उत्तर प्रदेश की आठ लोकसभा सीट पर पहले चरण के चुनाव के लिए प्रचार समाप्त, 19 अप्रैल को डाले जाएंगे वोट
राज्य में बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए), विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के बीच त्रिकोणीय मुकाबले के लिए मंच तैयार है।
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उत्तर प्रदेश के आठ लोकसभा क्षेत्रों में 19 अप्रैल को होने वाले पहले चरण के मतदान के लिए प्रचार कार्य बुधवार शाम छह बजे समाप्त हो गया।
पहले चरण में 19 अप्रैल को जिन लोकसभा सीट पर मतदान होना है उनमें राज्य के पश्चिमी क्षेत्र की सहारनपुर, बिजनौर, कैराना, मुजफ्फरनगर, नगीना, मुरादाबाद, रामपुर और पीलीभीत सीट शामिल हैं। इस चरण के लिये हुए चुनाव प्रचार में सभी पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत लगायी। प्रचार की शुरुआत सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने की। बाद में विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया)’ के नेताओं ने भी प्रचार में जोर लगाया।
राज्य में बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए), विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के बीच त्रिकोणीय मुकाबले के लिए मंच तैयार है।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा के अनुसार इन आठ लोकसभा क्षेत्रों में मतदान समाप्ति से 48 घंटे पहले यानी 17 अप्रैल की शाम छह बजे से राजनीतिक दलों और उनके उम्मीदवारों द्वारा किसी भी प्रकार की चुनाव प्रचार संबंधी गतिविधियों और प्रचार पर प्रतिबंध रहेगा।
उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार की अवधि समाप्त होने के बाद सभी राजनीतिक दलों के बाहरी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की मौजूदगी पर भी प्रतिबंधित रहेगी।
इस चरण के मतदान में विभिन्न दलों से कुल 80 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें 73 पुरुष और सात महिलाएं हैं।
निर्वाचन आयोग के मुताबिक पहले चरण में कुल 1.43 करोड़ मतदाता हैं। मुरादाबाद से 12, कैराना से 14, मुजफ्फरनगर और बिजनौर से 11-11, सहारनपुर और पीलीभीत से 10-10, नगीना और रामपुर से छह-छह उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।
इस बार लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में असरदार समझे जाने वाले राष्ट्रीय लोकदल से और सपा ने कांग्रेस से हाथ मिलाया है। बीएसपी ने अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
पहले चरण के चुनाव के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मेरठ और पीलीभीत में रैलियों को संबोधित किया जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इन सीट पर 20 से अधिक रैलियों को संबोधित कर चुके हैं। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने भी पहले चरण में चुनाव से गुजरने वाले अनेक लोकसभा क्षेत्रों में रैलियों को संबोधित किया।
कांग्रेस महासचिव और स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी ने इन चुनाव में राज्य में अपनी पहली उपस्थिति दर्ज कराते हुए पार्टी उम्मीदवार इमरान मसूद के पक्ष में सहारनपुर में एक रोड शो किया। मसूद इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में मैदान में हैं।
बीएसपी अध्यक्ष मायावती और उनके भतीजे आकाश आनंद ने भी अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के समर्थन में चुनावी सभाओं को संबोधित किया। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी पीलीभीत, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद और नगीना में रैलियों को संबोधित किया।
इस चरण के प्रमुख उम्मीदवारों में पीलीभीत से जितिन प्रसाद, मुजफ्फरनगर से केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान और नगीना से आजाद समाज पार्टी के प्रमुख चंद्र शेखर आजाद हैं।
पहले चरण में जिन आठ सीटों पर मतदान हो रहा है, उनमें से 2019 के चुनाव में बीजेपी ने तीन (मुजफ्फरनगर, कैराना और पीलीभीत), सपा ने दो (मुरादाबाद और रामपुर) और बसपा ने तीन (सहारनपुर, नगीना और बिजनौर) जीती थीं। बाद में हुए उपचुनाव में बीजेपी ने रामपुर सीट पर जीत हासिल की थी। सपा ने पिछला लोकसभा चुनाव बीएसपी के साथ गठबंधन कर लड़ा था।
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