मोदी सरकार ने अपने उद्योगपति दोस्तों के साढ़े पांच लाख करोड़ रुपये के कर्ज को बट्टा खाते में डाला: कांग्रेस

कांग्रेस ने मीडिया में आई खबरों के हवाले से आरोप लगाया है कि पिछले पांच साल के दौरान केंद्र की मोदी सरकार ने अपने ‘पूंजीपति मित्रों’ के साढ़े पांच लाख करोड़ रुपये के कर्ज को राइट ऑफ कर दिया है। यानि इन कर्जों को बट्टा खाते में डाल दिया गया है।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

केंद्र की मोदी सरकार पर अपने उद्योगपति मित्रों को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाते हुए शनिवार को कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने मीडिया रिपोर्ट के हवाले से बताया कि देश में पिछले 10 साल में कुल सात लाख करोड़ रुपये बट्टे खाते में डाले गए, जिनमें से साढ़े पांच लाख करोड़ रुपये केवल पिछले पांच साल में बट्टा खाते में डाले गए। अभिषेक मनु सिंघवी ने दावा किया कि देश के बैंकों को नुकसान पहुंचाकर मोदी सरकार ने अपने पूंजीपति मित्रों के लिए पैस लूटा।

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, “मीडिया की रिपोर्ट है कि प्रधानमंत्री के कुछ पूंजीपति मित्रों के लगभग साढ़े 5 लाख करोड़ रुपए के ऋण को औपचारिक रुप से राइट ऑफ कर दिया गया है। पिछले 10 वर्ष में देश के सभी बैंको ने टोटल 7 लाख करोड़ रुपये राइट ऑफ किये। लेकिन इनमें से साढ़े पांच लाख करोड़ रुपये पिछले 5 साल के दौरान राइट ऑफ किए गए, यानि मोदी जी के कार्यकाल में।इस हिसाब से 80 प्रतिशत राइट ऑफ मोदी जी के कार्यकाल में हुए हैं।”

अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि आज किसानों की मदद के लिए इस सरकार के पास पैसे नहीं हैं। लेकिन नीरव मोदी, मेहुल चौकसी, विजय माल्या, जतिन मेहता जैसे लोग बैंकों को चूना लगाकर भाग गए, जो कि इस सरकार का रिकॉर्ड है। उन्होंने कहा कि इस सरकार ने अपने कार्यकाल में लोगों को सिर्फ उपदेश दिया और उसके पीछे कुछ खास लोगों के कर्ज को राइट ऑफ करने के एपने कदम को छुपाती रही।

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Published: 13 Apr 2019, 10:19 PM