राज्यसभा में सबसे बड़ी पार्टी तो बनी बीजेपी, लेकिन बहुमत से अब भी बहुत दूर है एनडीए

शुक्रवार को आए राज्यसभा चुनाव के नतीजों के बाद बीजेपी भले ही राज्यसभा में सबसे ज्यादा सीटों के साथ नंबर एक पार्टी बन गई है। लेकिन उसकी अगुवाई वाला एनडीए अब भी बहुमत के आंकड़े से काफी दूर है।

फोटो : सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

अपनी स्थापना के 38 साल बाद बीजेपी इतिहास में पहली बार राज्यसभा में सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। शुक्रवार को हुए चुनाव में उसे 15 सीटों का फायदा हुआ और उसके सदस्यों की संख्या 69 हो गई। इस जीत और नए माइलस्टोन के बावजूद बीजेपी की अगुवाई एनडीए बहुमत से बहुत दूर है। 245 सदस्यों वाली राज्यसभा में बहुमत के लिए 126 सदस्य चाहिए, जो एनडीए के लिए अभी भी दूर का सपना है।

शुक्रवार को सात राज्यों में राज्यसभा की 26 सीटों के लिए वोटिंग हुई जिसमें बीजेपी को सबसे ज्यादा 12 सीटें हासिल हुईं। जबकि कांग्रेस को पांच, तृणमूल कांग्रेस को चार, जीडीयू (शरद गुट) को एक और तेलंगाना राष्ट्र समिति को तीन सीटें मिलीं।

वैसे इस बार 17 राज्यों से राज्यसभा की 59 सीटें खाली होनी हैं। इनमें से 10 राज्यों में 33 सीटों पर उम्मीदवार निर्विरोध चुन लिए गए। इनमें बीजेपी के 16 उम्मीदवार थे। इस तरह कुल 59 खाली सीटों में से बीजेपी को 28 सीटें मिलीं। जबकि कांग्रेस को 10, बीजेडी को 3, टीडीपी, आरजेडी और जेडीयू को 2-2 और वाइएसआर कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना को एक-एक सीट हासिल हुई।

बहुमत से अब भी दूर है एनडीए

शुक्रवार को राज्यसभा चुनाव नतीजें आने के बाद राज्यसभा की जो नई तस्वीर उभरकर सामने आई है, उसके मुताबिक एनडीए के पास अब 87 सीटें, यूपीए के पास 57 और अन्य के पास 100 सीटें रहेंगी।

उत्तर प्रदेश की 10वीं सीट को लेकर रहा रोमांच

उत्तर प्रदेश की 10वीं सीट पर जीत किसी के लिए भी आसान नहीं मानी जा रही थी। लेकिन बीजेपी की जोड़तोड़ और राजनीतिक समीकरण से उसके अनिल अग्रवाल बीएसपी के बी आर अंबेडकर को हराने में कामयाब रहे। उत्तर प्रदेश के राज्यसभा चुनाव में खास बात यह रही कि वहां खुलकर क्रॉस वोटिंग हुई। बीजेपी के अनिल अग्रवाल की जीत में सबसे बड़ा कारक बीएसपी के अनिल सिंह और एसपी के बागी विधायक नितिन अग्रवाल की क्रॉस वोटिंग रही। इसके अलावा दो प्रभावशाली ब्राह्मणों का वोट हासिल करने में भी बीजेपी कामयाब रही। यह थे निषाद पार्टी के विजय मिश्रा और विवादित निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी।

लेकिन गुजरात में लगा बीजेपी को झटका

बीजेपी को महाराष्ट्र में फायदा हुआ, यहां उसने 6 में से 3 सीटें जीतीं और उसे 2 सीटों का फायदा हुआ। वहीं राजस्थान में बीजेपी ने सभी 3 सीटें जीत ली और उसे 2 सीटों का फायदा हुआ। उत्तराखंड और हरियाणा में भी उसे एक-एक सीट मिली। लेकिन गुजरात में उसके हाथ से 2 सीटें निकल गईं। यहां कांग्रेस को पिछले विधानसभा चुनाव नतीजों का फायदा हुआ। बीजेपी को यहां 4 में से 2 सीटें ही मिलीं। इसी तरह बिहार में भी बीजेपी के हाथ से एक सीट निकल गई।

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