बिलकिस बानो केस: पूरे परिवार का कत्ल फिर गैंगरेप, अब जेल से रिहा हुए सारे रेपिस्ट, गुजरात सरकार ने दी माफी

गुजरात सरकार ने एक चौंकाने वाले फैसले में गुजरात में गोधरा कांड के दौरान बिलकिस बानो गैंगरेप केस में दोषी सभी 11 सजायाफ्ता कैदियों को रिहा कर दिया। सोमवार को ये लोग गोधरा उप जेल से बाहर निकल आए।

फोटो: सोशल मीडिया
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रवि प्रकाश @raviprakash24

पीएम नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को आजादी के 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लालकिले के प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए नारी सम्मान की बात कही। ठीक उसी दिन उनकी ही पार्टी की गुजरात सरकार ने एक चौंकाने वाले फैसले में गुजरात में गोधरा कांड के दौरान बिलकिस बानो गैंगरेप केस में दोषी सभी 11 सजायाफ्ता कैदियों को रिहा कर दिया। सोमवार को ये लोग गोधरा उप जेल से बाहर निकल आए। गुजरात सरकार ने अपनी माफी नीति के तहत रिहा करने की अनुमति दी थी।

पूरे परिवार का कत्ल फिर गैंगरेप

बता दें कि गुजरात में 2002 गोधरा कांड हुआ था। 3 मार्च 2002 को दाहोद जिले के रंधिकपुर गांव में बिलकिस बानो के साथ गैंगरेप हुआ था और उसके परिवार के सात सदस्यों की हत्या कर दी गई थी। जब वारदात को अंजाम दिया गया था, तब बिलकिस बानो पांच महीने की गर्भवती थी। घटना में राधेश्याम शाही, जसवंत चतुरभाई नाई, केशुभाई वदानिया, बकाभाई वदानिया, राजीवभाई सोनी, रमेशभाई चौहान, शैलेशभाई भट्ट, बिपिन चंद्र जोशी, गोविंदभाई नाई, मितेश भट्ट और प्रदीप मोढिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई। आरोपियों को 2004 में गिरफ्तार किया गया था।


11 दोषियों को हुई उम्र कैद की सजा

पहले यह मामला अहमदाबाद के एक कोर्ट में चला। लेकिन बिलकिस बानो की आशंका के बाद इस केश को मुंबई ट्रांसफर कर दिया गया। कई सालों की सुनवाई के बाद 21 जनवरी, 2008 को मुंबई की एक विशेष सीबीआई अदालत ने 11 आरोपियों को दोषी पाया। सभी दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। दोषियों ने इस फैसले के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट में अपील भी की, लेकिन बॉम्बे हाईकोर्ट ने उनकी सजा को बरकरार रखा। अब गुजरात सरकार ने उन्हें अपनी माफी नीति के तहत रिहा कर दिया है।

गुजरात सरकार के फैसले पर सवाल?

गुजरात सरकार के इस फैसले पर राजनीतिक दल, पत्रकार और समाजिक कार्यकर्ता सवाल उठा रहे हैं। कई लोगों ने इस फैसले को पीएम मोदी के नारी सम्मान वाले भाषण से भी जोड़ते हुए पीएम मोदी और बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भी गुजरात सरकार के इस फैसले को लेकर पीएम मोदी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा की पीएम मोदी ने लालकिले के प्राचीर से बड़ी-बड़ी बातें कि लेकिन उसके कुछ घंटे बाद ही गुजरात सरकार ने ऐसा फैसला लिया जो अब तक कभी नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि रेप को दोषियों को गुजरात सरकार रिहा कर देती है जो काफी हैरान करने वाला फैसला है। उन्होंने आगे कहा कि इतना ही नहीं ऐसे लोग जो रेप और हत्या के दोषी हैं, उनकी आरती उतारी जा रही है, तिलक किया जा रहा है। उन्होंने पूछा कि क्या यही अमृत महोत्सव? पवन खेड़ा ने कहा कि पीएम मोदी की कथनी और करनी में यही अंतर है।


‘पीपुल अगेंस्ट रेप इन इंडिया’ की प्रमुख योगिता भयाना ने सवाल किए, “क्या यह खुलेआम बलात्कारियों का समर्थन नहीं है? क्या ऐसे फैसलों से बलात्कारियों के हौंसले बुलंद नहीं होंगे?” उन्होंने आगे कहा, “गुजरात में 2002 में गर्भवती बिल्किस बानो, उनके परिवार की महिलाओं का गैंगरेप किया, 7 लोगों का कत्ल किया गया, इनकी आजीवन कारावास सजा माफ करके आज इन्हें स्वतंत्रता दे दी गई।”

पत्रकार श्याम मीरा सिंह ने ट्वीट कर कहा, “गुजरात सरकार के फैसले पर गुजरात दंगों में बिलक़िस बानो के परिवार के 7 लोगों की हत्या की गई। बिलक़िस बानो के साथ सामूहिक रेप किया गया। 2008 में कोर्ट ने 11 आरोपियों को दोषी पाया और उम्र क़ैद की सजा सुनाई। आज मोदी की गुजरात सरकार ने उन 11 आरोपियों को रिहा कर दिया है।" उन्होंने तंज कसते हुए आगे लिखा, "आज ही मोदी जी लाल क़िले से कुछ बोले थे।“


एक और पत्रकार पुनीत कुमार सिंह ने लिखा, “बिलकिस बानो भी महिला थी मोदी जी, अदालत के फैसले को आपकी सरकार ने पलट दिया है, आज ही ज्ञान देकर भूल गए आप!”

नारी का सम्मान हर हाल में जरूरी: पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को लाला किले से देश को संबोधित करते हुए कहा, हममें विकृति आई है। हम नारी का सम्मान नहीं करते हैं। हमारी बोलचाल में हम नारी का अपमान करते हैं। उन्होंने कहा, हम स्वभाव में, संस्कार में, रोजमर्रा की जिंदगी में क्या नारी का सम्मान करने का संकल्प ले सकते हैं? उन्होंने कहा, नारी का गौरव, राष्ट्र के सपने पूरे करने में बहुत बड़ी पूंजी बनने वाला है। इसलिए नारी का हर हाल में सम्मान जरूरी है। उन्होंने कहा, हम जिनते अवसर हमारी बेटियों को देंगे, जितनी सुविधाएं देंगे, वे हमें बहुत कुछ लौटाकर देंगे। हमारे सपनों में नारी की मेहनत लग जाएगी, जो हमारी मेहनत कम हो जाएगी।

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Published: 16 Aug 2022, 1:22 PM