पास गोली मार दी थी, जिसमें उनकी मौत हो गई थी।

बीते साल दिसंबर के महीने के आखिरी हफ्ते में वैशाली जिले में एक के बाद एक तीन लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वैशाली के जंदाहा थाना क्षेत्र में 27 दिसंबर को बदमाशों ने पूर्व सरपंच की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस घटना में व्यवसायी के चाचा भी घायल हो गए थे।

वैशाली में ही 20 दिसंबर को पटना के बड़े कारोबारी गुंजन खेमका की हत्या हुई थी। वहीं 25 दिसंबर की रात पटना के ट्रांसपोर्टर दीनानाथ की भी बदमाशों ने हाजीपुर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। लगातार हो रही इन आपराधिक घटनाओं से राज्य के लोगों में दहशत का माहौल है। विपक्ष नीतीश सरकार पर सवाल खड़े करने के साथ आपराधिक घटनाओं पर लगाम लगाने की मांग कर रहा है, लेकिन आराधिक घटनाओं पर फिलहाल लगाम लगता दिखाई नहीं दे रहा है।

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Published: 02 Jan 2019, 11:57 AM