हिमाचल में पर्यटन क्षेत्र को नुकसान पहुंचा रही केंद्र सरकार, सार्वजनिक संपत्ति को "मित्रों" को सौंप रहे मोदी: प्रियंका

प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए गांधी ने कहा, "मोदी जी हिमाचल को अपना दूसरा घर कहते हैं, लेकिन उन्होंने न तो राज्य को कोई विशेष पैकेज दिया और न ही उन्होंने अब तक के सबसे खराब मानसून को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया।"

हिमाचल प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र को नुकसान पहुंचा रही BJP नीत केंद्र सरकार: प्रियंका गांधी
हिमाचल प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र को नुकसान पहुंचा रही BJP नीत केंद्र सरकार: प्रियंका गांधी
user

नवजीवन डेस्क

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने बुधवार को बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर हिमाचल प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र समेत लघु और मध्यम उद्योगों को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया।

उन्होंने दावा किया कि नोटबंदी और माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के कार्यान्वयन से राज्य के पर्यटन उद्योग पर असर पड़ा है। गांधी ने कहा कि अगर कांग्रेस लोकसभा चुनाव जीतकर सत्ता में आई तो वह लघु और मध्यम व्यवसायों पर ध्यान केंद्रित करते हुए इस क्षेत्र को मजबूत करेगी।

कुल्लू में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर बंदरगाहों, हवाई अड्डों और कोयला खदानों जैसी देश की सार्वजनिक संपत्ति को "अपने उद्योगपति मित्रों" को सौंपने का आरोप लगाया।

कांग्रेस महासचिव ने आरोप लगाया, ‘‘आज हिमाचल प्रदेश में भी अधिकतम कोल्ड स्टोर अडाणी के स्वामित्व में हैं, जो सेब की कीमत और सेब उत्पादकों का भाग्य तय करते हैं।’’

इसके अलावा, गांधी ने दावा किया कि अमेरिका से आने वाले सेबों पर आयात शुल्क कम कर दिया गया है, जबकि स्थानीय उत्पादकों को कृषि उपकरणों और औजारों पर लगाया गया जीएसटी चुकाना पड़ रहा है।


उन्होंने कहा कि इस कारण, राज्य के सेब उत्पादक अमेरिका से आयातित सेबों से प्रभावित हो रहे हैं, जिनकी बाजारों में भरमार है।

उन्होंने आरोप लगाया कि अब “कोविड टीकों के कारण लोग मर रहे हैं” जबकि बीजेपी ने टीके बनाने वालों से 52 करोड़ रुपये का चंदा लिया था।

उन्होंने कहा कि 55 साल तक सत्ता में रहने के बावजूद कांग्रेस सबसे अमीर पार्टी नहीं बन सकी, लेकिन बीजेपी सिर्फ 10 साल में दुनिया की सबसे अमीर पार्टी बन गई है।

मंडी लोकसभा सीट से पार्टी के उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह के लिए प्रचार करते हुए उन्होंने कहा कि अगर ‘इंडिया’ गठबंधन की सरकार बनी तो राज्य की गरीब महिलाओं को हर महीने 10 हजार रुपये- लोकसभा चुनाव के घोषणापत्र में घोषित 8,500 रुपये और हिमाचल प्रदेश में पार्टी की सरकार के वादे के अनुसार 1,500 रुपये- मिलेंगे।

राज्य की सभी चार लोकसभा सीट के लिए मतदान अंतिम चरण में एक जून को होगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सुंदर राज्य है और "सुसंस्कृत राजनीति का प्रतीक" है। उन्होंने राज्य के लोगों से देश की राजनीति को सही दिशा में ले जाने का आग्रह किया।


प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए गांधी ने कहा, "मोदी जी हिमाचल को अपना दूसरा घर कहते हैं, लेकिन उन्होंने न तो राज्य को कोई विशेष पैकेज दिया और न ही उन्होंने अब तक के सबसे खराब मानसून को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया।"

उन्होंने कहा कि इसके बजाय उन्होंने राज्य में लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई कांग्रेस सरकार को गिराने का हर संभव प्रयास किया।

गांधी कांग्रेस के उन छह विधायकों के विद्रोह के बाद उपजे राजनीतिक संकट का जिक्र कर रही थीं, जिन्होंने राज्यसभा चुनाव में बीजेपी के पक्ष में मतदान किया था और बाद में बीजेपी में शामिल हो गए थे। वे अब बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर विधानसभा उपचुनाव लड़ रहे हैं।

उन्होंने कहा, "पिछले वर्ष राज्य में आई सबसे भीषण मानसूनी आपदा के दौरान लोगों ने कांग्रेस और बीजेपी के बीच के अंतर देखा, जब कांग्रेस का हर नेता और कार्यकर्ता जमीन पर था, जबकि बीजेपी कहीं नजर नहीं आई थी।"


कांग्रेस नेता ने यह दावा भी किया कि जब हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने पुरानी पेंशन योजना बहाल करने का प्रयास किया तो बीजेपी नीत केंद्र सरकार ने इसे असफल बनाने के लिए राष्ट्रीय पेंशन योजना के तहत जमा धनराशि जारी नहीं की।

उन्होंने अग्निपथ योजना के लिए भी बीजेपी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि इससे बेरोजगारी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी "पिछले 45 वर्षों में सबसे अधिक है और 70 करोड़ युवा नौकरी की प्रतीक्षा कर रहे हैं।"

इसके बाद कांग्रेस नेता ने मंडी के सुंदरनगर में एक सभा को संबोधित किया जहां उन्होंने महिलाओं के कल्याण को लेकर बड़े-बड़े दावों के लिए बीजेपी पर निशाना साधा और कहा कि वह उन लोगों का पक्ष ले रही है जिन्होंने महिलाओं का उत्पीड़न और शोषण किया है।


मंडी लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि बीजेपी उम्मीदवार कंगना रनौत एक "पैराशूट उम्मीदवार" हैं।

सिंह ने कहा कि रनौत को राज्य के बारे में कोई जानकारी नहीं है, इससे उनका कोई जुड़ाव नहीं है और पिछले साल बाढ़ के दौरान भी वह अनुपस्थित रही थीं।

उन्होंने कहा कि ब्यास नदी का तटीकरण, पर्यटन को बढ़ावा देना, मंडी को स्मार्ट सिटी बनाना उनकी मुख्य प्राथमिकताएं हैं और वह सेब पर आयात शुल्क बढ़ाने का मुद्दा केंद्र में उठाएंगे।

सिंह ने यह भी दावा किया कि हिमाचल प्रदेश उनके पिता पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के कार्यकाल में धर्मांतरण विरोधी कानून लाने वाला पहला राज्य था। उन्होंने कहा, "हमें बीजेपी से हिंदुत्व का प्रमाण पत्र नहीं चाहिए।”

सिंह ने अपने भाषण का समापन "कुल्लू की जनता को जय श्री राम" के नारे से किया।

पीटीआई के इनपुट के साथ

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia