बीजेपी सरकार ने जानबूझकर करायी संभल की घटना, यह बहुत षडयंत्रकारी पार्टी है, अखिलेश यादव का आरोप
यादव ने आरोप लगाया, ''बीजेपी सरकार फर्जी खबरों को बढ़ावा देती है। अपने राजनीतिक लाभ के लिए दूसरों की छवि खराब करने का अभियान चलाती है। बीजेपी बहुत षडयंत्रकारी पार्टी है। यह किसी की सगी नहीं है।"

समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर पिछले महीने संभल में जानबूझकर हिंसा कराने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को उसे 'षड्यंत्रकारी' पार्टी करार दिया।
यादव ने यहां पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा, ''बीजेपी सरकार और इसके मुख्यमंत्री का कोई विजन नहीं है। बीजेपी लोकतांत्रिक व्यवस्था को नष्ट कर रही है। सत्ता का दुरुपयोग करती है। अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए प्रशासन का इस्तेमाल करती है।''
उन्होंने कहा, ''संभल की घटना बीजेपी सरकार ने जानबूझकर करायी है। संभल में प्रशासन ने निर्दोष लोगों की जान ले ली। प्रशासन और अधिकारी दबाव में काम कर रहे है।''
संभल में पिछले महीने 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा में चार लोगों की मौत हो गयी थी तथा अनेक अन्य घायल हो गये थे। इस मामले में संभल से सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क पर लोगों को हिंसा के लिये उकसाने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। बर्क के खिलाफ बिजली चोरी का मुकदमा भी दर्ज किया गया है।
यादव ने आरोप लगाया, ''बीजेपी सरकार फर्जी खबरों को बढ़ावा देती है। अपने राजनीतिक लाभ के लिए दूसरों की छवि खराब करने का अभियान चलाती है। बीजेपी बहुत षडयंत्रकारी पार्टी है। यह किसी की सगी नहीं है। इस की हर रणनीति चालाकी भरी रहती है, मौका मिलते ही अपना रंग दिखाती है।''
उन्होंने कहा, ''बीजेपी नकारात्मक राजनीति करती है। विपक्षी नेताओं की छवि खराब करने के लिए साजिश और षड्यंत्र रचती है।''
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ''इस सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य व्यवस्था को खराब कर दिया है। कानून व्यवस्था ध्वस्त है। कहने के लिए डबल इंजन की सरकार है लेकिन बीजेपी सरकार की कोई उपलब्धि नहीं है। महंगाई, बेरोजगारी चरम पर है। किसान, नौजवान, गरीब, मध्यम वर्ग सब परेशान हैं। साल 2027 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी का सत्ता से बाहर जाना और समाजवादी पार्टी की सरकार बनना तय है।''
यादव ने महाकुंभ की तैयारियों को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ''इस बार कुंभ का पहला स्नान 13 जनवरी 2025 को है लेकिन अभी तैयारी पूरी नहीं हो पायी है। असुविधा और अव्यवस्था की भरमार है। महाकुंभ जैसे पवित्र आयोजन के साथ भी बीजेपी सरकार खिलवाड़ कर रही है। इस सरकार का फोकस महाकुंभ में श्रद्धालुओं के लिए सुविधा और सहूलियत मुहैया कराने के बजाय अपने प्रचार पर है।''
उन्होंने कहा, ''महाकुंभ में आने वाला हर श्रद्धालु बराबर होता है। बीजेपी इसमें भी खास और आम बनाकर भेदभाव कर सामाजिक दूरी बनाने से बाज नहीं आ रही है।''
यादव ने कहा, ''वर्ष 2013 में समाजवादी पार्टी की सरकार में महाकुंभ का सफल आयोजन किया गया था। समाजवादी सरकार में हुए महाकुंभ की देश के साथ विदेश में भी सराहना हुई थी।''
पीटीआई के इनपुट के साथ
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