लखनऊः वाजपेयी की अस्थि कलश यात्रा में बीजेपी विधायक और समर्थकों ने किया पुलिस पर हमला, भगोड़े आरोपी को छुड़ाया

लखनऊ में गुरूवार को अटल अस्थि कलश यात्रा में शामिल बीजेपी विधायक और कार्यकर्ताओं ने एक पुलिस चौकी पर हमला बोल दिया और एक दारोगा के साथ धक्कामुक्की और मारपीट भी की। इतना ही नहीं बीजेपी नेता और कार्यकर्ता पुलिस हिरासत से एक भगोड़े आरोपी को भी छुड़ा ले गए।

फोटोः सोशल मीडिया
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सुनीता शाही

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थि कलश यात्रा देश के हर हिस्से में निकाली जा रही है। कई जगह यह यात्रा हंगामे में बदल रही हैं। 23 अगस्त को लखनऊ में अटल कलश यात्रा निकाली गई। इस यात्रा में शामिल हुए बीजेपी कार्यकर्ताओं ने न सिर्फ एक पुलिस चौकी पर हमला बोल दिया बल्कि दारोगा के साथ धक्कामुक्की और मारपीट भी की। इतना ही नहीं बीजेपी नेता और कार्यकर्ता पुलिस की गिरफ्त से एक भगोड़े आरोपी को भी छुड़ा ले गए।

दरअसल, पुलिस दारोगा अभय कुमार सिंह को खबर मिली थी कि एक भगोड़ा आरोपी भी अस्थि कलश यात्रा में शामिल है। इस आरोपी का नाम प्रशांत मिश्रा है और वह लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति एस पी सिंह और दूसरे प्रोफेसरों के साथ मारपीट का आरोपी है। उसके खिलाफ अभी 14 अगस्त को ही एक स्थानीय अदालत ने वारंट जारी किया था। दारोगा अभय सिंह दो कांस्टेबल के साथ यात्रा में पहुंचे और प्रशांत को धर दबोचा और उसे अपने साथ पुलिस थाने चलने को कहा। इस पर वहां हंगामा खड़ा हो गया। बक्शी का तालाब से बीजेपी विधायक अविनाश त्रिवेदी अपने समर्थकों के साथ पुलिस वालों पर टूट पड़े और प्रशांत मिश्रा को छुड़ाकर अपने साथ ले गए।

इस पूरे हंगामे और आरोपी को पुलिस से छुड़ाने की बात को बीजेपी और पुलिस दोनों ही छिपा रही हैं। लेकिन शुक्रवार को एक वीडियो सामने आया जिसमें साफ नजर आता है कि किस तरह विधायक पुलिस वालों पर हमला कर रहे हैं। पुलिस मुख्यालय में तैनात एक पुलिस अधिकारी ने इस मामले पर कहा, “हम जानते हैं कि अगर हम इस मामले को उठाते हैं तो दरोगा अभय सिंह को किसी न किसी तरह से सजा दी जाएगी। इसीलिए हम किसी विवाद में नहीं फंसना चाहते। यहां तक कि हमारे बड़े अधिकारी भी कह रहे हैं कि अभय सिंह ने अस्थि विसर्जन होने तक इंतजार क्यों नहीं किया।” इस पूरी घटना पर गोमती पार इलाके के एएसपी हरेंद्र कुमार ने कहा कि हम जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं और इसके बाद ही कोई कार्रवाई की जाएगी।

गौरतलब है कि इसी मंगलवार को हजरतगंज थाने के इंस्पेक्टर आनंद शाही को सक्रिय पुलिस ड्यूटी से सिर्फ इसलिए हटा दिया गया क्योंकि उन्होंने पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू का पुतला फूंकने के दौरान सड़क पर जाम लगाने वाले भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं पर हलका बल प्रयोग किया था। इस मामले में एक दारोगा जख्मी भी हुआ था।

वहीं दूसरी ओर अटल कलश यात्रा की वजह से गुरूवार को लखनऊ का आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ। इस यात्रा की वजह से लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट से लेकर झूलेलाल पार्क तक की 16 किमी पर करीब 6 घंटों के लिए भारी ट्रैफिक जाम लग गया। इस यात्रा के लिए जिला प्रशासन ने स्कूल-कॉलेजों समेत व्यापारियों को अपनी दुकानें बंद रखने का आदेश दिया था। सुबह में कुछ प्राइवेट स्कूल खुले भी तो सीएम योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के नेतृत्व में अटल कलश यात्रा शुरू होने से पहले 11 बजे तक प्रशासन ने उन्हें बंद करा दिया।

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