कोरोना लॉकडाउन के बीच फरिश्ते बने हैं असंख्य लोग, कर रहे हैं जरूरतमंदों की मदद
इस संस्था ने कोरोना वायरस महामारी से प्रभावित, दिहाड़ी मजदूरों, कुपोषित बच्चों, गर्भवती व धात्री महिलाओं एवं किशोरी बालिकाओं को तथा अनाथ एवं विधवा महिलाओं को कुपोषण एवं एनीमिया से बचाव हेतु पौष्टिक खाद्य आहार एवम् राहत सामग्री जैसे अरहर की दाल, चना चावल,आटा,चीनी व तेल वितरण किये।
कोविड-19 के कारण लागू किये गये लाक डाउन से जन समुदाय विशेष कर मज़दूर और वंचित समुदाय की हालत खराब है। कुपोषण से प्रभावित बच्चों, जोखिम और खून की कमी से प्रभावित गर्भवती महिलाओं, किशोरियों, अनाथ बच्चों और उनके परिवार की खाद्य की सुरक्षा खतरे में है। बच्चों, महिलाओं और किशोरियों को खाद्य संकट से बचाने और उनके पोषण स्तर में सुधार के उद्देश्य से द्वाबा विकास एवं उत्थान समिति के द्वारा 13 अप्रैल से जिले के गांवों में पौष्टिक राहत सामाग्री का वितरण किया जा रहा है।
जिले के चायल तहसील के मूरतगंज और मंझनपुर तहसील के सरसवां विकास खण्ड के गांवों में आज भी संस्था सचिव परवेज़ रिज़वी के नेत्रृत्व में उनकी टीम के द्वारा राहत सामाग्री के वितरण का कार्य जारी है। आपको बता दें, जनपद के जिला कार्यक्रम अधिकारी सुरेश कुमार गुप्ता के द्वारा वितरण कार्य का उद्घाटन किया गया था।
जिला प्रशासन कौशांबी के मार्गदर्शन में मंझनपुर, सिराथू, चायल तहसील में क्षेत्रीय कानूनगो बंसराज, अशोक खरे, धर्मपाल की देखरेख में लॉकडाउन के समय में सरकार के द्वारा जारी किये गये व्यक्तिगत दूरी सहित समस्त दिश निर्देशों का पालन करते हुए संस्था के वालंटियर के द्वारा दो गाड़ियों के माध्यम से राहत सामाग्री वितरित की जा रही है। मंझनपुर तहसील के मंझनपुर विकास खण्ड व कौशाम्बी विकास खण्ड के 20 गांव, कौशांबी विकास खंड के 10 गांव, सिराथू तहसील के सिराथू विकास खण्ड के 20 गांव, कड़ी विकास खण्ड के दारानगर और मूरतगंज विकास खण्ड के कई गांवों में पौष्टिक राहत सामाग्री का वितरण किया गया।
इसके अलावा करारी नगर पंचायत में शुरूआत से ही जरूरत मंद बच्चों के परिवार को राहत सामाग्री उपलब्ध कराई जा रही है। वहीं मंझनपुर विकास खण्ड के दरियारपुर, सिराथू के खोरांव गांव और करारी में रोजगार के सिलसिले में औरंगाबाद, बिहार, शाहजहांपुर और खीरी जनपद से आये मज़दूर परिवार लॉकडाउन के कारण जिले में रूक गये हैं। इन 12 मजदूरों के परिवारों को संस्था के द्वारा पौष्टिक राहत सामाग्री उपलब्ध कराई गई।
18 अप्रैल को सरसावा विकास खण्ड, मूरजगंज विकास खण्ड, मंझनपुर विकास खण्ड और करारी नगर पंचायत में 250 जरूरतमंद परिवार को भी ये राहत सामाग्री बांटी गई है। बता दें आज के वितरण का ये कार्यक्रम सरसावा और मूरजगंज से प्रारंभ हुआ। पांच ब्लाक के 89 गांवों में ये राहत सामाग्री पहुंचाई गई। अबतक कुल 1610 जरूरत मंद परिवारों को पोषण राहत सामाग्री उपलब्ध कराई जा चुकी है। आपको ये भी बता दें कि राहत सामाग्री के एक पैकेट में 10 किलो आटा, 5 किलो चावल, 2 किलो दाल, 500 ग्राम चिनी व एक किलो चना और एक लीटर तेल उपलब्ध कराया गया है।
संस्था सचिव परवेज़ रिज़वी ने बताया कि संस्था द्वारा मंझनपुर, कौशाम्बी, सरसावा, सिराथू और मूरत गंज विकास खण्ड के 100 गांवों में मज़दूर परिवारों खास कर कुपोषण से प्रभावित बच्चों, जोखिम और खून की कमी से प्रभावित गर्भवती महिलाओं, एनीमिया किशोरियों, अनाथ बच्चों और गैर जनपद से आकर जनपद में लॉकडाउन की स्थिति में फंसे परिवारों को प्राथमिकता के आधार पर पोषण राहत सामाग्री उपलब्ध कराये जाने का निर्णय संस्था ने लिया था। परवेज़ रिज़वी ने आगे बताया कि आने वाले समय में संस्था के द्वारा अपनी क्षमता के अनुसार बचे हुए गांवों में भी जरूरत मंद परिवारों को राहत सामाग्री उपलब्ध कराई जायेगी।
आपको बता दें, राहत सामाग्री के वितरण के समय उपरोक्त अधिकारियों के साथ-साथ संस्था सचिव परवेज़ रिज़वी व संस्था के मो. रेहान, मुकेश राव, वसी अहमद, राजेश, शिवप्रकाश, सुदामा, शंकर, अजय, घनश्याम, हीरा लाल, रियासत, राम बालक, श्रीश्याम, वीरेन्द्र सिंह, बनवारी, राम किशोर, उमर किशोर, दिलीप, मोहन संगीता, रश्मि यादव, चन्द कली सहित अलग-अलग दिन तमाम वालेन्टियर वितरण कार्य में लगे हैं।
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